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अरुणाचल तिब्बत का हिस्सा है: चीन

१७ जनवरी २०११

चीन ने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश को लेकर उसकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है. चीनी विदेश मंत्रालय ने अरुणाचल को विवादित हिस्सा बताया है. चीन अरुणाचल को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा मानता है.

तस्वीर: AP

भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश के दो खिलाड़ियों को चीन ने भारतीय पासपोर्ट पर वीजा नहीं दिया. खिलाड़ियों को नत्थी वीजा दिया गया, जिसमें अरुणाचल को दक्षिणी तिब्बत कहा गया है. तिब्बत को चीन अपना हिस्सा मानता है, उसके इस दावे को भारत भी स्वीकार करता है.

तस्वीर: AP

कश्मीर के बाद अरुणाचल के मसले पर उपजे नत्थी वीजा विवाद पर चीनी विदेश मंत्रालय ने बयान भी जारी किया है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ''पूर्वी क्षेत्र में विवादित हिस्सों और भारत, चीन के सीमा संबंधी मामलों को लेकर चीन का रुख एकदम साफ है. भारत इससे वाकिफ है. चीन के रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है.''

बातचीत नाकाम

पूर्वी विवादित हिस्से में अरुणाचल प्रदेश भी आता है. विवाद को सुलझाने के लिए नई दिल्ली और बीजिंग के बीच अब तक 14 बार वार्ता भी हो चुकी है. लेकिन ये बेनतीजा ही साबित हुई हैं. चीन ने दो साल पहले भी अरुणाचल के मसले पर भारत से अपनी नाराजगी जाहिर की थी. 2009 में लोकसभा चुनाव के वक्त प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह प्रचार के लिए अरुणाचल प्रदेश गए थे. चीन ने मनमोहन के दौरे की खुले तौर पर आलोचना की थी.

भारत और चीन व्यापार संबंधी मामलों और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर साथ खड़े रहते हैं. लेकिन आर्थिक रूप से ताकतवर होते दोनों पड़ोंसियों के बीच बीते कुछ सालों में तकरारें बढ़ रही हैं. चीन कई मुद्दों पर खुलकर बोलने लगा है. ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाना हो या कश्मीर के विवादित हिस्से में हाईवे बनाना, चीन अपनी योजनाओं के लेकर आगे बढ़ता जा रहा है और समय समय पर भारत को लाल आंखें भी दिखा रहा है.

दिसंबर में चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ की भारत यात्रा के समय दोनों देशों ने आपसी रिश्तों के लेकर बड़ी गर्मजोशी दिखाई. लेकिन महीने भर के भीतर ही मतभेद के सागर में जोश का बुलबुला फूटता दिख रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: वी कुमार

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