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अलग तेलंगाना और हैदराबाद राजधानी ही चाहिएः राव

६ जनवरी २०११

तेलंगाना राष्ट्र समिति ने कहा है कि उसे अलग तेलंगाना ही चाहिए जिसकी राजधानी हैदराबाद हो. पार्टी इससे कम पर राजी नहीं होगी. श्रीकृष्ण रिपोर्ट में हैदराबाद को केंद्र शासित प्रदेश बनाने समेत छह विकल्प दिए गए हैं.

तस्वीर: AP

टीआरएस के विधायक और पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव के बेटे केटी रामा राव ने कहा, "हमें बताया गया है कि श्रीकृष्ण कमेटी की रिपोर्ट में कुछ विकल्प दिए गए हैं. हमें उम्मीद है कि केंद्र समझदारी से काम लेगा और सही फैसला करेगा. उन वादों को पूरा किया जाएगा जो 9 दिसंबर 2009 को तेलंगाना के लोगों से किए गए. अलग तेलंगाना राज्य बने और उसकी राजधानी हैदराबाद हो. इससे कम कोई बात हमें स्वीकार नहीं."

तस्वीर: UNI India

उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार तेलंगाना राज्य के गठन के लिए प्रतिबद्ध है तो टीआरएस उसके साथ बातचीत को तैयार है. जब उनसे गृह मंत्री की इस अपील के बारे में पूछा गया कि सभी पार्टियों को श्रीकृष्ण रिपोर्ट "खुले दिमाग" से पढ़नी चाहिए, तो राव ने कहा कि अलग राज्य बनाना एक राजनीतिक फैसला है और इस बारे में केंद्र को कदम उठाना है. टीआरएस नेता ने कहा, "यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार गेंद को वापस राजनीतिक पार्टियों के पाले में डालना चाहती है.

साल भर चले सलाह मशविरे के बाद यह केंद्र सरकार को तय करना है कि वह किस विकल्प पर फैसला करती है. अब फैसला केंद्र सरकार को करना है. मैं गृह मंत्री को याद दिलाना चाहूंगा कि इससे पहले कोई भी राज्य कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नहीं बना है. यह राजनीतिक फैसला है जो करना पड़ता है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि केंद्र सरकार सही फैसला करेगी."

राव ने कहा कि टीआरएस अलग तेलंगाना के लिए लड़ती रहेगी. वह कहते हैं, "पार्टी शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से अपना आंदोलन जारी रखेगी. अगर लोगों की उमंगों पर ध्यान नहीं दिया गया और उन्होंने अपने तरीके से गुस्सा जाहिर किया तो फिर हमें जिम्मेदार न समझा जाए. इसकी जिम्मेदारी फिर केंद्र सरकार पर आएगी."

पांच सदस्यों वाली श्रीकृष्ण कमेटी ने 11 महीने के सलाह मशविरे के बाद पिछले दिनों गृहमंत्री पी चिदंबरम को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिस पर चर्चा को लिए गुरुवार को नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. बैठक में टीआरएस के साथ साथ बीजेपी और टीडीपी ने भी हिस्सा नहीं दिया.

इस रिपोर्ट में छह सिफारिशें दी गई है जिनमें अलग तेलंगाना के साथ हैदराबाद को उसकी राजधानी बनाने, संयुक्त आंध्र प्रदेश जिसमें तेलंगाना इलाके के विकास को सुनिश्चित करने के कदमों और हैदराबाद को केंद्र शसित प्रदेश बनाने की बात कही गई हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़

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