अब फूलों से तैयार व्यंजन
२४ नवम्बर २०१२शाकाहारी और मांसाहारी, हर तरह के व्यंजन अब फूलों और उससे निकले तेल से बनाए जा सकते हैं. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में इन दिनों ऐसा ही एक अनूठा खाद्य महोत्सव चल रहा है जहां सब कुछ फूलों की सहायता से बना है. महानगर के साल्टलेक इलाके के होटल द सॉनेट में 23 से 25 नवंबर तक आयोजित इडिबल फ्लावर फूड फेस्टिवल यानी खाने योग्य फूलों का खाद्य महोत्सव में खाने के शौकीनों ने तरह तरह के व्यंजनों का जायका लिया.
इस महोत्सव में शाकाहारी मेहमानों के लिए जड़ी-बूटी और दालचीनी से बने ताजे फलों के सलाद हैं तो मांसाहारी लोगों के लिए अंगूर के रस के साथ, गुलाब के फूलों और जड़ी-बूटी से तैयार चिकन सलाद है.
होटल के कार्पोरेट शेफ नीलाद्रि चक्रवर्ती कहते हैं, "स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए खाने-पीने वाले लोगों के लिए जड़ी-बूटी, फलों और फूलों के रस से तैयार मांसाहारी व्यंजन आदर्श है. हमने इन तमाम व्यंजनों में सिर्फ जैतून के तेल का इस्तेमाल किया है और वह भी बेहद कम मात्रा में. इसलिए डायबिटीज के मरीज भी निश्चिंत होकर यह खाना खा सकते हैं."
इस महोत्सव के दौरान तैयार व्यंजनों में ट्यूलिप, लिली, गुलाब, केला, मेंहदी, अजवायन, तुलसी के फूल और पत्तों का पावडर या लिक्विड इस्तेमाल किया गया है. चक्रवर्ती का दावा है कि यह तमाम व्यंजन और इनमें इस्तेमाल होने वाली चीजें स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद फायदेमंद हैं. वह कहते हैं, "जब आप यह खाना खाएंगे तो आपको मीठे से लेकर नमकीन तक कई स्वादों का अनुभव होगा. यह व्यंजनों में एक अनूठा प्रयोग है." इस खाद्य महोत्सव का विचार चक्रवर्ती के दिमाग की ही उपज है.
शौकीनों की भीड़
चक्रवर्ती का कहना है कि इस महोत्सव की खासियत की वजह से खाने-पीने के शौकीनों की भीड़ जुट रही है. आखिर सब जानना चाहते हैं कि फूलों से खाने-पीने की चीजें कैसे बनती हैं और उनका स्वाद कैसा होता है. एक बार जायका लेने के बाद लोग इनके मुरीद हो जाते हैं. इस महोत्सव का नाम सुन कर दूर-दराज से लोग इसमें पहुंच रहे हैं. कोई 50 किलोमीटर दूर से यहां पहुंचे जीवेश बसु कहते हैं, "फूलों से इतने स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जा सकते हैं, यह पहली बार देखा और चखा है. सलाद और चिकन बेहद स्वादिष्ट लगा. उनमें फूलों की खुशबू तो थी है, उनका स्वाद भी लाजबाव था."
आगे भी नया करने की चाहत
होटल के फूड एंड वेबरेज मैनेजर सौमेन हालदार कहते हैं, "हम खाने-पीने के शौकीनों की पसंद के मुताबिक भविष्य में भी ऐसे खाद्य महोत्सव आयोजित करने की योजना बना रहे हैं. देशी-विदेशी मेहमानों में यह महोत्सव खासा लोकप्रिय हो रहा है." शेफ नीलाद्रि कहते हैं, "इन व्यंजनों को बनाना कोई मुश्किल नहीं है. इनको घर में भी आसानी से बनाया जा सकता है. इनको बनाने में कुछ समय तो लगता है, लेकिन बनाना खास मुश्किल नहीं है."
वह बताते हैं कि इन व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाली चीजें बाजार में मिलती हैं. ऐसे भोजन से बीमारियों को दूर रखने में तो सहायता मिलेगी ही, पाचन संबंधी शिकायतें भी दूर हो जाएंगी. इस महोत्सव में आने वाले कई मेहमान तो इन व्यंजनों को बनाने का तरीका भी अपने साथ लिख कर ले जाते हैं. तो आप भी तैयार हो जाइए, फूलों से तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजन बनाने और खाने के लिए.
रिपोर्ट: प्रभाकर, कोलकाता
संपादन: ओंकार सिंह जनौटी