अमेरिकी कोर्ट की कार्रवाई से बचाओः हाफिज सईद
३० मार्च २०११![](https://static.dw.com/image/3868869_800.webp)
मुंबई हमलों में मारे गए दो अमेरिकी नागरिकों के रिश्तेदारों ने जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ अमेरिकी अदालत में याचिका दायर की है. इसी मुकदमे से बचाव के लिए हाफिज सईद ने पाकिस्तान की अदालत में याचिका दायर कर सरकार से मदद मांगी है. पाकिस्तान की अदालत ने हाफिज सईद की याचिका पर रक्षा मंत्री से जवाब मांगा है.
डिप्टी अटॉर्नी जनरल नसीम कश्मीरी ने लाहौर हाईकोर्ट को बताया कि ये मामला गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता और केवल संबंधित मंत्रालय ही इस मामले में जवाब दे सकता है. इसके बाद जास्टिस उमर अता बांदियाल ने रक्षा मंत्रालय को नोटिस भेजा है. हाफिज सईद के वकील एके डोगर ने कहा है कि कानून सभी नागरिकों के लिए बराबर है और इसलिए पाकिस्तान सरकार की ये जिम्मेदारी है कि वो अमेरिकी अदालत की कार्रवाई में सईद और दूसरे आरोपियों का बचाव करे.
अमेरिका की एक जिला अदालत ने मुंबई हमलों के सिलसिले में लश्कर ए तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के खिलाफ पिछले साल 16 दिसंबर को समन जारी किया. इसके बाद 31 दिसंबर को पाकिस्तान सरकार ने एलान किया कि वह अमेरिकी अदालत की कार्रवाई में आईएसआई प्रमुख और दूसरे लोगों का बचाव करेगी. सरकार के इस एलान में हाफिज सईद का कहीं जिक्र नहीं आया.
ब्रुकलिन कोर्ट ने आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा और उनके पहले प्रमुख रह चुके नदीम ताज और हाफिज सईद समेत लश्कर ए तैयबा के दूसरे नेताओं को कोर्ट में हाजिर होने के लिए समन जारी किया. अमेरिकी अदालत में याचिका रब्बी गावरियल होल्त्जबर्ग और उनकी बीवी के रिश्तेदारों की तरफ से दायर की गई है. मुंबई हमले में मारे गए 166 लोगों में ये दोनों भी थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी