अंतरिक्ष के लिए डायरेक्ट फ़्लाइट
८ दिसम्बर २००९![](https://static.dw.com/image/3519923_800.webp)
ब्रैंसन ने अमेरिकी राज्य कैलिफ़ॉर्निया के मोजावे मरुस्थल में अपनी योजना की घोषणा की. उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष यात्री विमान के दो हिस्से होंगे, स्पेसशिप टू और व्हाइट नाइट टू. व्हाइट नाइट स्पेसशिप टू को धरती के बाहर ले जाएगा जहां से स्पेसशिप खुद पृथ्वी के चक्कर लगाएगा.
स्पेसशिप में बैठे यात्री अपने विमान की खिड़कियों से बाहर झांक सकेंगे और अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण न होने की वजह से उन्हें अपने भार महसूस ही नहीं होंगे और वह विमान में तैरेंगे.
अंतरिक्ष यात्रा के एक टिकट का दाम दो लाख डॉलर होगा. ब्रैंसन का मानना है कि नासा या किसी रूसी विमान में अंतरिक्ष यात्रा करना इससे कहीं ज़्यादा महंगा होगा. ब्रैंसन ने कहा कि विमान बहुत बड़ा होगा औऱ उसमें बहुत सारी खिड़कियां होंगी तो तैरने की जगह भी खूब मिलेगी. ब्रैंसन ने कहा कि विमान को इस तरह बनाया गया है कि वह बैडमिंटन में इस्तेमाल किए जाने वाले शटल कॉक की तरह धीरे धीरे धरती पर लौटेगा और बाकी अंतरिक्ष यानों में तीव्र गति से जलने का जो डर रहता है, वह इस में नहीं होगा.
माना जा रहा है कि कुछ 300 लोगों ने अंतरिक्ष जाने के लिए अभी से टिकट बुक कर लिए हैं. ख़ासकर क्योंकि रूसी विमानों में जाने का मतलब है साढ़े चार करोड़ डॉलर खर्च करना.
ब्रैंसन की विमान यात्रा कंपनी का नाम है वरजिन अटलैंटिक, जो यात्रियों को अटलांटिक महासागर पार कराता है. अब अंतरिक्ष यात्रा के लिए वरजिन गैलैक्टिक ज़िम्मेदार होगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन
संपादन- एस जोशी