आंध्र प्रदेश में एक रहस्मयी बीमारी से एक व्यक्ति की मौत हो गई है और लगभग 300 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा है. एलुरु शहर में फैली इस बीमारी के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है.
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सभी मामले एलुरु में ही पाए गए हैं. अधिकतर पीड़ितों को आंखों में जलन महसूस होने के बाद उल्टियां आने लगी और फिर या तो उन्हें दौरे पड़ने लगे या वो बेहोश हो गए. मीडिया में आई खबरों के अनुसार डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि पीड़ितों के नर्वस तंत्र पर असर पड़ा है, लेकिन असर का कारण क्या है यह पता नहीं चल पा रहा है.
कोविड-19 संक्रमण के मामलों में आंध्र प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से है, लेकिन इस बीमारी के लक्षण कोविड के लक्षणों जैसे नहीं हैं. राज्य में स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि इस बीमारी के सभी पीड़ितों का कोविड टेस्ट हो चुका है और किसी को भी संक्रमित नहीं पाया गया है.
मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि बीमारी को समझने के लिए विशेष मेडिकल टीमें एलुरु भेजी जा रही हैं. दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल के डॉक्टरों ने भी एलुरु में सरकारी डॉक्टरों से बात की है और बीमारी का कारण समझने का प्रयास कर रहे हैं.
कुछ लोगों का कहना है कि यह संभवतः पीने के पानी के प्रदूषित होने की वजह से हुआ हो. विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी यही आरोप लगाया है और राज्य में स्वास्थ्य आपात-काल की घोषणा करने की मांग की है.
लेकिन स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने किसी भी तरह के वायरल संक्रमण या प्रदूषण की संभावना से इनकार किया है. उनका कहना है कि मरीजों के दिमाग और रीढ़ के हड्डी के सैंपल विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम में प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं और उनकी जांच के नतीजे आने के बाद ही वो कुछ कह पाएंगे.
आम तौर पर भारत की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की चर्चा दुनिया भर में होती है लेकिन देश के सबसे प्रदूषित शहर झारखंड में हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड का झरिया पहला और धनबाद दूसरे स्थान पर है.
ग्रीनपीस इंडिया की रिपोर्ट साल 2018 में पीएम 10 के आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है. इस रिपोर्ट में झारखंड का झरिया शहर देश के सबसे प्रदूषित शहरों में है. झरिया देश में कोयले के मुख्य स्रोतों में से एक है.
तस्वीर: DW
धनबाद
झारखंड का धनबाद शहर देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है. धनबाद में भी कोयले की कई खानें हैं और खनन से जुड़े कई उद्योग हैं.
तस्वीर: Reuters/C. Mcnaughton
नोएडा
ग्रीनपीस इंडिया की रिपोर्ट ने भारत के 287 शहरों में पीएम 10 डाटा का विश्लेषण किया और सबसे प्रदूषित शहरों की सूची जारी की. इस सूची में नोएडा तीसरे स्थान पर है. नोएडा में भी कई औद्योगिक ईकाइयां हैं.
तस्वीर: Reuters/A. Fadnavis
गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद भी सूची में शामिल है. ग्रीनपीस इंडिया की सूची में गाजियाबाद चौथे नंबर पर है. गाजियाबाद में भी हजारों कारखाने हैं.
तस्वीर: Reuters/UNI
अहमदाबाद
प्रदूषित शहरों की सूची में गुजरात का अहमदाबाद पांचवें स्थान पर है. अहमदाबाद में भी पीएम 10 की मात्रा तय राष्ट्रीय मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से कहीं ज्यादा पाई की गई.
तस्वीर: Reuters/A. Dave
बरेली
देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में यूपी के छह शहर शामिल हैं. बरेली इस लिस्ट में छठे स्थान पर है.
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प्रयागराज
ग्रीनपीस इंडिया की चौथी एयरपोकैलिप्स रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम में शामिल 287 भारतीय शहरों में से 231 में उच्च स्तर का वायु प्रदूषण बरकरार है. इस सूची में प्रयागराज सातवें स्थान पर है.
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मुरादाबाद
उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर इस सूची में आठवें स्थान पर है. वहां पीतल से जुड़े उद्योग चलते हैं.
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फिरोजाबाद
नौवें स्थान पर यूपी का फिरोजाबाद शहर है. यहां भी वायु की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई है.
तस्वीर: Reuters/M. Gupta
दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली इस सूची में 10वें नंबर पर है, जबकि इससे एक साल पहले दिल्ली आठवें स्थान पर थी.