अमेरिका में लगातार चौथा राष्ट्रपति, चुनौती वही पुतिन
७ अक्टूबर २०१६
अमेरिका में बीते डेढ़ दशक से राष्ट्रपति बदलते रहे हैं, लेकिन अमेरिकी विदेश नीति की एक चुनौती अपनी जगह कायम है. चुनौती है रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से निपटना.
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बात सीरिया संकट की हो, यूक्रेन की या फिर साइबर स्पेस में होने वाली गतिविधियों की, पुतिन का रूस खतरे उठाने और ताकत दिखाने के मामले में जोखिम उठाने के लिए अमेरिका से ज्यादा तत्पर दिखाई देता है. पुतिन ने 2000 में जब पहली बार बतौर राष्ट्रपति सत्ता संभाली थी, तो बिल क्लिंटन अमेरिका के राष्ट्रपति थे. उसके बाद जॉर्ज बुश और बराक ओबामा आए और अब फिर अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं.
बीते चार साल में रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के क्रीमिया को अपने देश में मिला लिया और सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद को सत्ता बाहर करने की अमेरिकी योजना को कामयाब नहीं होने दिया. इसके अलावा अमेरिका पर होने वाले साइबर हमले भी बढ़े हैं जिनके लिए अमेरिकी अधिकारी रूसी खुफिया एजेंसी के इशारों पर काम करने वाले हैकर्स को मानते हैं.
दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स
फोर्ब्स पत्रिका ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के सबसे ताकतवर लोगों की सूची में 9वें स्थान पर रखा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार तीसरे साल पहले स्थान पर बने हुए हैं.
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ताकतवर पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार तीसरे साल शीर्ष पर बने हुए हैं. पहले वैश्विक स्तर पर तमाम विरोधों के बावजूद उन्होंने जिस तरह क्रीमिया का अधिग्रहण किया. हाल ही में सीरिया में हवाई हमले कर एक बार फिर वे वर्तमान गंभीर संकट में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं.
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जर्मन चांसलर
जर्मनी यूरोप की राजनीति और आर्थिक पटल पर अहम स्थान रखता है और अर्थव्यवस्था के मामले में यूरोप में सबसे अधिक शक्तिशाली है. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल इस साल सूची में 5वें स्थान से उठकर तीसरे स्थान पर आ गई हैं. सीरियाई शरणार्थियों की मदद के लिए मैर्केल के उदार और साहसी कदम के कारण उनकी छवि और भी ताकतवर नेता की बनी है.
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तीसरे नंबर पर ओबामा
फोर्ब्स की ताकतवर 72 लोगों की सूची में तीसरे नंबर पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा हैं. फोर्ब्स के मुताबिक दूसरे टर्म के अंतिम चरण में आ चुके ओबामा की लोकप्रियता पहले के मुकाबले कुछ कम हुई है.
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चौथे नंबर पर पोप फ्रांसिस
ऐसा नहीं है कि शक्तिशाली लोगों की सूची में सिर्फ देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हों. इसी सूची में कैथोलिक गिरजे के प्रमुख पोप फ्रांसिस भी हैं. पोप रूढ़िवादी कैथोलिक ईसाइयों की पुरानी छवि को बदलने के काम में जुटे हुए हैं.
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शी जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग फोर्ब्स की सूची में पांचवे नंबर पर हैं. सत्तारूढ़ जिनपिंग माओ झे डोंग के बाद सबसे ताकतवर चीनी नेता बनकर उभरे हैं. वे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं.
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छठवें नंबर पर बिल गेट्स
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स इस सूची में सातवें से छठी पायदान पर आ गए हैं. अमेरिका के सबसे अमीर शख्स गेट्स अपने अरबों डॉलर का इस्तेमाल दुनिया भर के प्रमुख सामाजिक परिवर्तन के लिए कर रहे हैं.
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ऊपर उठे नरेंद्र मोदी
इस साल 9वें स्थान पर विराजमान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 की सूची में 15वें स्थान पर थे. मई 2014 में हुए आम चुनाव में बहुमत से जीतकर सत्ता में आने वाले बीजेपी नेता मोदी के बारे में फोर्ब्स का कहना है कि पीएम मोदी को अपनी पार्टी के सुधार एजेंडा को आगे बढ़ाने और "झगड़ालू विपक्ष" पर नियंत्रण करने पर ध्यान देना चाहिए.
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ताजा घटनाक्रम में पुतिन ने अमेरिका के साथ उस संधि को भी तोड़ दिया है जिसमें हथियारों में इस्तेमाल होने सकने वाले प्लूटोनियम को नष्ट करना है. हथियार कंट्रोल संघ के डेरिल किमबॉल कहते हैं, "अगर उनके संबंध खराब होते हैं तो वे दोनों परमाणु हथियार नियंत्रित करने के क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करने या ताकत दिखाने की कोशिश करेंगे."
अमेरिका के कुछ पूर्व और मौजूदा अधिकारी मानते हैं कि अमेरिका समझ ही नहीं पाया है कि जिस दशक में सोवियत संघ का पतन हुआ, उसे लेकर पुतिन के मन में कितनी कड़वाहट है. एक अमेरिकी अधिकारी का कहना है कि पुतिन अपने देश का खोया हुआ रसूख हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं जबकि इराक और अफगानिस्तान में युद्धों से सहमा अमेरिका जोखिम उठाने के लिए तैयार नहीं है.
शीर्ष नेता जिन्होंने झेला है व्यंग्य
जर्मन कॉमिडियन का तुर्की राष्ट्रपति से जुड़ा व्यंग्य कोई पहला विवादास्पद वाकया नहीं है. दुनिया भर के व्यंग्यकार समय समय पर प्रभावशाली नेताओं पर व्यंग्य कसते आए हैं. देखिए अभिव्यक्ति की आजादी से निकले ये प्रसिद्ध व्यंग्य.
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अंगेला मैर्केल
ग्रीस को ऋण संकट से बाहर निकालने के लिए बेलआउट प्रस्ताव पर जब यूरोपीय संघ के साथ वार्ताओं का दौर चल रहा था, उस दौरान जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल को तमाम ग्रीक पत्रिकाओं में नाजी प्रतीकों और पोशाकों के साथ चित्रित किया गया. यह चित्र ग्रीक व्यंग्य पत्रिका "मिस्टिकी एलाडा" के 2012 के अंक का मुखपृष्ठ है. जर्मन सरकार ने इनके खिलाफ कभी कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की.
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डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी जीतने के लिए चुनावी मैदान में उतरे डोनाल्ड ट्रंप अनगिनत कार्टूनों और व्यंग्य का प्रिय विषय बने. 10 अप्रैल को "दि बॉस्टन ग्लोब" ने अपने अखबार में एक मजाकिया पहला पन्ना प्रकाशित किया, जिसमें उन दिनों की प्रमुख खबरों की कल्पना की गई जो ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर आम हो सकती हैं. ट्रंप ने इसे "बेवकूफाना" और "बेकार" बताया.
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व्लादिमीर पुतिन
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की छुट्टियों की तस्वीरों में उन्हें अक्सर अपनी मांसपेशियां और फिट शरीर दिखाते हुए देखा जाता है. बिना शर्ट पहने खुली छाती के साथ घुड़सवारी करती पुतिन की तस्वीर दुनिया भर में देखी गई थी. 2015 में जर्मन शहर डुसेलडॉर्फ की कार्निवाल परेड में पुतिन की उसी तस्वीर पर आधारित व्यंग्यात्मक झांकी निकली थी.
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किम जोंग-उन
उत्तरी कोरियाई कम्युनिस्ट शासक किम जोंग-उन को लेकर बहुत मजाक बनते रहे हैं, जो उन्हें सख्त नापसंद है. दि इंटरव्यू नामकी एक व्यंग्यात्मक डॉक्यूमेंट्री के रिलीज के ठीक पहले सोनी पिक्चर्स के सिस्टम हैक हो गए थे. इस फिल्म में किम जोंग-उन का एक काल्पनिक इंटरव्यू और अमेरिकी सीआईए को उनकी हत्या की योजना बनाते दिखाया गया था. एफबीआई जांच में उस साइबर हमले के पीछे उत्तर कोरिया सरकार का हाथ पाया गया.
विश्व के शीर्ष नेताओं का मजाक बनाए जाने की परंपरा भी काफी लंबी है. सन 1915 के इस ब्रिटिश कार्टून में विंस्टन चर्चिल को ट्रोजन युद्ध के दौरान बदहाल एचिलिस के रूप में दिखाया गया. चर्चिल उस समय ब्रिटिश नेवी के सचिव थे और 1940 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने. इस कार्टून में गालिपोली के युद्ध के दौरान ब्रिटिश नेतृत्व की विफलता पर व्यंग्य किया गया था.
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जॉर्ज डब्ल्यू बुश
अमेरिका के 43वें राष्ट्रपति पर आधुनिक राजनीतिक इतिहास में शायद सबसे ज्यादा चुटकुले बने हों. देर रात के टीवी शो से लेकर कॉमेडियन और कार्टूनिस्टों के पसंदीदा पात्र रहे बुश को अक्सर कम बुद्धिमत्ता वाला दिखाया जाता. हाल ही में जब बुश ने पेंटिंग में अपनी दिलचस्पी की बात की तो कलाकारों ने इस मौके पर भी ऐसे स्केच के साथ प्रतिक्रिया दी.
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बेन्यामिन नेतन्याहू
इस्राएली प्रधानमंत्री नेतन्याहू की गहरी आवाज की नकल करते कलाकार इस्राएल के कॉमेडी टीवी शो में दिखते हैं. साप्ताहिक व्यंग्यात्मक टीवी शो "एरएत्स नेहदेरेत" यानि "एक निराला देश" सबसे लोकप्रिय कार्यक्रमों में से एक है. नेतन्याहू ने सार्वजनिक रूप से तो कभी भी इस पर कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई है. इसके उलट, "बीबी" नाम से पुकारे जाने वाले नेतन्याहू खुद 2013 में इस शो में स्टार गेस्ट के रूप में आए थे.
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अयातोल्लाह खोमेनी
यान बोएमरमन की ही तरह जर्मनी में रहने वाले डच मूल के एक कलाकार रूडी कारेल ने भी 1987 में एक राजनयिक विवाद छेड़ा था. उन्होंने अपने मोंटाज में ईरानी क्रांति के नेता अयातोल्लाह खोमेनी पर महिलाओं के अंतवस्त्र फेंके जाते दिखाया था. प्रतिक्रिया के तौर पर तेहरान ने दो जर्मन राजनयिकों को देश से निकाल दिया था.
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नाम न जाहिर करने की शर्त पर इस अधिकारी ने कहा, "प्रशासन कभी समझ नहीं पाया है कि पुतिन और बहुत सारे रूसी लोग 1990 के दशक को लेकर किस कदर भावुक हैं और उनके हिसाब से दुनिया में रूस का जो स्थान होना चाहिए, वो उसे हासिल करने के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं और पुतिन वही हासिल करने में लगे हैं. वो तब तक आगे बढ़ते रहेंगे जब तक उन्हें किसी गंभीर प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ेगा और अब तक उन्हें ऐसा कुछ झेलना नहीं पड़ा है.”
सीरिया के मुद्दे पर रूस से वार्ता टूटने के बाद अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि व्हाइट हाउस को अभी तय करना बाकी है कि सीरिया में आगे क्या करना है, लेकिन ये उम्मीद कम ही लोगों को है कि अपने कार्यकाल के आखिरी महीनों में वो कोई बड़ा बदलाव करेंगे.