अतुल अंजान ने माफी मांगी
३ सितम्बर २०१५एक जनसभा के दौरान अतुल अंजान ने कहा कि सनी लियोनी पर फिल्माए गए कंडोम के भड़काऊ विज्ञापन को बार बार दिखाने का समाज पर बुरा असर हो रहा है. सीपीआई के वरिष्ठ नेता के मुताबिक ऐसे विज्ञापनों के जरिए सेक्सुएलिटी परोसी जा रही है.
वीडियो के सामने आते ही सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर कई लोगों ने अतुल अंजान की खिंचाई शुरू कर दी. पत्रकार पल्लवी घोष ने तंज कसते हुए कहा कि बलात्कारों के लिए मानसिकता को दोष मत दीजिए, बल्कि महिलाओं या विज्ञापनों को दीजिए.
हालांकि बहुत से लोगों ने सीपीआई नेता के भाषण के पीछे छुपे भाव का समर्थन किया है. जाने माने चुनाव विश्लेषक यशंवत देशमुख के मुताबिक, अंजान बात सही कर रहे थे, लेकिन उनका लहजा और उनकी भाषा बहुत परिष्कृत नहीं थी.
लेकिन सोशल मीडिया पर लगातार हो रही खिंचाई के बाद सीपीआई के वरिष्ठ नेता अंजान को माफी मांगनी पड़ी. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में अंजान ने कहा, "सनी लियोनी इसे परोस रही हैं, यह अश्लील है, मैं इसका विरोध करता हूं. मैं उन लोगों का सम्मान करता हूं जिनकी राय अलग है."
भारत में महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है. 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद भड़के जनाक्रोश के बावजूद सामाजिक बदलाव नहीं दिखाई पड़ रहे हैं. सरकारी प्रतिनिधि कोई बड़ी पहल करने के बदले समाज को बदलने की जरूरत की बात करते हैं, लेकिन जनमानस में परिवर्तन की सोच पैदा करने से सरकारें भी झिझक रही हैं. अतुल अंजान के बयान पर कई विरोधी नेताओं ने भी चुटकी ली है. भारत में हर मुद्दा भड़ास निकालने और आरोप-प्रत्यारोपों में खो जाता है. बलात्कार के लगातार सामने आते मामले भी इसका सबूत हैं.
ओएसजे/एमजे