1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अमेरिका को कड़ा जवाब देने के लिए तैयार यूरोपीय देश

अपूर्वा अग्रवाल
१५ जून २०१८

इस हफ्ते यूरोप का हाल कुछ मिला-जुला रहा. फुटबॉल फीवर के बाद महाद्वीप पर आप्रवासियों के मुद्दे पर बहस और अमेरिका के साथ कारोबारी जंग तेज हो गई. साथ ही नाम पर ग्रीस और मैसेडोनिया की दशकों पुरानी बहस और भी बढ़ गई.

Deutschland Pulse of Europe | Berlin
तस्वीर: picture alliance/NurPhoto/E. Contini

अमेरिका के रुख का यूरोपीय देशों ने दिया जवाब

अमेरिका को जवाब देने के लिए यूरोपीय देशों ने भी कमर कस ली. अमेरिका की ओर से यूरोपीय स्टील और अल्युमीनियम पर लगाए गए कड़े शुल्कों के जवाब में अमेरिका की व्हिस्की, हार्ली डेविडसन मोटरसाइकिल आदि पर यूरोपीय देशों ने भी टैरिफ बढ़ाने का फैसला लिया. यूरोपीय देशों का यह कदम जी-7 के बाद छिड़े ट्रांस अंटलाटिक कारोबारी झगड़े को और हवा देगा.

आप्रवासियों को हेल्थ केयर मुहैया कराएगा स्पेन

पेद्रो सांचेज के नेतृत्व में स्पेन की नई सरकार ने घोषणा की कि वह नई आप्रवासी नीति के तहत देश में आए अप्रवासियों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाएगी. इसके लिए सरकार एक नया अध्यादेश लाएगी.

तस्वीर: Imago/Le Pictorium/J. Mattiax

सरकार की प्रवक्ता ने कहा कि यह उन निर्णयों का हिस्सा है जिसमें लोगों के अधिकारों को सर्वोच्च माना गया है. यूरोप में पिछले लंबे समय से आप्रवासियों के मुद्दे को लेकर बहस चल रही है.

जॉर्जिया के प्रधानमंत्री ने की इस्तीफे की घोषणा

पिछले ढाई साल से सत्तारूढ़ जॉर्जी क्विरीकाशविली ने देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की है. प्रधानमंत्री ने कहा, "सत्ता दल के कुछ नेताओं के बीच आपसी मतभेद हैं, ऐसे में बेहतर होगा कि पार्टी के अन्य सदस्यों को अपना नया नेता चुनने का मौका दिया जाए."

तस्वीर: picture-alliance/dpa/D. Aslanov

मौजूदा प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधानमंत्री बिजिना इवानाशविली के साथ मतभेद उभर कर सामने आए थे.

नाम पर विवाद अब भी बरकरार

ग्रीस और मैसेडोनिया के बीच लंबे समय से नाम पर विवाद चल रहा था. इस हफ्ते दोनों देशों के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ. लेकिन फैसले के एक दिन बाद ही मैसेडोनिया के राष्ट्रपति ने देश के प्रधानमंत्री के फैसले को मानने से इनकार करते हुए समझौते पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया.

तस्वीर: Reuters/A. Avramidis

समझौते के तहत दोनों देशों के बीच मैसेडोनिया के नए नाम "रिपब्लिक ऑफ नार्थन मैसेडोनिया" पर सहमति बनी थी.

71 आप्रवासियों की जान लेने वाले को 25 साल की कैद

हंगरी की एक अदालत ने मानव तस्करी के चार आरोपियों को 25 साल कैद की सजा सुनाई है. इन आरोपियों पर 71 आप्रवासियों को दम घोंट कर मारने का आरोप था.चारों तस्करों ने इन लोगों को एक ट्रक के फ्रीजर में डालकर उनकी जान ले ली थी. अभियोजन दोषियों के लिए उम्रकैद की मांग कर रहा था. दोषियों में तीन बुल्गारिया और एक अफगानिस्तान से है. 

 

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें