आईसीसी में दरार, शरद पवार का पलटवार
३ जुलाई २०१०
सिंगापुर में आईसीसी की बैठक के एक दिन बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री जॉन हावर्ड को प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड का समर्थन मिला है. जूलिया गिलार्ड ने कहा है कि हावर्ड को उपाध्यक्ष पद के लिए एक बार फिर से कोशिश करनी चाहिए.
इससे पहले जॉन हावर्ड उपाध्यक्ष पद के लिए नहीं चुने जा सके और इसके लिए ताकतवर एशियाई खेमे को जिम्मेदार ठहराया गया. हालांकि आईसीसी के नए अध्यक्ष शरद पवार ने क्रिकेट जगत के बंट जाने की आशंकाओं को बकवास करार दिया है.
"बहुमत जॉन हावर्ड के साथ नहीं था. किसी भी लोकतांत्रिक संगठन में बहुमत का होना जरूरी होता है लेकिन इस मामले में ऐसा हुआ नहीं. मुझे नहीं लगता कि क्रिकेट जगत का बंटवारा होने जा रहा है. हमने इस मामले में हर एक से निजी तौर पर बात की है. ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड से बात करने के बाद सामूहिक फैसला लिया गया."
लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड क्रिकेट हावर्ड के न चुने जाने से गुस्से में उबल रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्रियों ने हावर्ड का समर्थन किया है.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड ने फेयरफैक्स रेडियो टुडे को बताया, "हावर्ड क्रिकेट के जबरदस्त दीवाने हैं. न चुने जाने के लिए हावर्ड ने जिन बातों को जिम्मेदार माना है, उनमें से कुछ बातों को मैं भी सही समझती हूं. उपाध्यक्ष पद के लिए हावर्ड के नाम का मैं पूरी तरह समर्थन करती हूं." जबकि न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने तो यहां तक कहा कि हावर्ड एक बेहतरीन आईसीसी अध्यक्ष साबित होते.
न्यूजीलैंड क्रिकेट के चीफ एक्जीक्यूटिव जस्टिन वॉन ने हावर्ड का समर्थन किया है लेकिन जिम्बाब्वे क्रिकेट के प्रमुख पीटर चिन्गुका ने जॉन हावर्ड को न चुने जाने के फैसले को इसलिए सही ठहराया है क्योंकि उन्हें ज्यादा अनुभव नहीं है. चिन्गुका के मुताबिक उन्होंने हावर्ड की उम्मीदवारी इसलिए खारिज नहीं की क्योंकि हावर्ड ने अतीत में रॉबर्ट मुगाबे सरकार की आलोचना की है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह