1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अमेरिका की ओर बढ़ते प्रवासी कहां रुकेंगे?

२४ अक्टूबर २०१८

हजारों लोगों का एक कारवां अमेरिका में शरण पाने के लिए बढ़ा चला जा रहा है. ट्रंप प्रशासन एक तरफ इसका हल ढूंढने में परेशान है तो दूसरी ओर मध्यावधि चुनाव से पहले रैलियों में बोलने के लिए ट्रंप को एक मुद्दा मिल गया है.

Mexiko Mittelamerikanische Migranten auf dem Weg in die USA
तस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Castillo

ट्रंप प्रशासन अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर जमा हो रहे प्रवासियों के लिए अब तक कोई योजना तैयार नहीं कर पाया है. हालांकि ट्रंप चेतावनी दे चुके हैं कि वह या तो इसे राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर देंगे या फिर उन देशों से मदद मांगेंगे जिनके नागरिक अमेरिकी सीमा की ओर बढ़े चले आ रहे हैं. प्रवासी मामलों से जुड़े अधिकारी और ट्रंप के सलाहकार बंद कमरों में बैठक कर मामले का हल ढूंढने में लगे हैं.

पिछले हफ्ते इस मामले ने जोर पकड़ लिया. 7000 से ज्यादा लोगों का एक कारवां अमेरिका की तरफ बढ़ा चला जा रहा है. इसमें बड़ी तादाद में महिलाएं और बच्चे भी हैं. मंगलवार को इस काफिले को भोजन और मेडिकल सुविधा मिली. मेक्सिको की ओर से सीमा की तरफ बढ़ रहे लोग अच्छी जिंदगी की चाह में अमेरिका जाना चाहते हैं.

दो हफ्ते बाद अमेरिका में मध्यावधि चुनाव होने हैं. एक तरफ ट्रंप इस मुश्किल का सामना करने में जुटे हैं तो दूसरी तरफ रैलियों में उन्हें बोलने के लिए एक मुद्दा भी मिल गया है. ट्रंप ने माना है कि इस बात के कोई सबूत नहीं कि होंडुरास, सल्वाडोर और ग्वाटेमाला के लोगों के बीच कुछ मध्यपूर्व के लोग हैं. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, "हो भी सकते हैं." माना जा रहा है कि ट्रंप की प्रतिक्रिया चुनाव से पहले लोगों में आतंकवाद का भय जगाने के लिए तैयार की गई होगी.

प्रवासियों का यह कारवां 13 अक्टूबर को होंडुरास से चला था. ज्यादातर प्रवासी ग्वाटेमाला को गैरकानूनी तरीके से पार कर मेक्सिको जा पहुंचे और फिर यह कारवां चल पड़ा. मेक्सिको के अधिकारियों ने उन्हें चेतावनी भी दी कि जिन लोगों के पास दस्तावेज नहीं हैं उन्हें उनके देश वापस भेजा जाएगा. एक सरकारी बयान के मुताबिक करीब 1700 प्रवासियों ने अब तक शरणार्थी दर्जा पाने के लिए आवेदन किया है ताकि उन्हें कानूनी दर्जा मिल सके. इसके अलावा होंडुरास के करीब 500 लोगों ने मेक्सिको से उन्हें उनके देश वापस जाने में मदद की मांग की है.  संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूएनएचसीआर का कहना है कि इन प्रवासियों में ऐसे लोग भी हैं जो शरण पाने के हकदार हैं.

तस्वीर: Reuters/A. Latif

शरणार्थी का दर्जा पाने की कोशिश कर रहे प्रवासी तापाचूला शहर में रुके रहे जबकि बाकी लोग उत्तर की तरफ हुइक्स्टला तक चले गए. उन्होंने शहर में रात बिताई और आगे चलने के लिए योजना बनाई. शहर के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें दोनों शहरों को जोड़ने वाली सड़क पर एक प्रवासी की लाश भी मिली है. माना जा रहा है कि यह आदमी सांस की तकलीफ और पानी की कमी के कारण मर गया. दो लोगों की मौत एक चलती गाड़ी से गिरने के कारण हो गई.

स्थानीय प्रशासन, चर्च और सामुदायिक संगठन प्रवासियों को खाना, पानी, कपड़ा और दवाइयों जैसी सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं. इसी बीच मध्य अमेरिकी देशों की ऐसी 30 मांएं जिनके बच्चे खो गए थे वे भी सीमा के तालिस्मान पोस्ट से मेक्सिको पहुंच गई हैं. इस तरह की मांओं का काफिला हर साल अपने बच्चों की तलाश में आता है.

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि कि उन्होंने सीमा पर गश्त लगाने वाले सुरक्षा बलों से बात की है. ट्रंप ने कहा है कि उन्होने "मध्यपूर्व के कई लोगों को पकड़ा है" इनमें "अच्छे और बुरे लोग" शामिल हैं. ट्रंप ने उप राष्ट्रपति माइक पेंस से इस मामले पर और ज्यादा जानकारी देने को कहा. माइक पेंस ने बताया कि उन्होंने होंडुरास के राष्ट्रपति जुआन ऑरलैंडो हरनांनदेज से बात की है जिनका कहना है कि इस कारवां का आयोजन वामपंथी संगठनों ने किया है और उन्हें वेनेजुएला से धन मिला है.

तस्वीर: Getty Images/AFP/P. Pardo

यह पूछने पर कि क्या इसका जवाब इन प्रवासियों के देश की स्थिति को बेहतर बनाना है, ट्रंप ने कहा कि मदद "इन देशों में लंबे समय से कारगर नहीं हो रही है." इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि उन्हें अपने देश पर बदलाव के लिए ध्यान देना होगा. उधर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो ने कारवां को "अस्वीकार्य सुरक्षा खतरा" बताया है. एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि प्रवासी मानव तस्करों के निशाने पर हैं जो उनका शोषण करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने प्रवासियों को गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में घुसने पर रोक लगाने की शपथ भी ली.

एनआर/एके (डीपीए, एपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें