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अंतरिक्ष बना कूड़ेदान

२६ अक्टूबर २०१२

हम सोचते हैं कि नीचे धरती और ऊपर गगन है जो खाली है. ऐसा नहीं है. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का कहना है कि 6,300 टन टुकड़े आसमान में चक्कर काट रहे हैं. वैज्ञानिक उसे गलाने या जमीन पर लाने की कोशिश कर रहे हैं.

तस्वीर: AP

अंतरिक्ष से 1.3 टन कचरा लाने वाला यूरोपीय अंतरिक्ष ट्रांसपोर्टर एडोआर्डो अमाल्डी इस महीने नियंत्रित विस्फोट के दौरान दक्षिण प्रशांत सागर के ऊपर गल गया. 20 टन का यह अंतरिक्ष यान यूरोप में बना सबसे भारी, सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से सबसे अच्छा अंतरिक्ष यान था. इटली के भौतिकशास्त्री एडोआर्डो अमाल्डी (1908-1989) के नाम वाला यह अंतरिक्षयान मार्च में सात टन सामान लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन आईएसएस गया था और वहां से कचरा लेकर वापस लौटा.

इस बीच अंतरिक्ष में चक्कर काट रहा कचरा अंतरिक्ष यानों के लिए खतरा बनाता जा रहा है. विश्व के कई देश अब अपने उपग्रह अंतरिक्ष में भेजने लगे हैं, लेकिन उनके पास इन उपग्रहों को वापस लाने की तकनीकी नहीं है. काम कर चुके इन उपग्रहों के टुकड़े अंतरिक्ष में कूड़ा बन रहे हैं. पिछले दिनों जापानी उपग्रह के एक टुकड़े के करीब आने के कारण धरती से 420 किलोमीटर ऊपर स्थापित अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र को भी चौकसी बरतनी पड़ी.

तस्वीर: AP

अंतरिक्ष पर निगरानी रखने वाली अमेरिकी एजेंसियों का कहना है कि 10 सेंटीमीटर से बड़े करीब 20,000 टुकड़े अंतरिक्ष में तेजी से घूम रहे हैं. इनके अलावा एक सेंटीमीटर से बड़े सवा सात लाख टुकड़े और एक मिलीमीटर से बड़े 17 करोड़ टुकड़े अंतरिक्ष में हैं. अंतरिक्ष में होने वाली हर टक्कर नई टक्कर का जोखिम बढ़ रही है. 2009 में जब पहली बार दो उपग्रहों की टक्कर हुई तो उसकी वजह से 2000 से ज्यादा टुकड़े अंतरिक्ष में बिखर गए.

अब इनके बारे में चिंता बढ़ रही है. वैज्ञानिक इनके खतरे को दूर करने और हादसों को रोकने पर काम कर रहे हैं. टक्कर न हो इसके लिए वे सैटेलाइट से रेडियो संपर्क बना रही हैं ताकि जरूरत पड़ने पर उड़ान की कक्षा बदली जा सके. इसके अलावा कचरे को जमा कर गलाने की कोशिशों पर भी काम चल रहा है. इन प्रयासों के बारे में एक रिपोर्ट डीडव्ल्यू के मंथन के ताजा एपिसोड में जो हर शनिवार डीडी नेशनल चैनल पर प्रसारित होता है.

तस्वीर: DW

इस अंक की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पोलैंड का एक शहर मोटरगाड़ियों को कम करने के इरादे से साइकिलों को बढ़ावा दे रहा है. खास वेबसाइट बनी है, बीस मिनट तक मुफ्त साइकिल दी जा रही हैं. और लोगों को इससे जुड़ कर लग रहा है कि वे भी पर्यावरण के लिए कुछ कर रहे हैं. इसके अलावा कचरे की रिसाइक्लिंग पर एक दिलचस्प रिपोर्ट. इस्तेमाल हो चुके कॉफी पावडर को फेंकने के बजाय उससे बेहतरीन लैम्प बन सकते हैं. फिल्टर कॉफी में इस्तेमाल किए जाने वाले पावडर से बने सुंदर और अनोखे लैम्पों के बारे में मंथन में जानिए.

आईबी/ओएसजे

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