अमीरों और उदारवादी एफडीपी का गढ़ स्ट्रांडे
२२ सितम्बर २०१७सूरज, सागर और रेत यूरोप के लिए शायद इससे सुखद और कुछ नहीं. हवा में घुलती नमक की गंध, प्राचीन स्वरूप में सहेज कर रखे किनारों से टकराती लहरों का शोर, हरे भरे लेकिन औद्योगिक जर्मनी में जो दिखाई या सुनाई देता है उसका यहां दूर दूर तक कोई अता पता नहीं. सागर किनारे बसे स्ट्रांडे के 1600 स्थानीय लोगों को अपने गांव का यही रूप भाता है. 70 साल के मछुआरे हाइंस ग्रिकशाइट कहते हैं, "यहां रहना बहुत प्यारा है. सर्दियों में यहां अकेलापन भी होता है, शहरों की तरह. लेकिन गर्मियों में ड्रेसिंग गाउन पहन कर बीच पर जाना शानदार होता है." श्लेसविष होल्स्टाइन राज्य की राजधानी कील से स्ट्रांडे महज 15 किलोमीटर की दूरी पर है.
कभी सैन्य अड्डा रहे मछुआरों के इस गांव ने पिछले कुछ सालों में आर्थिक रूप से काफी तरक्की की है. प्रसिद्ध लेक्चरर, बड़े डॉक्टर, ऊंची कमाई वाले फ्रीलांसर इस इलाके में रहने आ गये हैं और यहां बेरोजगारी की दर अब 2 फीसदी के भी नीचे है. हार्बर की तरफ जाएं तो 300 से ज्यादा याट और छोटे बोट नजर आते हैं. बच्चों के लिए नौकायन और पैडल बोर्डिंग रोजमर्रा के खेल हैं. इनमें से कुछ ओलंपिक के लिए सपने लेकर भी बड़े हो रहे हैं. मछली पकड़ने वाली नावों के बीच ही एक छोटी सी कतार लोगों की है जो अभी अभी पकड़ कर लाई गयी मछलियों को खरीदना चाहते हैं. इन्हीं के बीच 77 साल के यूनिवर्सिटी के रिटायर लेक्चरर येंस बोडेंडिक भी दिखे. बोडेंडिक कहते हैं, "तुलनात्मक रूप से थोड़े ज्यादा पैसे वाले लोग जिनके पास बड़े घर हैं और उनमें से ज्यादातर यह मानते हैं कि यह सब इसलिए हुआ क्योंकि वो दूसरों से ज्यादा सक्षम थे... ये लोग यह नहीं मानते कि जिंदगी में केवल किस्मत से ज्यादा कुछ मिलता है."
यहां के घर भी परीकथाओं जैसे हैं, बड़े, आलीशान और हर तरह की सुविधा से युक्त केवल अच्छी कमाई वाले ही उन्हें हासिल कर सकते हैं और एफडीपी की टैगलाइन से यह बिल्कुल मेल खाते हैं. 2017 में जब श्लेसविष होल्स्टाइन के प्रांतीय चुनाव हुए और उदार एफडीपी को स्ट्रांडे में 30 फीसदी वोट मिले तो किसी को हैरानी नहीं हुई. एफडीपी को पूरे राज्य में केवल 11.5 फीसदी वोट मिले थे. 2014 के आम चुनाव की तुलना में और गिरने की बजाय पार्टी ने अपनी स्थिति में सुधार किया था. तब पार्टी महज पांच फीसदी वोट भी हासिल नहीं कर पाई थी जो निचले सदन में घुसने के लिए जरूरी है. लेकिन अब पार्टी को 8.5 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.
धन और तटवर्ती सौंदर्य के अलावा भी कोई और चीज है जो स्ट्रांडे में एफडीपी के लिए वोट जुटाती है और वो हैं कुबिकी दंपत्ति. स्थानीय एफडीपी के सदस्यों के बीच क्वीन और चीफ के नाम से विख्यात अनेट मारबेर्थ कुबिकी और उनके पति वोल्फांग कुबिकी 1993 से ही स्ट्रांडे में रह रहे हैं. हाल ही में स्थानीय एकडीपी ने नगरपालिका में प्रतिनिधित्व की 20वीं सालगिरह मनायी थी. इलाके में पार्टी की सफलता का श्रेय मोटे तौर पर वोल्फगांग कुबिकी को दिया जाता है जो एफडीपी के उपाध्यक्ष और श्लेसविष होल्स्टाइन में विधायक दल के नेता हैं. 69 साल के मछुआरे ऊवे पेटके का कहना है, "कुबिकी हमारे लिए प्रचार करते है और अगर वो हमारी मदद करते हैं तो हम भी उन्हें वोट देंगे. दूसरी पार्टियां मछलीपालन को नजरअंदाज करती हैं. मैं नहीं मानता कि वो बहुत अच्छे हैं लेकिन कुबिकी हमारे साथ बैठकर हमारे मुद्दों पर बात करते हैं. हमने दूसरी पार्टियों को कभी इतना पास आते नहीं देखा."
स्ट्रांडे की अमीर और "अच्छी जिंदगी" की छवि होने के बावजूद कुबिकी कहते हैं कि म्युनिसिपैलिटी की कसौटी है "सबके लिए खुलापन." कुबिकी के मुताबिक, "हमारी पार्टी में भी बहुत से लोग हैं जो तुलनात्मक रूप से कम कमाते हैं लेकिन उन्हें कभी नहीं लगता कि उनकी इज्जत कम है. इसके उलट यह बहुत कुछ लोगों के व्यक्तित्व पर भी निर्भर करता है. और इससे बनता है आकर्षण जो हम यहां समुदाय के रूप में बहुत सारा हासिल कर सकते हैं. आप इससे इनकार नहीं कर सकते कि स्ट्रांडे बेहद खूबसूरत है और हमें इस पर शर्मिंदा नहीं होना चाहिए." कुबिकी जर्मन संसद में भी रहे हैं.
अगर यहां दूसरी पार्टियों के बारे में बात करें तो दो विपरीत धाराओं ग्रीन पार्टी और धुर दक्षिणपंथी एएफडी के लिए कोई उम्मीद फिलहाल नहीं दिखती. एफडीपी के सदस्य तो यह भी दावा करते हैं कि मेयर होल्कर क्लिंक जो सीडीयू के सदस्य हैं वो गलत पार्टी में हैं. स्ट्रांडे विला के गार्डेन में एक काले, हरे और पीले रंग का जमैका का झंडा लहरा रहा है. इसमें जो रंग हैं वो श्लेसविष होल्स्टाइन की सरकार यानी सीडीयू का काला, ग्रीन और एफडीपी के हैं. इस गठबंधन को जर्मनी में जमैका गठबंधन कहा जाता है. चुनाव सर पर है, तो क्या ये गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर भी हो सकता है?
रिपोर्टः केट ब्रैडी