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आतंकवादी कसाब को फांसी दो: पाकिस्तान

१० नवम्बर २०११

पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि अजमल कसाब एक आतंकवादी है और उसे फांसी दी जानी चाहिए. यह पहला मौका है जब पाकिस्तान ने इतने कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया है. पाकिस्तान एक न्यायिक आयोग भारत भेजेगा.

मुंबई हमलों के दौरान कसाबतस्वीर: AP

'आतंकवादी' अजमल कसाब को फांसी देने की मांग करते हुए रहमान मलिक ने कहा कि पाकिस्तान के न्यायिक आयोग का भारत दौरा अहम होगा. पाक गृह मंत्री के मुताबिक न्यायिक आयोग के दौरे से पाकिस्तान में मुंबई हमलों के आरोपियों की सुनवाई में तेजी आएगी.

मालदीव के अद्दू शहर में सार्क देशों की बैठक के दौरान मलिक ने पत्रकारों से यह बात कही. रहमान मलिक ने कहा, "अजमल कसाब एक आतंकवादी है. वह एक गैर सरकारी तत्व है. उसे फांसी के तख्ते पर जाना चाहिए."

मलिक के मुताबिक उनकी सरकार अपने न्यायिक आयोग को भारत भेजने की योजना बना चुकी है. पाकिस्तान का दल भारत से सबूत लेगा. मलिक ने कहा कि अगर 'पुख्ता सबूत' मिले तो 26/11 हमलों के आरोपियों को सजा दिलाने में आसानी होगी. उन्होंने कहा, "एक बार आयोग जब भारत जाएगा तो उसकी जांच पाकिस्तान की न्यायिक प्रक्रिया के लिए अहम होगी. जब सबूत होंगे तो हर तरह से न्यायिक पहलू को देखा जा सकेगा. ऐसी स्थिति में न्यायिक संतोष सामने आएगा."

तस्वीर: AP

मलिक से जब यह पूछा गया कि उनका न्यायिक दल भारत में कितने दिन रहेगा, तो उन्होंने कहा, तीन से चार दिन "जब तक आप उन्हें मेहमान के तौर पर अपना सकें." हालांकि मलिक ने सुनवाई की समयसीमा पर कुछ कहने से इनकार किया.

भारत का आरोप है कि 2008 के मुंबई हमलों के लिए आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा भी जिम्मेदार है. पाकिस्तान जमात-उद-दावा को आतंकवादी संगठन नहीं मानता है. इस पर मलिक कहते हैं, "जानकारी सबूत नहीं है और ऐसे संगठनों को आतंकवाद की सूची में डालने के लिए ठोस सबूत चाहिए."

भारत का आरोप है कि जमात-उद-दावा के संस्थापक हाफिज सईद ने मुंबई हमलों की साजिश रची. मुंबई हमलों की सुनवाई कर रही पाकिस्तान की अदालत सईद को रिहा कर चुकी है. भारत इससे नाराज है. सईद की रिहाई पर लाचारगी जताते हुए रहमान मलिक ने कहा, "उसे पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत ने जमानत दी. इसमें सरकार कुछ भी नहीं कर सकती."

भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को आतंकवादी हमला हुआ. हमला तीन दिन तक चला, जिसमें कई विदेशी नागरिकों समेत 166 लोग मारे गए. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब को रंगे हाथ दबोचा. भारत में हमले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत कसाब को मौत की सजा दे चुकी है.

पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिकतस्वीर: Abdul Sabooh

मुंबई हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंध बेहद खराब हो गए. दोनों देशों के बीच डेढ़ साल तक कोई बातचीत नहीं हुई. लेकिन धीरे धीरे दोनों पड़ोसी फिर बातचीत और विश्वास बहाली की तरफ बढ़ रहे हैं. नई दिल्ली की मांग है कि पाकिस्तान पहले अपने यहां छिपे मुंबई हमलों के आरोपियों को सजा दिलाए, तभी बातचीत सकारात्मक ढंग से आगे बढ़ेगी.

पाकिस्तान इसका वादा कर रहा है. हाल के महीनों में दोनों देशों के विदेश मंत्री और विदेश सचिव कई बार मिल चुके हैं. इसी महीने पाकिस्तान ने भारत को व्यापार के लिए सर्वाधिक वरीयता प्राप्त देश का दर्जा दिया. अक्टूबर में भारत के अहम वोट से पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता मिली. इसी दौरान भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर गलती से पाकिस्तान में घुस गया. बिना कूटनीतिक झगड़े के पाकिस्तान ने हेलीकॉप्टर को चंद घंटों के भीतर सकुशल वापस भेज दिया. सार्क बैठक के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि वे भरोसे के साथ वह आगे बढ़ रहे हैं.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: वी कुमार

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