1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
समाज

अब मालिक के साथ दफन हो पाएंगे पालतू जानवर भी

२५ अक्टूबर २०१९

जर्मनी के हैम्बर्ग राज्य में एक नया कानून बना है जिसके तहत अब लोगों के पालतू जानवरों को उनके साथ दफनाया जा सकेगा. इसके लिए शहर के कब्रिस्तानों में अलग एक सेक्शन बनाया जाएगा.

Deutschland Rosengarten-Tierbestattung in Badbergen
तस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Hibbeler

हैम्बर्ग जर्मनी के उन चंद शहरों में हैं जो एक राज्य का दर्जा भी रखते हैं. हैम्बर्ग की विधानसभा ने हाल में एक कानून पारित किया, जिसे लेकर पशु  प्रेमी बहुत खुश हैं. अब उनके पसंदीदा पालतू जानवरों को उनके साथ दफनाया जा सकेगा.

नए कानून के तहत, पालतू जानवर की अस्थियों को एक कलश नुमा बर्तन में उन पूर्व निर्धारित कब्रों में रख दिया जाएगा, जहां मरने के बाद उनके मालिकों को दफनाया जाना है. अगर मालिक की मौत पहले हो जाती है तो फिर बाद में पालतू जानवर को मालिक के साथ दफनाने की जिम्मेदारी उसके परिजनों की होगी.

ग्रीन पार्टी की प्रवक्ता उलरिके श्पार कहती हैं, "बहुत से लोगों का अपने पालतू जानवरों से बहुत नजदीकी और भावनात्मक रिश्ता होता है. जानवर परिवार के सदस्य जैसे होते हैं, इसलिए मालिक और उसके पालतू जानवर को एक साथ दफनाने की अनुमति देने का फैसला सही है."

ये भी पढ़िए: कुत्तों की ये 10 नस्लें सबसे ज्यादा मशहूर हैं

श्पार कहती हैं कि हैम्बर्ग के कब्रिस्तानों में इसके लिए अलग से सेक्शन बनाने की जरूरत है ताकि जिन लोगों को यह विचार पसंद नहीं है, उनका भी सम्मान हो सके.

हैंम्बर्ग में कब्रिस्तानों से जुड़ी संस्था के प्रवक्ता ने जर्मन केएनए समाचार एजेंसी को बताया कि शहर के उत्तरी हिस्से में एक नया कब्रिस्तान बनाया जा रहा है. वहां पर जानवर प्रेमी लोगों के लिए ढाई एकड़ की जमीन रखी गई है. उन्होंने कहा कि लोगों के साथ कुत्ते और बिल्ली जैसे छोटे जानवरों को ही दफनाया जा सकेगा, घोड़े जैसे बड़े जानवरों को नहीं.

जर्मनी में पालतू पशुओं के लिए लगभग 150 कब्रिस्तान हैं, लेकिन कुछ ही ऐसे समुदाय हैं जो लोगों के साथ उनके पालतू जानवरों को दफनाने की अनुमति देते हैं. हैम्बर्ग  के अधिकारियों का कहना है कि अभी एक साल का समय लगेगा. उसी के बाद किसी व्यक्ति को उनके पालतू जानवर के साथ दफनाया जा सकेगा.

एके/आईबी (केएनए, ईपीडी)

__________________________

हमसे जुड़ें: WhatsApp | Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore

ये भी पढ़िए: जानवरों से फैलती बीमारियां

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें