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असद को विद्रोहियों का अल्टीमेटम

३१ मई २०१२

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने हूला में 100 से ज्यादा लोगों के मारे जाने के बाद सीरिया से कोफी अन्नान की शांति योजना का आदर करने की मांग की. उधर हथियारबंद विद्रोहियों ने सरकार को शुक्रवार तक का अल्टीमेटम दिया है.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

बान की मून ने सीरिया की सरकार से अपनी जनता के प्रति जिम्मेदारियों को निभाने की मांग की और कहा, "मैं मांग करता हूं कि सीरिया सरकार अन्नान शांति योजना की प्रतिबद्धता पर कार्रवाई करे." बान की टिप्पणी हूला में हुए नरसंहार पर बढ़ते अंतरराष्ट्रीय गुस्से के बीच आई है. हूला में कम से कम 108 लोग मारे गए थे जिनमें 49 बच्चे थे. मृतकों की गिनती संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षकों ने की, जिन्हें बान ने अंतराराष्ट्रीय समुदाय के कान और आंख बताया. उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षक सीरिया में इसलिए हैं कि अपराध करने वालों को सजा दी जा सके.

कोफी अन्नान और असदतस्वीर: picture-alliance/dpa

विद्रोहियों की धमकी

उधर विद्रोहियों ने दमिश्क से शुक्रवार दोपहर तक अन्नान शांति योजना को लागू करने और हिंसा रोकने को कहा है और ऐसा नहीं होने पर विद्रोहियों ने शांति योजना छोड़ने की धमकी दी है. फ्री सीरिया आर्मी ने एक बयान में कहा, "यदि सरकार शुक्रवार दोपहर तक मांग पूरा नहीं करती तो वह अन्नान योजना की किसी प्रतिबद्धता से बंधा नहीं होगा और हमारा कर्तव्य नागरिकों की रक्षा होगा."

हूला हत्याकांड में जीवित बचे लोगों ने हत्याकांड की जिम्मेदारी सरकार समर्थक मिलीशिया पर डाली है. सीरिया सरकार ने इस बात का खंडन किया है कि हत्याकांड में उसके सैनिकों का हाथ है और इसकी जिम्मेदारी "हथियारबंद आतंकवादियों" पर डाली है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त ने कहा था कि हूला में मारे गए कुछ लोग आर्टिलरी और टैंक हमले में मारे गए थे जबकि अधिकांश को गोली मारी गई.

फ्री सीरिया आर्मी एफएसए ने अपने बयान में कहा है, हूला में औरतों और बच्चों की बर्बर हत्या के बाद संघर्ष विराम को एकतरफा मानने का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि असद ने अन्नान योजना को दफना दिया है. एफएसए ने सरकार से अन्नान योजना के सभी छह हिस्सों को पूरा करने की मांग की है. एक दूसरे विद्रोही नेता रियाद अल असद ने संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान से अपनी शांति योजना को विफल घोषित करने की मांग की है. उन्होंने फ्री सीरिया आर्मी की अल्टीमेटम को ठुकराते हुए कहा है कि तब विद्रोही सरकारी सैनिकों पर फिर से हमला शुरू कर सकेंगे.

हूला में हत्याकांडतस्वीर: Reuters

रूस का विरोध

हूला हत्याकांड के बाद बहुत से पश्चिमी देशों ने सीरिया के वरिष्ठ राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है, लेकिन रूस और चीन अभी भी सीरिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. अमेरिका के वरिष्ठ सीनेटरों जॉन मैक्केन और जो लीबरमैन ने हूला की घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि अब सीरिया के विपक्ष को आत्मरक्षा के लिए हथियार देने का समय आ गया है. तो अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने सीरिया पर संयुक्त राष्ट्र की कार्रवाई का विरोध करने के लिए रूस की आलोचना की है. रूसी राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने कहा है कि दबाव में रूस की सीरिया नीति नहीं बदलेगी.

ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार ऑबजर्वेटरी तथा स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कहा है कि सरकारी सैनिकों ने हूला में गोलीबारी की है. ताजा हिंसा में एक की मौत हो गई है जबकि हमलों के डर से बहुत से लोग भाग गए हैं. उधर सीरिया सरकार ने 500 विपक्षी कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया है. सरकारी टेलीविजन ने इसकी घोषणा करते हुए कहा, "रिहा लोगों में वे शामिल नहीं हैं जिनके हाथ खून से सने हैं." मार्च 2011 में राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत के बाद से सीरिया में 13,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. उनमें ज्यादातर आम लोग हैं.

एमजे/ओएसजे (एएफपी, डीपीए)

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