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अमेरिकी युवाओं पर चढ़ता हुक्के का नशा

७ अप्रैल २०११

अमेरिकी नौजवानों की उंगलियों में सिगरेट के बजाय हुक्के की नली दिखने लगी है. वे सिगरेट के धुएं का छल्ला बनाने के बजाय इन दिनों हुक्के का दम भरते नजर आ रहे हैं. बड़ी समस्या यह है कि कइयों को इस शौक के खतरे का अंदाजा नहीं.

तस्वीर: Fotolia/Griessel

कुछ लोग कहते हैं कि कोयले के दहकते अंगारों पर सुलगते गीले तंबाकू का धुआं नारियल के छिलके के कटोरे में रखे पानी के भाप से मिल कर नशे का जो सरूर जगाता है वह मजा भला ढाई इंच लंबे कागजी छिलके में लिपटे सूखे तंबाकू में कैसे आ सकता है. कोई और माने या न माने, अमेरिकी युवा तो यह मान ही रहे हैं. ताजा रिसर्च कहती है कि अमेरिकी युवा सिगरेट से दूर जा रहे हैं पर उन पर हुक्के का नशा हावी हो रहा है.

तस्वीर: Robert Janevski - Fotolia.com

हम तो हुक्का पिएंगे

रालेघ यूनिवर्सिटी कैम्पस के पास अरबी अंदाज के हुक्का बार में दो नौजवान बड़े शौक से हुक्के का दम भर रहे हैं. दोनों को मालूम है कि हुक्का नुकसानदेह है पर उनके पास अपनी दलील है. 26 साल के क्रिस कोनराड हफ्ते में दो बार हुक्का पीने आते हैं उनकी दलील है, "मैं अपनी जिंदगी बचाने के लिए सिगरेट नहीं पी सकता. मेरे लिए यह मुमकिन नहीं. वह बहुत बुरा है. मुझे नहीं लगता कि हुक्का मुझे इसका आदी बना रहा है." साथ बैठे टॉम बैटल का कहना है, "यह कोई ऐसी चीज नहीं जिसके बारे में मैं पूरी जिंदगी के लिए योजना बनाऊं. लेकिन मैं युवा हूं और कभी कभी हुक्का पीऊंगा."

तस्वीर: picture alliance/abaca

पता ही नहीं

रिसर्च का नेतृत्व करने वाली प्रोफेसर एरिन एल सुतफिन ने बताया कि अमेरिका के लिए हुक्के का नशा एक नई चीज है और ज्यादातर लोगों को इसके दोषों के बारे में पता ही नहीं है. रिसर्च करने वाले यह भी जानना चाहते थे कि आखिर वो क्या चीज है जिसकी वजह से युवा इसके इतने करीब जा रहे हैं. सुतफिन कहती हैं, "दुर्भाग्य से बहुत सारे युवाओं को हुक्का पीने से होने वाले खतरों के बारे में पता ही नहीं हैं. ज्यादातर तो मानते हैं कि हुक्का सिगरेट की तुलना में सुरक्षित है."

उत्तरी कैरोलाइना के वेक फॉरेस्ट बैप्टिस्ट मेडिकल सेंटर के कराए इस रिसर्च ने लोगों को हैरान कर दिया है. चिंता इस बात से भी बढ़ रही है कि हुक्के का नशा युवाओं को देर तक अपनी गिरफ्त रखता है. हुक्का बार में ये युवा लंबा समय बिताने लगे हैं. रिसर्च करने वालों के मुताबिक हुक्के के कारण तंबाकू से बने दूसरी नशीली चीजों की तरफ लोगों का खिंचाव हो रहा है.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

सिगरेट से कम नहीं

रिसर्च के दौरान उत्तरी कैरोलाइना के आठ कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले 3,770 छात्रों पर ऑनलाइन सर्वे किया गया. रिसर्च के दौरान पता चला कि सर्वे में शामिल 40 फीसदी छात्रों ने हुक्का पीने की बात मानी जबकि सिगरेट पीने वाले छात्रों की तादाद 47 फीसदी थी. सुतफिन ने बताया कि 22 फीसदी छात्रों ने कहा कि वे हुक्का पीते हैं और सिगरेट को कभी हाथ नहीं लगाते. साफ है कि सिगरेट नहीं पीने से होने वाला फायदा हुक्का पीने की वजह से बेकार चला जा रहा है. क्योंकि हुक्का पीने का मतलब यह नहीं है कि सिगरेट, सिगार और धुआंरहित तंबाकू के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान से आप बच जाएंगे. हुक्का भी स्वास्थ्य के लिए उतना ही खतरनाक है.

हुक्के में तो तंबाकू का धुंआ और भीतर तक जाता है क्योंकि इसे पानी के जरिए ठंडा कर दिया जाता है. इसके धुएं में भी कार्बन मोनोऑक्साइड, भारी धातु और कैंसर उत्पन्न करने वाले रसायन होते हैं.

कैरोलाइना के ज्यादातर बार और रेस्तरां में सिगरेट पीने पर पाबंदी होने के बावजूद हुक्का बार को रोक पाना मुमकिन नहीं हो पा रहा क्योंकि इनमें शराब या खाना नहीं परोसा जाता. इसके अलावा हुक्का भी बाहर पीया जाता है. कॉलेज वाले शहरों में हुक्का बारों की तादाद बड़ी तेजी से बढ़ रही है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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