1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अमेरिका को कभी ड्रोन हमलों की इजाजत नहीं दी: गिलानी

३ जुलाई २०११

अमेरिका और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री गिलानी ने कहा है कि उन्होंने कभी अमेरिका को ड्रोन हमलों की अनुमति नहीं दी. पिछले हफ्ते अमेरिका ने पाकिस्तान के शम्स एयरबेस को खाली करने से मना कर दिया.

©Philippe Sterc/Wostok Press/MAXPPP France, Paris 04/05/11/11 Yousouf Raza Gilani Premier ministre de la Republique Islamique du Pakistan est recu a l Elysee M. Yousouf Raza Gilani prime minister of islamic republique of Pakistan is received at the Elysee Palace
तस्वीर: picture alliance/dpa

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ राजा गिलानी ने कहा है कि उनकी सरकार ने कभी भी अमेरिका को इस बात की इजाजत नहीं दी कि वह पाकिस्तान के एयरबेस का कबायली इलाकों में ड्रोन हमलों के लिए उपयोग करे. गिलानी ने अपने गृह नगर पंजाब के मुल्तान में पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही. एक सवाल के जवाब में गिलानी ने कहा, "पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की सरकार ने अमेरिका को सैनिक सर्वेक्षण के लिए एयरबेस के इस्तेमाल की इजाजत जरूर दी थी... मेरी सरकार ने उन्हें कभी भी ड्रोन हमलों की अनुमति नहीं दी."

गिलानी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान के शम्सी एयरबेस को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा है. पिछले हफ्ते पाकिस्तान के रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार ने बताया कि पाकिस्तान ने अमेरिका को एयरबेस छोड़ने के लिए कहा है लेकिन अमेरिका ने पाकिस्तान की मांग ठुकरा दी है. अमेरिकी अधिकारियों ने पश्चिमी मीडिया को बताया कि बेस खाली नहीं किया जाएगा. अधिकारियों के अनुसार अप्रैल के महीने से ही ड्रोन हमलों को रोका जा चुका है, हालांकि अमेरिकी सैनिक अभी भी वहां तैनात हैं.

तस्वीर: picture alliance / dpa

मीडिया के लिए बयान

पाकिस्तान की सूचना मंत्री के बयान के बाद से विवाद और भी बढ़ गया है. शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए सूचना मंत्री फिरदौस आशिक अवान ने रक्षा मंत्री के बयान के बारे में कहा, "यह केवल मीडिया के लिए दिया गया एक बयान है." अवान ने कहा कि इस मुद्दे पर अभी तक रक्षा समिति की बैठक में कोई चर्चा हुई ही नहीं है.

दक्षिण पश्चिमी बलूचिस्तान के शम्सी एयरबेस का अमेरिका ड्रोन हमलों के लिए इस्तेमाल करता आया है. 90 के दशक से यह एयरबेस का संचालन संयुक्त अरब अमीरात के हाथों में है, जिसने अमेरिका को इसके इस्तेमाल की मंजूरी दी हुई है.

रिपोर्ट: पीटीआई/ईशा भाटिया

संपादन: एन रंजन

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें