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अमेरिका में विरोध प्रदर्शन, सैकड़ों गिरफ्तार

२ अक्टूबर २०११

अरब जगत में प्रदर्शनों पर अमेरिका ने लोगों की इच्छा पूरी करने की दुहाई दी. प्रदर्शनकारियों के साथ नरमी से पेश आने की नसीहत पर अमेरिका ने खुद अमल नहीं किया. प्रदर्शन हुए तो वही सब हुआ. गिरफ्तारियां और पुलिस का बल प्रयोग.

तस्वीर: dapd

शनिवार को न्यू यॉर्क में प्रदर्शन कर रहे वॉल स्ट्रीट विरोधी करीब सात सौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. ये लोग ब्रुकलिन ब्रिज पर प्रदर्शन कर रहे थे. इस वजह से वहां ट्रैफिक जाम हो गया. अधिकारियों को पुल बंद करना पड़ा. और घंटों तक हालात ऐसे ही बने रहे.

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क्यों हो रहे हैं प्रदर्शन

वॉल स्ट्रीट विरोधी प्रदर्शनकारियों ने अपना प्रदर्शन लोअर मैनहटन में एक छोटे से पार्क से दो हफ्ते पहले शुरू किया. वे लोग बड़े बड़े कॉर्पोरेट हाउसों को राहत पैकेज दिए जाने का विरोध कर रहे हैं. शनिवार को उनका जत्था ब्रुकलिन ब्रिज तक पहुंच गया. एक पुलिस अफसर ने बताया, "700 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ज्यादातर पर दुर्व्यहार का आरोप है."

कुछ लोगों को गिरफ्तारी के चंद घंटे बाद छोड़ दिया गया जबकि पुलिस के मुताबिक कुछ लोगों को एक दिन से ज्यादा हिरासत में रखा जा सकता है. उन्हें कोर्ट से समन भी मिल सकता है.

न्यूयॉर्क पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि वहां सैकड़ों लोग जमा थे. उन्होंने पुल को जाम कर दिया. जब उन्हें चेतावनी दी गई तो उनमें से कुछ लोग वहां से चले गए और बाकियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

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विरोध करने वाले लोग ऑक्युपाई वॉल स्ट्रीट नाम के संगठन के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे हैं. ये लोग अरब जगत में हुई लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों से प्रेरित हैं. संगठन ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि कम से कम 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. संगठन का कहना है कि उसने "आज के राजीनीतिक और आर्थिक माहौल के प्रति अपनी असहमति जताने के लिए मैनहटन में सांकेतिक प्रदर्शन किया. हम हर नस्ल, लिंग और मूल के लोग हैं. हम बहुमत हैं. हम 99 फीसदी हैं. और अब हम और चुप नहीं रह सकते."

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अपनी शिकायतों की लंबी लेकिन अस्पष्ट फेहरिस्त में वॉल स्ट्रीट विरोधियों ने पुलिस की क्रूरता का भी जिक्र किया है. इसमें एक हफ्ता पहले की घटना का जिक्र है जब एक पुलिस अफसर ने चार प्रदर्शनकारियों पर मिर्च वाला स्प्रे फेंका था.

बोस्टन में भी शनिवार को चार प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. ये लोग बैंक ऑफ अमेरिका के दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे थे. इस प्रदर्शन को आयोजित करने वाले संगठन राइट टु द सिटी ने कहा है कि यह प्रदर्शन कॉर्पोरेट जगत के लालच के खिलाफ था. आयोजकों के मुताबिक लगभग तीन हजार लोगों ने बैंक के सामने प्रदर्शन किया हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा.

मशहूर हस्तियों का समर्थन

इन प्रदर्शनों में जिन मुख्य बातों का विरोध किया जा रहा है, उनमें मुसलमानों समेत अल्पसंख्यक समुदायों के साथ गैरबराबरी का व्यवहार, बेरोजगारी और 2008 में बैंकों को दिए गए राहत पैकेज शामिल हैं. इन प्रदर्शनों को कई मशहूर हस्तियों का समर्थन मिला है. फिल्मकार माइकल मूर और एक्ट्रेस सूजन सारान्डन प्रदर्शनकारियों के कैंप में भी गए.

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शुक्रवार को लगभग एक हजार प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के गैरजरूरी बल प्रयोग के विरोध में पुलिस मुख्यालय तक एक शांतिमार्च निकाला. हालांकि तब किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया.

विरोध करने वाले इन संगठनों को कई बड़े कर्मचारी संगठनों का साथ मिला है. युनाइटेड फेडरेशन ऑफ टीचर्स और ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन लोकल 100 के सदस्यों ने इन प्रदर्शनों का समर्थन किया है. इन दोनों यूनियनों के कुल मिलाकर लगभग 40 हजार सदस्य हैं.

ऐसे ही प्रदर्शन शिकागो और सान फ्रांसिस्को में भी हुए हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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