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"आइवरी कोस्ट में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं"

११ अप्रैल २०११

भारत ने अफ्रीकी देश आइवरी कोस्ट में जारी संकट पर चिंता जताई है. यूएन में भारतीय राजदूत का कहना है कि वहां लगातार स्थिति खराब हो रही है और संकट को तभी सुलझाया जा सकता है जब प्रतिद्वंद्वी गुटों को एक साथ बिठाया जाए.

तस्वीर: AP

संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत हरदीप पुरी ने कहा, "आइवरी कोस्ट में जो कुछ हो रहा है, हम उसे लेकर बहुत चिंतित हैं." उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद स्थिति की समीक्षा कर रही है लेकिन इतना साफ है कि वहां हर बीतते घंटे के साथ स्थिति बिगड़ रही है. हाल में इस अफ्रीकी देश में बड़े पैमाने पर आम लोगों की हत्याएं हुई हैं.

पिछले साल नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद से ही आइवरी कोस्ट में अशांति है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय चुनावों में अलासाने वतारा को विजेता मानता है जबकि राष्ट्रपति लॉरां ग्बाग्बो सत्ता छोड़ने को तैयार नहीं हैं. दोनों ही गुटों के लड़ाके एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं. भारतीय राजदूत ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि ऐसे लोग स्थिति को संभाल सकते हैं जो वतारा और ग्बाग्बो, दोनों के विश्वासपात्र हों. वे तनाव को कम करने की अपील कर सकते हैं ताकि समाधान की संभावनाओं को तलाशा जा सके."

पुरी ने बताया कि आइवरी कोस्ट में भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के अलावा भारतीय समुदाय के सैंकड़ों लोग फंसे हैं. हालांकि उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि भारतीय राजदूत शम्मा शर्मा को संयुक्त राष्ट्र और फ्रांसीसी सैनिकों ने सुरक्षित तरीके से उनके घर से निकाल लिया. पुरी के मुताबिक, "उनकी सुरक्षा के अलावा हम इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि सैन्य तनाव का आइवरी कोस्ट के समाज पर क्या असर होगा." उन्होंने बताया कि सुरक्षा परिषद की तरफ से पारित प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र अभियान को वहां आम लोगों की सुरक्षा करने का जनादेश दिया गया है.

लीबिया की स्थिति पर पुरी ने कहा कि भारत वहां हो रही हिंसा की निंदा करता है और देश में भड़कते गृह युद्ध को लेकर चिंतित है. भारत समझता है कि वहां युद्धविराम होना चाहिए और संकट का राजनीतिक समाधान तलाशा जाना चाहिए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः उभ

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