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अपने घर भारत आना अच्छा लगता हैः ब्रेट ली

११ मार्च २०११

ऐसे समय में जब विदेशी जमीन पर खेलने आए खिलाड़ी बाहर घूमना फिरना पसंद नहीं करते. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ब्रेट ली कहते हैं कि क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलने अपने दूसरे घर, भारत आना बहुत ही अच्छा अनुभव है.

तस्वीर: Whatisthefrequencykenneth

ब्रेट ली सिर्फ खेल के लिए ही नहीं भारत के म्यूजिक चार्ट में भी पहले नंबरों में रहने में सफलता हासिल कर चुके हैं उन्हें भारत की आम जनता बहुत पसंद करती है. उन्हें वही प्यार मिलता है जो भारतीय खिलाड़ियों को मिलता है.

34 साल के ली को भी भारत आना बहुत अच्छा लगता है. उन्हें भारत की आवभगत बहुत ही पसंद है. "मुझे यहां की संस्कृति अच्छी लगती है. मैंने कई बार हिंदी सीखने की भी कोशिश की. पचासों बार में मैं यहां आया हूं. यह मेरे अपने घर जैसा है."

बैंगलोर के चिन्नस्वामी स्टेडियम में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ली ने कहा, "मैंने इसे गले से लगाया है और मुझे लगता है कि यहां के लोगों ने भी मुझे अपना माना है. इस बात का मुझे बहुत गर्व है."

भारत के प्रेम में लीतस्वीर: AP

बैंगलोर से निकलने वाले दैनिक डेक्कन हेराल्ड ने इस सप्ताह अपने लेखों में ऐसा संकेत दिया कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अपने फैन्स से दूरी रखे हुए हैं लेकिन अखबार ने ब्रेट ली को सभी आलोचनाओं से परे रखा.

आपसी मैच के दौरान भले ही कितनी तनातनी दिखाई दे लेकिन ली भारत के प्रेम में डूबे हुए हैं."जितनी बार यहां आता हूं उतनी बार में उसी गर्मजोशी के साथ स्वागत होता है. यह भारतीय संस्कृति है, दुनिया में सबसे अच्छी आवभगत वाला देश."

लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप में खिलाड़ियों की सुरक्षा एक बड़ी समस्या है. मार्च 2009 में पाकिस्तान में श्रीलंकाई खिलाड़ियों की बस पर हमला हुआ. लेकिन ली कहते हैं कि उन्हें क्रिकेट विश्व कप के दौरान मिली सुरक्षा से कोई शिकायत नहीं है. "यहां, श्रीलंका और बांग्लादेश में मिली सुरक्षा बहुत बढ़िया है. लेकिन खिलाड़ी की हैसियत से हम सुरक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ नहीं हैं. हमारे साथ यहां भी अच्छे लोग हैं और मैदान पर भी. अगर कोई खतरा होता है तो हमें निश्चित ही जानकारी मिलेगी और वैसी स्थिति में जरूरी ध्यान भी रखा जाएगा. लेकिन इस समय सुरक्षा को लेकर हम सभी आराम से हैं और खुश हैं."

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः एस गौड़

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