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अदालत ने चमगादड़ों को दिया शहर निकाला

१८ फ़रवरी २०११

ऑस्ट्रेलिया में अदालत ने 22 हजार बाशिंदों की एक बस्ती को फौरन खाली करने के आदेश दिए हैं. लेकिन अधिकारियों के लिए यह बड़ी मुसीबत है. यह बस्ती खाली कराना आसान काम नहीं है. क्योंकि यह बस्ती चमगादड़ों की है.

चमगादड़ों पर अदालती फैसलातस्वीर: Merlin D. Tuttle, Bat Conservation International, www.batcon.org.

सिडनी की एक अदालत ने फैसला दिया है कि सलेटी रंग के सिर वाले चमगादड़ों को रॉयल बोटैनिकल गार्डन्स से बाहर कर दिया जाए. ये ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े चमगादड़ हैं जो सिडनी के बीचोंबीच बसाए गए इस पार्क में रहते हैं. इनकी तादाद बढ़कर इतनी ज्यादा हो गई है कि अब परेशान करने लगी है और इनकी वजह से सैकड़ों दुर्लभ पेड़ों को खतरा पैदा हो गया है.

उधर पर्यावरण के लिए काम करने वाले संगठन अदालत के इस फैसले से खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि सिडनी का यह पार्क चमगादड़ों का बरसों पुराना घर है. चमगादड़ों की इस प्रजाति को सरकार ने 'खतरे में' घोषित कर रखा है और अगर उन्हें वहां से हटाया जाता है तो वे कहीं और नहीं बल्कि सिडनी शहर में जा सकते हैं. बैट अडवोकेसी एनएसडब्ल्यू नाम के संगठन ने चमगादड़ों की तरफ से यह मुकदमा लड़ा है. वकील स्ट्रॉम स्टैन्फर्ड कहती हैं, "बहुत संभव है कि ये चमगादड़ शहर के पार्कों और गलियों में चले जाएं."

नर चमगादड़ अपनी जड़ों से इतने ज्यादा जुड़े होते हैं कि उनके लिए वहां से जाना काफी तनावभरा होता है. स्टैन्फर्ड कहती हैं कि अगर उन्हें वहां से भगाया जाए तो वे बार बार वापस आते हैं.

पार्क के अधिकारियों का कहना है कि 20 साल से ये चमगादड़ पार्क में रह रहे हैं और इस दौरान इन्होंने दर्जनों पेड़ों को बर्बाद कर दिया है जबकि सैकड़ों अन्य खतरे में हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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