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अन्नान का इस्तीफा, विश्व विभाजित

३ अगस्त २०१२

संयुक्त राष्ट्र सीरिया दूत कोफी अन्नान के इस्तीफे के बाद यूएन नए दूत की तलाश और अपनी नई रणनीति तय करने में लगा है. वहीं अलेपो में राष्ट्रपति असद के सैनिक और विद्रोही मुख्य लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं.

तस्वीर: dapd

संयुक्त राष्ट्र महासभा में शुक्रवार को सीरिया पर चर्चा होगी और राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित होगा. महासभा के 193 सदस्य देश एक प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे जिसमें अपनी ही जनता के रक्तपात के लिए असद सरकार की आलोचना की गई है. महासभा में पास पुराने प्रस्तावों की तरह इस बार भी सीरिया के खिलाफ कोई प्रतिबंध पास नहीं होगा. सुरक्षा परिषद में रूस और चीन सीरिया विरोधी प्रस्ताव को रोकते रहे हैं.

इस बीच वहां खून का बहना जारी है. सरकार विरोधी कार्यकर्ताओं ने सरकारी सैनिकों पर नए जनसंहार का आरोप लगाया है, जिसमें 62 लोग मारे गए. यह हत्याकांड सीरिया के शहर हमा में हुआ. स्थानीय समन्वय टीम ने कहा है कि शहर के अल अरबाइन इलाके में मरने वालों में औरतें और बच्चे भी हैं. सेना ने छतों पर बंदूकधारियों को तैनात कर रखा है. लेकिन इन खबरों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है.

असद का कुनबातस्वीर: AP

सरकारी सैनिकों और विद्रोहियों के घमासान के बीच अलेपो शहर की हालत भी खराब बनी हुई है. संयुक्त राष्ट्र के सह महासचिव हैर्वे लाडसूस ने आशंका जताई है कि सरकारी सैनिक और विद्रोही अब अंतिम लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं. स्थानीय विद्रोही कमांडर अबु ओमर अल हलेबी ने कहा है कि सेना के 100 टैंकों ने शहर के बाहर डेरा जमा रखा है. अलेपो में मानवीय त्रासदी की स्थिति पैदा हो गई है. नागरिक प्रशासन ठप हो गया है. कूड़ा साफ नहीं किया जा रहा है जिसकी वजह से शहर में बदबू फैल रही है. खाना पकाने के लिए गैस की कमी हो गई है जबकि शहर के बेकरियों के सामने लंबी लंबी कतारें देखी जा रही हैं. हमा के अलावा दारा और दमिश्क से भी लड़ाई की खबर आ रही है.

जर्मन सरकार ने सीरिया की बिगड़ती हालत के कारण एक कार्यदल बनाया है. विदेश मंत्रालय में मध्य पूर्व के आयुक्त बोरिस रूगे ने सीरिया टास्क फोर्स की कमान संभाल ली है. यह कार्यदल असद के पतन के बाद जर्मनी की नीति की तैयारी करेगा.

दमिश्क पर धुआंतस्वीर: AP

उधर सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने कोफी अन्नान के मध्यस्थता प्रयासों के विफल होने के लिए एक दूसरे पर आरोप लगाया है. अमेरिका ने रूस और चीन को अन्नान के इस्तीफे के लिए समान रूप से जिम्मेदार ठहराया है, जबकि रूस ने पश्चिमी देशों पर अन्नान को वापस हटाने का आरोप लगाया है ताकि वे ताकत का इस्तेमाल कर सकें. रूस के उप विदेश मंत्री गेनादी गाटीलोव ने आशंका जताई है कि अन्नान के इस्तीफे से सीरिया में सैनिक हस्तक्षेप का खतरा बढ़ गया है.

कोफी अन्नान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से समर्थन के अभाव को अपने इस्तीफे का कारण बताया. ईरान ने अन्नान के मिशन की विफलता के लिए हस्तक्षेप करने वाले देशों को जिम्मेदार ठहराया है. उधर ब्रिटेन ने शुक्रवार को सीरियाई विद्रोहियों को और गैर सैनिक मदद देने का आश्वासन दिया है. विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि हम रूस और चीन के साथ कूटनीति छोड़ देंगे, लेकिन हम दूसरी चीजें भी करेंगे. चीन ने कहा है कि वह चाहता है कि संयुक्त राष्ट्र विवाद को रोकने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहे.

एमजे/ओएसजे (डीपीए, रॉयटर्स)

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