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समाज

क्यों नदियों में तैर रही हैं लाशें

१३ मई २०२१

बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में नदियों में बहती हुई लाशें मिलने के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी अलर्ट जारी हो गया है. वहां का प्रशासन नदी में तैरती हुई लाशों को लेकर सजग हो गया है.

Weltspiegel 7.7.21 | Indien Corona-Situation Garhmukteshwar
तस्वीर: Danish Siddiqui/REUTERS

बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में आखिर अचानक इतनी बड़ी संख्या में नदियों में तैरती हुई लाशें कैसे सामने आईं यह अभी तक रहस्य बना हुआ है. बिहार के बक्सर में गंगा नदी में बहती हुई कई लाशों के मिलने के कई दिनों बाद भी अभी तक प्रशासन ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि लाशें कोविड-19 से संक्रमित थीं या नहीं. मंगलवार 11 मई को बक्सर के एक गांव में नदी किनारे मिले दर्जनों शव बरामद करने के बाद जिला प्रशासन ने वहां नदी में एक बड़ा जाल लगा दिया था.

बिहार के स्थानीय मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया है कि बुधवार को इस जाल में कम से कम पांच शव और मिले. इस तरह मिलने वाले शवों की कुल संख्या 81 हो गई है और प्रशासन का कहना है कि सभी के जांच सैंपल और डीएनए सैंपल लेकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.

बिहार और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के बीच झगड़ा इस बात पर हो रहा है कि लाशें बिहार के लोगों की थीं या उत्तर प्रदश की या कहीं और दूर से बह कर आई थीं. बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा है कि शवों के पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि वो कम से कम 3-4 दिन पुराने हैं, जिसका मतलब है कि वो कहीं दूर से बह कर आए हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि बिहार में शवों को पानी में बहा देने की कोई प्रथा नहीं है.

यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि अगर शवों को बहाने की कोई प्रथा है नहीं तो आखिर शव नदी में पहुंचे कैसे. अटकलें लग रही हैं कि संभवतः गरीब परिवारों ने शवों के दाह संस्कार का खर्च उठाने में असमर्थता की वजह से शवों को नदी में प्रवाहित कर दिया होगा, लेकिन इस तरह की घटनाओं की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है.

इस बीच स्थानीय लोगों में चिंता इस बात की है कि शवों की वजह से नदी का पानी कहीं संक्रमित ना हो गया हो और अगर ऐसा हुआ होगा तो उसका नदी के आस पास के इलाकों में रहने वाले लोगों पर क्या असर पड़ेगा. इस बीच उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गंगा नदी के किनारे रेत में दबे हुए शव दिखाई देने की खबर आई है.

मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि अधिकारियों ने शवों के मिलने की पुष्टि की है लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शव कोविड-19 से संक्रमित लोगों के थे या नहीं और आखिरकार वो यहां कैसे मिले. दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में भी प्रशासन नदी में लाशों के मिलने के प्रति सजग हो गया है.

गंगा उत्तर प्रदेश और बिहार से होते हुए पश्चिम बंगाल पहुंचती है. मालदा प्रशासन के अधिकारियों को चिंता है कि कहीं कुछ शव और आगे बहते बहते वहां ना पहुंच जाएं. प्रशासन के कर्मी लगातार नावों में गश्त लगा रहे हैं और मछुआरों को भी आगाह कर दिया गया है.

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