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'आईपीएल की नीलामी में फिक्सिंग हुई'

२६ अगस्त २०१०

इंडियन प्रीमियर लीग, आईपीएल की नीलामी में फिक्सिंग हुई. एक भारतीय न्यूज चैनल ने यह दावा किया है कि 2009 में हुई नीलामी सिर्फ नाटक थी, खेल तो पहले ही बंद कमरों में खेला जा चुका था. मोदी और श्रीनिवासन शक के घेरे में.

तस्वीर: AP

अंग्रेजी न्यूज चैनल सीएनएन आईबीएन ने दावा किया है कि पिछले साल आईपीएल टीमों के लिए हुई नीलामी फिक्स थी. संदेह जताया जा रहा है कि नीलामी फिक्स करने के पीछे आईपीएल के निलंबित कमिश्नर ललित मोदी और बीसीसीआई के सचिव एन श्रीनिवासन हो सकते हैं.

न्यूज चैनल ने इस बारे एक रिपोर्ट पेश की है. रिपोर्ट में मोदी और श्रीनिवासन के ईमेलों के हवाला दिया गया है. एक ईमेल में मोदी श्रीनिवासन को लिखते हैं, ''सोहेल तनवीर को न निकाला जाए और फ्लिंटॉफ को न लिया जाए, यह समझाने में ही हालत खराब हो गई. लेकिन अंत में हमारी रणनीति कामयाब रही.''

घेरे में श्रीनिवासन (बाएं)तस्वीर: AP

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि श्रीनिवासन ने इंग्लैंड के हरफनमौला ऑलराउंडर एंड्र्यू फ्लिंटॉफ को अपनी टीम में लेने की भरपूर कोशिश की. फ्लिंटॉफ को राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वॉर्न लेना चाह रहे थे. ऐसे में श्रीनिवासन ने मोदी का सहारा लिया. ई-मेल पर हुई डील के दो दिन बाद फ्लिंटॉफ को चेन्नई सुपरकिंग्स ने खरीद लिया.

श्रीनिवासन चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक हैं. वह सीमेंट कारोबारी भी हैं. उनकी कंपनी इंडिया सीमेंट ने इन आरोपों को खारिज किया है. कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा, ''नीलामी के लिए हमारे पास 20 लाख डॉलर थे. राजस्थान रॉयल्स आक्रमक ढंग से एंड्र्यू फ्लिंटॉफ के लिए 15 लाख डॉलर की बोली लगा रहे थे. लेकिन अंत में 15 लाख डॉलर की हमारी बोली सफल हुई.''

श्रीनिवासन की कंपनी ने नीलामी में फिक्सिंग की खबरों को जानबूझकर छवि खराब करने वाला हथकंडा बताया है.

रिपोर्ट: पीटीआई/ ओ सिंह

संपादन: उभ

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