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आजादी के भाषण में क्या बोले मोदी

शोभा शमी
१५ अगस्त २०१७

आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में भारत को धार्मिक हिंसा को अस्वीकार करने को कहा. वे गोरखपुर से लेकर कश्मीर और कालेधन से लेकर पाकिस्तान समेत कई मुद्दों पर बोले.

Indien Unabhängigkeitstag Feier
तस्वीर: Getty Images/AFP/M. Sharma

लाल किले के प्राचीर से अपने भाषण में मोदी ने गोरखपुर अस्पताल में हुई 60 बच्चों की मौत पर कहा, "पिछले दिनों हमारे अस्पतालों में हमारे मासूम बच्चों की मौत हुई. इस संकट की, दुख की घड़ी में सवा सौ करोड़ देशवासियों की संवेदनाएं सबके साथ है." मोदी ने न्यू इंडिया का संकल्प लेकर देश में परिवर्तन लाने की बात कही. उन्होंने कहा, "न्यू इंडिया जो सुरक्षित हो, समृद्ध हो, शक्तिशाली हो, न्यू इंडिया जहां सबको समान अवसर प्राप्त हो."

प्रधानमंत्री ने कहा, "हम जिस निराशा में पले बढ़े हैं, अब हमें आत्मविश्वास से आगे बढ़ना है. हमें निराशा को छोड़ना है. चलता है ये तो ठीक है, अरे चलने दो, मैं समझता हूं कि चलता है का जमाना चला गया. अब तो आवाज यही उठे कि बदला है, बदल रहा है, बदल सकता है." 

तस्वीर: UNI

आतंकवाद के मुद्दे पर मोदी ने कहा कि जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई तो दुनिया के लोगों को हमारी ताकत माननी पड़ी. यह साफ है कि देश की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. समंदर हो या सीमा हो, साईबर हो या स्पेस हो हर प्रकार की सुरक्षा के लिए भारत समर्थ है. कश्मीर के मुद्दे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "न गाली से न गोली से, कश्मीर की समस्या सुलझेगी गले लगाने से." उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कोई नर्मी नहीं बरती जाएगी. आतंकवादियों को हमने बार बार कहा है कि मुख्यधारा में आइए. मुख्यधारा ही है जो हर किसी के जीवन में नयी ऊर्जा भर सकती है.

भ्रष्टाचार और नोटबंदी के मुद्दे पर मोदी ने कहा कि आज माहौल बना है कि ईमानदारी का उत्सव मनाया जा रहा है. 800 करोड़ की बेनामी संपत्ति जब्त की है और जब ये होता है तो सामान्य लोगों के मन में ये विश्वास पैदा होता है कि यह देश ईमानदार लोगों के लिए है. उन्होंने कहा, "कालेधन के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी. भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी और हमने धीरे धीरे टेक्नोलॉजी को बेहतर करते हुए, आधार को लिंक करते हुए पारदर्शिता को बढ़ाने की कोशिश की है."

प्रधानमंत्री ने तीन तलाक के मुद्दे को भी भाषण में शामिल किया और कहा कि तीन तलाक से पीडि़त महिलाओं के साथ देश खड़ा हुआ है. हम इसके खिलाफ संघर्ष करने वाली महिलाओं को नमन करते हैं.

उन्होंने कई सरकारी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि 1400 हजार गांवों को आजादी के बाद अब तक अंधेरे में पड़े हुए थे वहां रोशनी पहुंची है. देश उजाले की तरफ बढ़ा है हम साफ देख रहे हैं.पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी को उस बात को लेकर आगे चलना चाहिए कि आने वाले 2018 की 1 जनवरी सामान्य नहीं होगी. 21वीं शताब्दी में जन्मे नौजवानों के लिए यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण वर्ष है. अब युवा 18 साल के हो गए हैं, जो कि देश को आगे बढ़ाएंगे.

 

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