जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल इस वक्त क्वॉरंटीन में हैं और घर से काम कर रही हैं. अब तक उनमें कोरोना के लक्षण नहीं दिखे हैं लेकिन अगर वह संक्रमित हुईं तो जर्मनी को कौन चलाएगा?
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अंगेला मैर्केल बीमार ना हो जाएं, इसके लिए एहतियातन उन्हें निमोनिया का टीका लगाया गया. लेकिन बाद में पता चला कि जिस डॉक्टर ने टीका लगाया था वही कोरोना से संक्रमित था. इसके बाद से चांसलर मैर्केल अपने घर में क्वॉरंटीन में हैं. दुनिया के बाकी लाखों कर्मचारियों की तरह वे भी होम ऑफिस से काम कर रही हैं. लेकिन क्या हर फैसला घर बैठे लिया जा सकता है? और अगर मैर्केल बीमार हो गईं, तो फैसले कौन लेगा? खास कर ऐसे हाल में जब हर दिन कोरोना के हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं, देश को नेतृत्व की बहुत जरूरत है.
जर्मनी के लिए घबराने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि ऐसी स्थिति के लिए पूरा सिस्टम तैयार है. मैर्केल के टेस्ट रिजल्ट अगर पॉजिटिव भी निकलते हैं, तो भी वे जब तक चाहें अपना काम जारी रख सकती हैं. अगर उनकी तबियत बहुत ज्यादा बिगड़ जाती है, तो भी उनका मंत्रिमंडल काम करना जारी रखेगा.
जर्मनी के संविधान के अनुच्छेद 69 के अनुसार, "चांसलर मंत्रिमंडल में से एक मंत्री को अपने डिप्टी के रूप में चुन सकती हैं." फिलहाल वह डिप्टी हैं वित्त मंत्री ओलाफ शॉल्त्स. मैर्केल की अनुपस्तिथि में वे ही उनका प्रतिनिधित्व करते हैं.
संविधान में "वाइस चांसलर" जैसे पद का कोई जिक्र नहीं है. लेकिन चांसलर के डिप्टी को आम बोलचाल की भाषा में वाइस चांसलर ही कहा जाता है. सैद्धांतिक रूप से मैर्केल के पास अपनी सीडीयू पार्टी या फिर सहयोगी पार्टी सीएसयू से किसी को चुनने का विकल्प है लेकिन व्यावहारिक रूप से डिप्टी चांसलर गठबंधन सरकार की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी से ही आता है. इस वक्त वह पार्टी है एसपीडी और ओलाफ शॉल्त्स उसी से नाता रखते हैं.
नामी गिरामी लोग जिन्हें लगा कोरोना वायरस
कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान हैं. आम लोगों के अलावा कई जानी मानी हस्तियां भी इसकी चपेट में आई हैं. डालते हैं एक नजर ऐसे ही लोगों पर.
तस्वीर: AFP/L. Marin
सोफी ग्रेगोआ ट्रूडो
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पत्नी सोफी ग्रेगोआ ट्रूडो ने लंदन दौरे से लौटने के बाद टेस्ट कराया तो वह पॉजिटिव पाई गईं. इसके बाद प्रधानमंत्री ट्रूडो ने भी खुद 14 दिन के लिए अलग थलग कर लिया. हालांकि वह पूरी तरह स्वस्थ थे.
तस्वीर: Reuters/P. Doyle
बेगोना गोमेज
स्पेन की सरकार ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज की पत्नी बेगोना गोमेज नोवेल कोरोना वायरस के टेस्ट में पॉजिटिव पाई गई हैं. स्पेन के दो मंत्रियों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई. हालांकि सभी की तबियत ठीक बताई गई है.
तस्वीर: Getty Images/P.B. Dominguez
कनिका कपूर
"बेबी डॉल" गाने से मशहूर हुई बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर कोविड-19 की चपेट में हैं. लंदन से लौटी कनिका पिछले दिनों लखनऊ की एक पार्टी में मौजूद थी, जहां कई वरिष्ठ नेता और सांसद मौजूद थे.
तस्वीर: Getty Images/AFP/L. Neal
वसुंधरा को चिंता
इस पार्टी में शामिल रहीं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह ने खुद को क्वारंटीन में रख लिया है. हालांकि इससे पहले दुष्यंत राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हो चुके थे.
तस्वीर: DW/J. Sehgal
टॉम हैंक्स
हॉलीवुड स्टार टॉम हैंक्स और उनकी पत्नी, सिंगर और अभिनेत्री रीटा विल्सन को कोरोना के कारण एक हफ्ते तक अस्पताल में रहना पड़ा. इसके बाद वह घर पर क्वारंटीन में रहे. टॉम की बहन सैंड्रा हैंक्स बेनोटीन का कहना है कि अब वे अच्छे हो रहे हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP/J. Strauss
इदरीस एल्बा
हॉलीवुड के एक और स्टार इदरीस एल्बा भी उन सिलेब्रिटीज में शामिल हैं जो कोरोना की चपेट में आए. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उन्हें वैसे कोई दिक्कत नहीं हो रही है, लेकिन पॉजिटिव आने के बाद से वह खुद को अलग थलग रख रहे हैं. उन्होंने अपने प्रशंसकों से सभी अफवाहों से दूर रहने को कहा.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Berlinale
ईरानी मंत्री को कोरोना
ईरान में स्वास्थ्य उप मंत्री इराज हरीरची एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पसीना पोंछते नजर आए. बाद में एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उन्हें भी कोरोना संक्रमण हो गया है. इसके अलावा ईरानी संसद के 23 सदस्यों को भी यह संक्रमण लगा.
तस्वीर: AFP/Iranian presidency
एनबीए में कोरोना
अमेरिका की नामी बास्केट बॉल टीम ऊटा जैज के दो बड़े सितारे रुडी गोबर्ट और डोनोवन मिचेल को भी यह वायरस लगा है. एनबीए की कई और टीमों के खिलाड़ी भी पॉजिटिव पाए गए हैं. ऐसे में, अमेरिका में इस लोकप्रिय खेल से जुड़ी गतिविधियां सीमित हो गई हैं.
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नदीन डोरिस
ब्रिटेन की स्वास्थ्य मंत्री और कंजरवेटिव सांसद नदीन डोरिस भी कोरोना वायरस की चपेट में हैं. इसके बाद उन्होंने खुद को घर तक सीमित कर लिया. लेकिन इससे पहले उन्होंने कई बैठकों में हिस्सा लिया था.
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फ्राँक रीस्टर
फ्रांस के संस्कृति मंत्री फ्राँक रीस्टर भी कोरोना की चपेट में आने के बाद अपने घर तक सीमित हो गए. उन्होंने कई दिन देश की संसद नेशनल असेंबली के निचले सदन में बिताए, जहां कोरोना के पांच मामलों की पुष्टि हुई. रीस्टर के दफ्तर से जारी बयान में उनकी तबियत ठीक बताई गई है.
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चांसलर के बीमार होने की स्थिति में डिप्टी चांसलर कई हफ्तों या कई महीनों तक उनकी जगह ले सकता है. संविधान के अनुच्छेद 8 के अनुसार अगर चांसलर अपना काम करने की हालत में नहीं होती हैं तो डिप्टी चांसलर सरकार के सारे काम संभाल सकते हैं. ऐसे में मैर्केल को यह तय करने का अधिकार है कि उनका डिप्टी उनके कितने कामों को अपने हाथ में लेगा.
लेकिन अगर ओलाफ शॉल्त्स भी संक्रमित पाए जाते हैं तो क्या? आखिरकार वे मैर्केल के करीबी हैं और दोनों मिल कर काम करते रहे हैं. ऐसे में मुमकिन है कि अगर मैर्केल कोरोना पॉजिटिव पाई जाती हैं तो उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के मंत्रियों को भी संक्रमित किया हो. जर्मनी में आज तक कभी ऐसी स्थिति पैदा नहीं हुई है. लेकिन फिर भी सैद्धांतिक रूप से इसकी भी व्यवस्था है. ऐसे में आर्थिक मामलों के मंत्री पेटर आल्टमायर उनकी जगह लेंगे. जर्मनी में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई चांसलर लंबे समय तक अपने कार्यालय से दूर रहा हो.
इसी तरह से मंत्रिमंडल के हर मंत्री के पास अपना एक डिप्टी होता है ताकि किसी भी हाल में सरकार का काम ना रुके. कुल मिला कर चांसलर मैर्केल के बीमार होने की स्थिति में भी देश बिना नेतृत्व के नहीं होगा और सब काम यूं ही चलते रहेंगे.
इस बीच टेस्ट के नतीजे आ गए हैं और मैर्केल कोविड19 वायरस से संक्रमित नहीं हैं.
सोशल मीडिया पर कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कई तरह के नुस्खे बताए जा रहे हैं.लेकिन अगर आप सच में कोरोना से बचना चाहते हैं तो सिर्फ यही टिप्स काम आएंगी. ध्यान से पढ़ें..
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सोशल डिस्टैन्सिंग
2020 में शायद यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द साबित होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्र के नाम अपने संदेश में इस पर जोर दिया. सोशल डिस्टैन्सिंग मतलब किसी भी व्यक्ति से कम से कम एक या मुमकिन हो तो दो मीटर की दूरी बना के रखें.
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हाथ धोएं
बार-बार साबुन से हाथ धोएं. साबुन को कम से कम बीस सेकंड तक हाथों पर मलें. वायरस को हटाने के लिए इतना वक्त जरूरी है. हथेली के साथ-साथ कलाई पर भी साबुन लगाए.
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नमस्ते
हाथ मिलाना वायरस के फैलने में सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. इस बीच पश्चिमी देश भी भारत के नमस्ते का इस्तेमाल करने लगे हैं. जब तक कोरोना का खतरा पूरी तरह नहीं टल जाता, दुनिया भर के लोगों को हाथ मिलाने और गले लगने से बचना होगा.
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चेहरे को ना छुएं
कोरोना वायरस नाक, मुंह और आंखों के रास्ते से शरीर में प्रवेश करता है. ऐसे में अगर आपने अनजाने में संक्रमित सतह को छुआ है और हाथ नहीं धोया है, तो चेहरे को छूने से आप संक्रमित हो सकते हैं.
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दस्ताने पहनें
इस वक्त सब लोगों का ध्यान मास्क खरीदने पर है जबकि जानकारों का कहना है कि सामान्य मास्क वायरस को रोक नहीं सकते. बेहतर होगा अगर मास्क की जगह दस्ताने खरीदें. लेकिन इन्हें बार-बार बदलना जरूरी है.
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खांसने और छींकने का तरीका बदलें
ज्यादातर लोग खांसते या छींकते वक्त मुंह के आगे हाथ रख लेते हैं. हाथ की जगह बाजू का इस्तेमाल करें और कोहनी की ओर मुंह कर के आस्तीन में खांसें या छींकें. कपड़े धुलने के साथ वायरस भी धुल जाएगा.
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रुमाल की जगह टिश्यू
अगर आपको रुमाल जेब में रखने की आदत है, तो इसे बदलें और कागज के टिश्यू का इस्तेमाल करें. इस्तेमाल के बाद इसे फौरन कूड़ेदान में फेंक दें. नहीं तो टिश्यू या रुमाल के साथ वायरस भी आपकी जेब में रह जाएगा.
तस्वीर: picture-alliance
घर पर रहें
भीड़ वाली जगहों से दूर रहें. जब तक बहुत जरूरी ना हो घर से बाहर ना निकलें. नौकरीपेशा लोगों के लिए सभी कंपनियां अब घर से ही काम करना मुमकिन बना रही हैं.
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लिफ्ट का बटन ना छुएं
अगर घर से बाहर निकना जरूरी है तो लिफ्ट के बटन और दरवाजों के हैंडल को छूने से बचें क्योंकि आप नहीं जानते कि आपसे पहले किस किस ने उसे छुआ है. बटन दबाने के लिए कोहनी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
तस्वीर: picture-alliance /W.Steinberg
फॉरवर्ड पढ़ना बंद करें
सोशल मीडिया और खास कर व्हॉट्सएप पर कोरोना से जुड़ी पोस्ट की भरमार है जिसे लोग अंधाधुंध एक दूसरे को फॉरवर्ड कर रहे हैं. जब तक आपको विश्वसनीय स्रोत का पता ना हो, इन संदेशों पर विश्वास ना करें.