बोर्ड का मानना है कि अब चूंकि सरस्वती नदी के अस्तित्व के बारे में पता चल चुका है तो इसलिये ये कदम उठाया जा सकता है. हरियाणा सरकार के वरिष्ठ मंत्री अनिल विज ने कहा कि सिंधु घाटी सभ्यता का नाम बदलकर सरस्वती नदी सभ्यता किया जाना इतिहास को नये सिरे से लिखना नहीं, बल्कि इतिहास को सही करना होगा. उन्होंने कहा कि इतिहासकारों को लगता था कि सरस्वती महज एक मिथक है, जबकि सिंधु नदी उन्हें बहती नजर आती थी इसलिए उन्होंने इसे सिंधु घाटी सभ्यता नाम दिया. विज ने कहा "आज कोई भी सरस्वती नदी को मिथक नहीं कह सकता, यहां तक कि इसरो जैसी विशिष्ट संस्थाओं ने भी इसके अस्तित्व को माना है. हरियाणा के हिसार जिले के राखीगिरी इलाके में इस सभ्यता के अवशेष मिले हैं और इस क्षेत्र में सरस्वती के होने के भी सबूत मिलते है. इसलिए नया नाम सरस्वती नदी सभ्यता रखा जाना चाहिये."
कुछ महीने पहले हरियाणा की भाजपा सरकार ने ऐसा ही एक दावा किया था. सरकार ने कहा था कि पुरातात्विक खुदाई में सरस्वती नदी के अस्तित्व का पता चल चुका है, और सरकार ने खुदाई के स्थल पर पानी भी छोड़ कर नदी की धारा को पहचानने का काम भी किया है.
बोर्ड का तर्क है कि जब विशेषज्ञ ये मान चुके हैं कि सरस्वती नदी एक कल्पित कथा नहीं है और इसका वजूद एक वास्तविकता है तो सिंधु घाटी सभ्यता का नाम बदलकर सरस्वती नदी सभ्यता रखा जाना चाहिए.
काश ऐसा किया होता! लेकिन अब किया जाए! अब तो उम्र ही निकल गई. कभी मायूसी में ऐसा ख्याल आए तो इन जिंदादिल बुजुर्गों को जरूर याद करना.
तस्वीर: Getty Imagesफ्रांस के रोबेयर मारशों की उम्र 105 साल है. उन्होंने इस उम्र में एक घंटे में 22.5 किलोमीटर साइकिल चलाने का रिकॉर्ड बनाया है.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/F. Moriब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के फौजा सिंह को पगड़ी वाला तूफान भी कहा जाता है. फौजा सिंह 100 साल की उम्र में मैराथन दौड़ पूरी करने वाले दुनिया के पहले शख्स हैं. 2003 में उन्होंने मैराथन दौड़ से संन्यास लिया. 105 साल के फौजा सिंह अब भी जॉंगिंग करते नजर आ जाते हैं.
तस्वीर: Getty Images98 साल की ताओ पोर्चोन लिंच दुनिया की सबसे बुजुर्ग योग टीचर हैं. आज भी वह नियमित रूप से अपने छात्रों को 90 मिनट तक योग और ध्यान सिखाती हैं. बचपन में अपने अंकल के साथ पुद्दुचेरी आई ताओ ने वहीं योग सीखा.
तस्वीर: APजापान के युइचिरो मियुरा ने 80 साल की उम्र में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर फतह हासिल की. चढ़ाई से पहले ज्यादातर लोग आशंका जता रहे थे कि युइचिरो मौत को न्योता दे रहे हैं. लेकिन आखिरकार हिम्मत और सधी तैयारी की जीत हुई.
तस्वीर: picture-alliance/dpaपोलैंड की हेलेना नोरोविच ने जवानी के दिनों में विज्ञापनों और फिल्मों में अभिनय किया. लेकिन बाद में उम्र का हवाला देकर उन्हें काम नहीं मिला. हेलेना इससे निराश नहीं हुईं. 80 साल की उम्र उन्होंने फिर मॉडलिंग में कदम रखा. अब वे 82 साल की हैं और सफल मॉडल हैं.
तस्वीर: DWपोलैंड के अलेक्जांडर डोबा ने अकेले चप्पू चलाकर अटलांटिक महासागर को पार किया, वो भी 69 साल की उम्र में. अटलांटिक का सबसे दुश्वार रास्ता चुनने के बाद उन्होंने छह हजार किलोमीटर तक अकेले एक छोटे से कयाक पर महासागर पार किया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/T. Zmijewskiनेपाल के दुर्गा कामी ने उम्र के 60 साल गुजरने के बाद स्कूल जाना शुरू किया. तब से वह लगातार स्कूल जा रहे हैं और अब तक 10वीं भी पास कर चुके हैं. दुर्गा कहते हैं कि नया सीखने के लिए कोई उम्र कम नहीं होती.
तस्वीर: Reuters/N. Chitrakarकई दशकों तक बेऔलाद होने के राजोदेवी और बाल राम ने हार नहीं मानी. और आखिरकार बीते साल फर्टिलिटी सेंटर की मदद से इस भारतीय जोड़े के घर में किलकारी गूंजी. 68 की उम्र में मां बनने वाली राजो देवी दुनिया की पहली महिला हैं.
तस्वीर: STRDEL/AFP/Getty Images इससे पहले हरियाणा सरकार ने दिल्ली से सटे गुड़गांव का नाम बदलकर गुरुग्राम कर चुकी है. हाल में ही हरियाणा सरकार ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में सरस्वती महोत्सव का आयोजन भी किया था.
एए/एके (पीटीआई)