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आइरीन के साये में टेनिस का तूफान

२९ अगस्त २०११

सोमवार से अमेरिकी ओपन शुरू हो रहा है. पुरुषों में तीन बादशाहों की दावेदारी और महिलाओं में उलझे हुए समीकरण. इसके अलावा अमेरिकी ओपन की खबरें 9/11 की दसवीं बरसी और आइरीन तूफान से भी प्रभावित हैं.

जोकोविच और कवितोवातस्वीर: picture alliance/empics

नोवाक जोकोविच, रफाएल नडाल और रोजर फेडरर...टेनिस के ये तीन बादशाह सोमवार से शुरू हो रहे अमेरिकी ओपन के सबसे बड़े दावेदार हैं. लेकिन तीनों ही परेशान हैं. वर्ल्ड नंबर वन जोकोविच का दाहिना कंधा उन्हें परेशान कर रहा है. इस वजह से उन्हें सिनसिनाटी मास्टर्स के फाइनल से हटना पड़ा और एंडी मरे को खिताब मिला.

पिछले अमेरिकी ओपन चैंपियन रफाएल नडाल का खेल भी अपने सबसे अच्छे दौर में नहीं है. गर्मियां उनके लिए अच्छी नहीं रहीं. मॉन्ट्रियाल और सिनसिनाटी ओपन से उनकी जल्दी ही छुट्टी हो गई जिसके बाद उन्होंने अपने पांव की चोट को ठीक होने के लिए वक्त दिया. लेकिन यह वक्त काफी रहा या नहीं, नडाल के लिए परेशानी की बात है. सिनसिनाटी ओपन के दौरान एक रेस्तरां में वह अपनी दाहिने हाथ की उंगलियां भी जला बैठे. उसके बाद से उनका मूड ज्यादा अच्छा नहीं है.

नडाल और फेडररतस्वीर: picture alliance/dpa

रोजर फेडरर की दिक्कत यह है कि वह फॉर्म में नहीं लौट पा रहे हैं. 2010 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने के बाद से उन्होंने कोई बड़ी चैंपियनशिप नहीं जीती है. अपना 30वां जन्मदिन मना चुके स्विस खिलाड़ी के करियर को लोग खत्म कहने लगे हैं. यह किसी भी खिलाड़ी के लिए परेशानी का सबब होगा.

पुरुषों की दावेदारी

सारी परेशानियों के बावजूद इन तीनों बादशाहों के सामने अब भी अमेरिकी ओपन की बाकी सारी चुनौतियां कम पड़ रही हैं. इन तीनों ने पिछले 31 में से कुल मिलाकर 28 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं. इसलिए खिताब के सबसे बड़े दावेदार तो यही माने जा रहे हैं.

बेशक, इस बात से एंडी मरे ज्यादा खुश नहीं हैं. दुनिया के चौथे नंबर के खिलाफी मरे कहते हैं, "वे सब सोमवार आते ही ठीक हो जाएंगे. लेकिन मेरे पास भी जीतने का पूरा मौका है."

एंडी मरेतस्वीर: AP

इन चारों के अलावा अमेरिकी ओपन में मार्डी फिश और युआन मार्टिन डेल पोत्रो की भी चर्चा है. अमेरिकी खिलाड़ी फिश ने अटलांटा में खिताब जीता और फिर लॉस एंजेलिस और मॉन्ट्रियाल में फाइनल में पहुंचकर अपनी कूवत साबित की. 29 साल के फिश यूएस ओपन में अब तक कभी क्वॉर्टर फाइनल से आगे नहीं जा पाए हैं. लेकिन उनके हाल के खेल को देखकर जानकार उन्हें एक मजबूत विरोधी बताते हैं.

डेल पोत्रो ने 2009 में नडाल और फेडरर दोनों को हराने वाला पहला खिलाड़ी बनकर सनसनी फैला दी थी. उन्होंने 2009 का ग्रैंड स्लैम जीता था. 2010 का ज्यादातर वक्त उन्होंने मैदान के बाहर बिताया क्योंकि उनकी कलाई में चोट थी. लेकिन अब वह खिताबी वापसी करना चाहेंगे.

महिला दावेदारः स्पष्ट कुछ नहीं

अमेरिकी खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने अपना पहला ग्रैंड स्लैम इसी मैदान पर जीता. उनका यह साल अब तक बेहद खराब बीता है और वह उम्मीद कर रही होंगी कि न्यूयॉर्क का मैदान उनके लिए एक बार फिर भाग्यशाली साबित होगा. अगर ऐसा होता है तो वह अपना चौथा अमेरिकी ओपन खिताब जीतेंगी.

सितारे उनका साथ देते नजर आते हैं. भले ही इस वक्त वह दुनिया के टॉप टेन खिलाडियों में शामिल नहीं हैं, लेकिन विलियम्स ने स्टैन्फर्ड और टोरंटो में जीत दर्ज करके खुद को दावेदारों में शामिल करा लिया है.

हवा विलियम्स के पक्ष में इसलिए भी बहती दिख रही है क्योंकि उनकी एक बड़ी विरोधी किम क्लिस्टर्स तो चोट की वजह से बाहर हैं. और दुनिया की नंबर वन खिलाड़ी कैरोलाइना वोजनियाकी इस वक्त अपनी सबसे अच्छी फॉर्म में नहीं हैं. वह ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में हार गई थीं. रोलां गैरों में तीसरे और विंबलडन के चौथे दौर में ही उनकी छुट्टी हो गई.

सेरेना विलियम्सतस्वीर: AP

ऐसे में विलियम्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती मारिया शारापोवा होंगी जो सिनसिनाटी ओपन जीतकर बुलंद हौसलों में हैं. उन्होंने कहा, "एक बड़े मुकाबले में उतरने से पहले किसी प्रतियोगिता को जीतना अच्छा होता है. दबाव तो खेल का हिस्सा होता है. असली बात है कि आप इससे निपटते कैसे हैं. यह ग्रैंड स्लैम है. हमारे लिए बहुत बड़ी बात है. इसलिए बड़े मैच, बड़े विरोधी और भीड़ तो उस सबका हिस्सा है."

इस साल दो और नाम ऐसे उभरे हैं जिन्होंने दबाव झेलकर दिखाया है. फ्रेंच ओपन जीतने वालीं चीन की ली ना और विंबलडन चैंपियन चेक खिलाड़ी पेट्रा कवितोवा. लेकिन अपनी पहली ग्रैंड स्लैम जीत के बाद दोनों ने ही बहुत अच्छे नतीजे नहीं दिए हैं.

दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी वीरा जवोनारेवा पिछले साल विंबलडन और अमेरिकी ओपन के फाइनल में पहुंची थीं. लेकिन इस साल उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंचना ही रहा है.

आंद्रिया पेटकोविचतस्वीर: AP

पांचवें नंबर की खिलाड़ी विक्टोरिया अजारेंका भी अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीतने की चाह बनाए हुए हैं. इस साल वह विंबलडन के सेमीफाइनल तक पहुंच गईं जो अब तक का उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन है.

9/11 और तूफान

अमेरिकी ओपन पर इस बार दो बाहरी तत्व हावी हो गए हैं. एक तो न्यूयॉर्क में आया तूफान आइरीन. और 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमले की दसवीं बरसी. इस वजह से खिलाड़ी चिंतित भी हैं. पांच बार के अमेरिकी ओपन चैंपियन रोजर फेडरर ने तो माना है कि वह थोड़े परेशान हैं. उन्होंने कहा, "आप जो भी कीजिए, लेकिन आप कभी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो सकते. फिर भी आप जिंदगी में ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित होने की कोशिश करते हैं. बस आप पिंजरे में बंद होकर नहीं बैठ जाते."

अमेरिकी ओपन के आयोजकों के लिए इस वक्त सबसे बड़ी परेशानी मौसम होगा क्योंकि आइरीन ने न्यूयॉर्क को पूरी तरह बंद कर दिया है. वहां बाढ़ और पानी भर जाने का खतरा है. तूफान की वजह से शनिवार को तो मैदान को तैयार करने का काम भी रोक देना पड़ा.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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