अच्छी फॉर्म में है बायर्न म्यूनिख
१३ जनवरी २०१४![Trainer Pep Guardiola, Philipp Lahm](https://static.dw.com/image/17237174_800.webp)
पेप गुआर्डिदियोला को टीम के खिलाड़ियों की चोटों ने परेशान कर रखा था पर अब वह कतर में निश्चिंत नजर आ रहे हैं, जहां उनकी टीम ट्रेनिंग कर रही है. उनका कहना है कि ट्रेनिंग अच्छी चल रही है और वह अपनी टीम से खुश हैं, "सब कुछ ठीक है. अब किसी और खिलाड़ी को चोट नहीं आई है. मैं बिलकुल संतुष्ट हूं."
बास्टियान श्वाइनश्टाइगर और आर्यन रॉबेन जैसे अहम खिलाड़ी चोट लगने की वजह से खेल नहीं पा रहे थे. लेकिन गुआर्डिदियोला का कहना है कि अब वे दोबारा खेलने के लिए "लगभग तैयार" हैं. इनके अलावा डॉर्टमुंड के पूर्व खिलाड़ी मारियो गोएत्से और स्पेन के थिआगो और खावी मार्टिनेज को भी चोटें आईं थीं. गुआर्डिदियोला ने बताया कि अब वे एक बार फिर अच्छी फॉर्म में हैं लेकिन उन्हें "बहुत ज्यादा ट्रेनिंग की जरूरत है."
जब उनसे पूछा गया कि टीम में उनका सबसे पसंदीदा खिलाड़ी कौन है तो उन्होंने कहा कि वे इस तरह से नहीं सोचते, "आखिर खेलना तो पूरी टीम को ही है." और कौन किस पोजीशन पर खेलेगा यह खिलाड़ियों की फॉर्म से तय किया जाएगा. गुआर्डिदियोला पहली बार सर्दियों के विराम में टीम के साथ हैं, "गर्मियों के मौसम में ट्रेनटीनो में हुई ट्रेनिंग के मुकाबले यहां बेहतर ट्रेनिंग चल रही है."
गुआर्डियोला के पास हर जगह के लिए दो या तीन खिलाड़ी हैं. कप्तान फिलिप लाम मुख्य रूप से टीम के डिफेंडर हैं, पर उनके लिए गुआर्डिदियोला दाएं की रक्षापंक्ति में और विकल्प खोज रहे हैं हालांकि दोहा में उन्हें ज्यादातर अपनी पुरानी जगह पर ही ट्रेनिंग करते हुए देखा गया. मार्टिनेज को मिडफील्ड में और डिफेंस में भी देखा जा सकता है, "खावी दोनों ही पोजिशन पर खेल सकता है."
लेकिन श्वाइनश्टाइगर को लेकर अब तक कोई साफ छवि नहीं उभरी है. श्वाइनश्टाइगर टीम के उप कप्तान हैं और दोहा में दाहिने पैर के ऑपरेशन के बाद अब दोबारा ट्रेनिंग में शामिल हो रहे हैं. हालांकि ट्रेनिंग के दौरान उन्हें एक बार फिर चोट आने की खबर आई थी लेकिन उसे "चिंता की बात नहीं" बताया गया था.
गुआर्डियोला का कहना है कि उन्हें नहीं लगता है कि श्वाइनश्टाइगर 24 जनवरी को मोएंशनग्लाडबाख के साथ होने वाले मैच में खेल सकेंगे, "वह काफी वक्त चोटिल रहा है. दो महीने तक वह टीम से बाहर था. उसे वक्त की जरूरत है. उसके लिए पहला कदम यह है कि हमारे साथ और ज्यादा ट्रेनिंग करे."
आईबी/एमजी (डीपीए)