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राजनीतितुर्की

अब तुर्की में रूसी पर्यटकों के लिए भुगतान की समस्या नहीं

३० अप्रैल २०२२

तुर्की, रूस की मीर भुगतान प्रणाली के उपयोग का विस्तार करके अत्यधिक रूसी पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है. कोशिश है कि पश्चिमी देशों के लगाए प्रतिबंधों की वजह से उत्पन्न भुगतान बाधा को दूर किया जा सके.

तुर्की पहुंचे रूसी पर्यटक
तुर्की पहुंचे रूसी पर्यटकतस्वीर: Chris McGrath/Getty Images

तुर्की इस साल पर्यटन से मिलने वाले राजस्व को कोविड महामारी से पहले के स्तर तक बढ़ाना चाहता है. साथ ही, उस आर्थिक संकट से भी उबरना चाहता है जिसमें उसकी राष्ट्रीय मुद्रा लीरा की कीमत आधी हो गई थी.

कहना आसान है लेकिन इस पर अमल करना उतना आसान नहीं है क्योंकि ऊर्जा, व्यापार और पर्यटन के मामले में तुर्की की रूस पर निर्भरता बहुत ज्यादा है. साल 2019 में, दोनों देशों के बीच व्यापार 26.3 अरब डॉलर तक पहुंच गया था. हालांकि यहां यह तथ्य भी महत्वपूर्ण है कि तुर्की को ऊर्जा की आपूर्ति करने वाले प्रमुख देशों में से एक रूस भी है.

तुर्की नाटो (NATO) का सदस्य है मगर सैद्धांतिक रूप से रूस पर पश्चिमी प्रतिबंधों का विरोध करता है और पश्चिमी देशों के इस अभियान में वह शामिल भी नहीं हुआ है. तुर्की में ऊर्जा और अनाज की बढ़ती कीमतों के कारण मुद्रास्फीति 20 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. देश में इस गहराते आर्थिक संकट के बीच तुर्की, रूस और यूक्रेन दोनों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहता है.

पर्यटन राजस्व को चालू खाता घाटे को कम करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों के कारण कार्ड के जरिए भुगतान संभव नहीं हो पा रहा है, साथ ही हवाई यात्रा पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है. इन वजहों से तुर्की में रूसी पर्यटक नहीं आ पा रहे हैं . ऐसे में पर्यटन के क्षेत्र में मंदी की आशंका घर कर गई है. हालांकि, तुर्की ने इसका समाधान खोज लिया है.

रूसी पर्यटक मीर कार्ड से भुगतान कर सकते हैं

अमेरिकी कार्ड दिग्गज मास्टरकार्ड और वीजा ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दंडित करने के लिए अमेरिकी प्रतिबंधों के तहत अपने रूसी व्यापार को फिलहाल निलंबित कर दिया है. हालांकि तुर्की ने इसकी काट निकाल ली है. तुर्की ने वीजा और मास्टरकार्ड के निलंबन को धता बताते हुए रूसी पर्यटकों को रूस की घरेलू भुगतान प्रणाली मीर के माध्यम से तुर्की में भुगतान करने की सुविधा दे दी है.

रूस ने मीर का निर्माण साल 2014 में इस डर से किया था कि क्राइमिया के विलय की वजह से रूसी बैंकों और व्यापारिक लोगों के खिलाफ पश्चिमी प्रतिबंध मास्टरकार्ड और वीजा के जरिए किए गए लेन-देन को रोक सकते हैं. बाद में मीर को कुछ अन्य देशों के लिए भी खोल दिया गया जहां रूसी लोग रहते या जाते हैं.

बैंक ऑफ रूस के मुताबिक, बैंक हस्तांतरण के लिए उपयोग किए जाने वाले मीर कार्ड पूरे रूस संघ, आर्मेनिया, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, बेलारूस, वियतनाम और साइप्रस सहित 12 अन्य देशों में स्वीकार किए जाते हैं. साल 2021 के अंत तक जारी किए गए मीर कार्डों की कुल संख्या 11 करोड़ 36 लाख है.

तुर्की में मीर कार्ड के जरिए किए गए भुगतान इस समय इस्बैंक, जीराट बांकासी और वाकिफबैंक द्वारा स्वीकार किए जाते हैं. इस्बैंक ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों का हवाला देते हुए साल 2019 में मीर कार्ड स्वीकार करना शुरू किया था.

नेवशिहिर, तुर्की का ऐतिहासिक इलाकातस्वीर: Behcet Alkan/AA/picture alliance

तुर्की के ट्रेजरी और वित्त मंत्री नुरेद्दीन नेबाती कहते हैं कि देश में मीर कार्ड के उपयोग की मौजूदा दर करीब 15 फीसदी है. तुर्की के बैंक इसे और बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं. यूक्रेन के केंद्रीय बैंक ने मीर भुगतान प्रणाली के कार्ड के साथ सभी तरह के लेन-देन को निलंबित करने के लिए तुर्की समेत कई देशों से आग्रह किया था. लेकिन तुर्की ने इस अपील को नजरअंदाज करते हुए मीर कार्ड के प्रयोग को बढ़ावा देने में लगा है.

फिलहाल, मीर कार्ड और नकद भुगतान के अलावा तुर्की में रूसी नागरिकों के पास पश्चिमी प्रतिबंधों के चलते किसी अन्य तरह के भुगतान का विकल्प नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि तुर्की के बैंक, प्रतिबंधों के उल्लंघन के डर से तुर्की में आने वाले नए रूसी नागरिकों के बैंक खाते खोलने को लेकर काफी सतर्क हैं. प्रतिबंधों को देखते हुए सुरक्षित आश्रय की तलाश में 24 फरवरी को युद्ध शुरू होने के बाद से हजारों रूसी नागरिक तुर्की पहुंचे हैं.

युद्ध को लेकर दुविधा

कुछ विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि तुर्की के इन प्रयासों की व्याख्या रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को दरकिनार करने के रूप में की जा सकती है. इस्तांबुल की अर्थशास्त्री गुलडेम अताबे डीडब्ल्यू से बातचीत में कहती हैं कि तुर्की रूस और यूक्रेन दोनों के साथ काला सागर के तट को साझा करता है और ऐसी स्थिति में उसके रूस और यूक्रेन दोनों के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंध ‘जटिल' हो गए हैं. अताबे आगे कहते हैं, "ठीक वैसे ही जैसे जर्मनी रूस पर ऊर्जा प्रतिबंध नहीं लगा सकता है, रूस के बारे में तुर्की का रुख भी कुछ ऐसा ही है कि वो खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है.”

हालांकि वो चेतावनी भी देती हैं कि तुर्की को अपने दृष्टिकोण से सावधान रहना चाहिए.

तुर्की का उन्नत बेयराकतर ड्रोनतस्वीर: Muhammed Enes Yildirim/AA/picture alliance

अताबे कहती हैं कि तुर्की के सरकारी कर्जदाता हल्कबैंक पर आरोप है कि उसने अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने में ईरान की मदद की और इस मामले में अमेरिका में केस भी चल रहा है. इसलिए तुर्की को अपनी नीतियों को लेकर खासतौर पर सावधान रहना चाहिए. वो कहती हैं, "अगर रूस से बिजली खरीदकर पश्चिम को बेचने की कोशिश की गई तो तुर्की का रुख सही से गलत हो जाएगा. यह देखते हुए कि हम एक ऐसे देश हैं जहां इस तरह की कोशिश की संभावना अधिक है. यदि यह सुनने में आता है कि हम यहां तेल खरीदकर और उसे शोधित करके पश्चिमी देशों को बेच रहे हैं तो यह हमारे लिए एक समस्या बन सकती है. क्योंकि ऐसा माना जा सकता है कि तुर्की रूस को पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से बचाने की कोशिश कर रहा है.”

लंदन स्थित ब्लूबे एसेट मैनेजमेंट के रणनीतिकार टिमोथी ऐश भी रूस के खिलाफ प्रतिबंधों पर तुर्की के दृष्टिकोण की आलोचना करते हैं और ट्विटर पर चेतावनीपूर्ण लहजे में कहते हैं कि तुर्की एक अच्छी लाइन पर चल रहा था.

पर्यटन राजस्व के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है?

तुर्की सरकार इस साल COVID-19 से पहले वाली स्थिति को पाने की उम्मीद कर रही थी जब पर्यटन राजस्व 35 अरब डॉलर था. 

हालांकि, अताबे कहती हैं कि तुर्की इस लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएगा क्योंकि इस साल रूस की अर्थव्यवस्था के दस फीसदी तक ही बने रहने की उम्मीद है. वो कहती हैं, "उनकी मुद्रा का मूल्य कम हो गया है, मुद्रास्फीति बढ़ गई है. इसलिए रूसी पर्यटकों और रूसी लोगों की क्रय शक्ति में कमी आई है. कुछ रूसी नागरिक भी छुट्टी पर कहीं बाहर जाने का इरादा छोड़ देंगे.”

तुर्की में पुरातात्विक दृष्टि से अहम नेवशिहिरतस्वीर: Behcet Alkan/AA/picture alliance

मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कुल दो अरब 47 लाख विदेशी पर्यटकों में से लगभग 47 लाख रूसी पर्यटकों ने पिछले साल तुर्की का दौरा किया, जो कुल पर्यटकों की संख्या का करीब 19 फीसद था. इसके बाद तुर्की आने वाले सबसे ज्यादा 12.5 फीसदी पर्यटक जर्मनी ​​​​और फिर 8.3 फीसदी पर्यटक यूक्रेन के थे.

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