1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अगरकर और जहीर के बयानों से हंगामा

२ दिसम्बर २०११

भारतीय क्रिकेट के दो गेंदबाज अजीत अगरकर और जहीर खान खामख्वाह अपने बयानों से विवाद में घिर गए हैं और समझा जाता है कि उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है. यह मामला भी किसी अंतरराष्ट्रीय मैच का नहीं, घरेलू क्रिकेट का है.

तस्वीर: AP

मुंबई की रणजी टीम में शामिल किए गए अजीत अगरकर को उस वक्त आखिरी 11 खिलाड़ियों से हटा दिया गया, जब जहीर खान फिट पाए गए. कटक में उड़ीसा के खिलाफ खेले जाने वाले मैच में अगरकर की जगह जहीर को टीम में रख लिया गया. इससे नाराज होकर अगरकर टीम का दौरा बीच में ही छोड़ कर मुंबई लौट आए. उनका कहना था कि जिस खिलाड़ी ने 10 साल कर भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया है, उसके साथ ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.

अभी यह विवाद चल ही रहा था कि जहीर खान ने आग में घी डालते हुए अगरकर का पक्ष ले लिया और मुंबई के आला अधिकारियों पर निशाना साध लिया. जहीर ने मुंबई चयन समिति के अध्यक्ष मिलिंद रेगे और कोच सुलक्षण कुलकर्णी का नाम लेकर कहा कि कोई जरूरत नहीं थी कि अगरकर जैसे खिलाड़ी की बेइज्जती की जाती. जहीर का कहना था, "जिस खिलाड़ी ने देश और राज्य टीम के लिए इतना कुछ किया है, जिसने 300 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए हैं और जो लगातार अच्छा प्रदर्शन करता रहा है, उसके साथ कम से कम अच्छा बर्ताव तो होना ही चाहिए और उसे वक्त पर जानकारी दी जानी चाहिए. जिसने टीम की इतनी सेवा की है, उसकी बेइज्जती नहीं की जानी चाहिए."

आहत हुए रेगे

इसके बाद रेगे ने एक इंटरव्यू में कहा कि वह जहीर के बयान से बुरी तरह आहत हुए हैं क्योंकि जहीर ने उनका नाम भी लिया. रेगे का कहना है, "अगर कोई मेरे फैसलों पर सवाल उठाता है, तो यह उसका मामला है लेकिन अगर कोई मेरी निजी ईमानदारी पर सवाल करता है, तो यह मेरा मामला है." समझा जाता है कि इस विवाद के बढ़ने के बाद अजीत अगरकर और जहीर खान दोनों को कारण बताओ नोटिस भेजा जा सकता है. इसके बाद छह दिसंबर से टीम को सौराष्ट्र के खिलाफ अगला रणजी मैच खेलना है. विवाद बढ़ने के बाद अगरकर को तो शायद टीम में नहीं रखा जाए, अगर चयनकर्ता जहीर के प्रदर्शन से संतुष्ट होंगे तो उन्हें भी आराम दिया जा सकता है क्योंकि इसी महीने से भारत को ऑस्ट्रेलिया में खेलना है और जहीर की लंबे वक्त बाद टीम इंडिया में वापसी हुई है.

ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले फिटनेस टेस्ट जरूरीतस्वीर: AP

अगरकर भी आहत

अगरकर का कहना था कि उन्हें उड़ीसा के खिलाफ मैच के एक रात पहले तक इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी कि वह टीम में नहीं हैं और यह फैसला मैच शुरू के कुछ घंटे पहले ही किया गया. अगरकर खास तौर पर रेगे से नाराज हैं. जबकि रेगे का कहना था कि उनकी नीति साफ थी कि 15 खिलाड़ियों को चुना जाए और मैच शुरू होने से पहले कप्तान और कोच आखिरी 11 खिलाड़ियों को चुनें. रेगे का कहना है कि ऐसे में पहले से टीम का फैसला नहीं किया जा सकता था.

पूरे विवाद के बढ़ने के बाद अजीत अगरकर और जहीर खान को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि रेगे को उम्मीद है कि इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ओ सिंह

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें