आर्थिक संकट से जूझ रहा ग्रीस अगले हफ्ते तक आर्थिक सुधारों से जुड़ा नया मसौदा यूरोजोन के देशों के सामने पेश करेगा. सोमवार को ग्रीस के प्रधानमंत्री अलेक्सिस सिप्रास ने जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल से मुलाकात की.
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मैर्केल ने सिप्रास को ढांचागत सुधार जारी रखने की सलाह दी और कहा कि वह देश के विकास को आगे बढ़ाने और बेरोजगारी कम करने की पक्षधर हैं. मैर्केल ने ग्रीस को आर्थिक संकट से निकालने के लिए उसे वित्तीय सहायता देने के बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया.
सिप्रास का जर्मनी दौरा ऐसे समय पर हुआ जबकि देश भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है और यूरोजोन से बाहर होने पर मजबूर हो सकता है. मुलाकात से पहले दोनों देशों के नेताओं ने यही जाहिर किया कि यह मुलाकात सबंधों में सुधार के लिए है आर्थिक संकट से संबंधित नहीं.
ग्रीस के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री अलेक्सिस सिप्रास और ग्रीस को कर्ज देने वाले यूरोजोन के देशों के बीच पिछले हफ्ते ब्रसेल्स में हुई बातचीत के बाद यह तय हुआ था कि ग्रीस आर्थिक सुधारों का नया मसौदा पेश करेगा. इस मसौदे का मकसद एथेंस की पिछली सरकार के बजट लक्ष्यों को पूरा करना होगा.
अब तक जाहिर नहीं है कि ग्रीस के पास ढांचागत सुधार के कोई बड़े अहम उपाय हैं. सरकारी सूत्रों के मुताबिक नए मसौदे में रिटायरमेंट की उम्र और पर्यटन टैक्सों में परिवर्तन हो सकते हैं. सरकारी प्रवक्ता गाब्रियाल साकिलारिडिस ने कहा कि ग्रीस अगले हफ्ते सोमवार तक नया मसौदा पेश कर देगा. कर्ज संकट से जूझ रहे ग्रीस को अतिरिक्त राहत पूंजी चाहिए, जिसके लिए वह नए सुधारों का मसौदा पेश करने के लिए राजी हो गया है. सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि नया मसौदा ढांचागत होगा.
अंगेला मैर्केल ने जर्मनी की यात्रा पर आए सिप्रास के साथ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह ग्रीस को आर्थिक दृष्टि से एक शक्तिशाली देश बनते तथा उसकी विकास दर में वृद्धि देखना चाहती हैं. यूरो जोन में ग्रीस में बेरोजगारी दर सर्वाधिक है. सिप्रास ने कहा कि दोनों देशों को एक दूसरे को समझने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि न तो ग्रीस के लोग काहिल हैं और न ही अपनी समस्याओं के लिए जर्मनी को दोषी ठहराकर छुटकारा पा सकते हैं. अपनी समस्याओं के निदान के लिए हमें परिश्रम के साथ काम करने की जरूरत हैं.
एसएफ/ओएसजे (रॉयटर्स,डीपीए,वार्ता)
ग्रीस का प्राचीन अजूबा: ऐंफीपोलिस
सिकंदर महान के समय का एक मकबरा ग्रीस के ऐंफीपोलिस में पाया गया. ईसा पूर्व 300 से 325 के बीच की इस मजार में एक प्राचीन ग्रीक शख्सियत के अवशेष मिलने की उम्मीद इसे बेहद खास बनाती है.
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महिलाओं की नजर
2014 में उत्तरी ग्रीस के ऐंफीपोलिस की खुदाई में दो महिलाओं की मूर्तियां मिलीं. इन्हें कैरियाटिड्स के नाम से जाना जाता है. लम्बे लबादे पहने और घुंघराले बालों वाली ये दो मूर्तियां मकबरे के दूसरे द्वार की निगरानी करती हैं.
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हाथों का इशारा
दो में से एक महिला आकृति का चेहरा साफ नहीं लेकिन धड़ा ठीक है. ग्रीस के संस्कृति मंत्रालय के एक बयान में बताया गया, "एक का बायां और दूसरी का दायां हाथ इस तरह के उठे हैं जैसे किसी को भी मकबरे के अंदर ना जाने का इशारा कर रहे हों."
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बिना सिर वाला जोड़ा
ये दो स्फिंक्स मकबरे के मुख्य द्वार की निगरानी करते हैं. पुरातत्वविदों का अनुमान है कि सिर और पंख के साथ ये 6 फीट से भी ऊंचे रहे होंगे. यहीं से एक चौड़ा रास्ता मकबरे के प्रवेश द्वार तक ले जाता है. यह ग्रीस में मिली अब तक की सबसे बड़ी कब्रगाह है.
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शाही दहाड़
संगमरमर का बना यह शेर 17 फीट से भी ऊंचा है. अनुमान है कि यह मकबरे के ऊपर रहा होगा. इसे 1912 में ग्रीक सेना ने खोज निकाला था. इसके बड़े आकार और मूर्तियों को देख कर अंदाज है कि यहां सिकंदर के जमाने की कोई बड़ी हस्ती ही दफ्न होगी. शायद उनके परिवार का कोई सदस्य या फिर कोई बड़ा ओहदेदार.
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मुश्किल प्रक्रिया
ऐंफीपोलिस में खुदाई का काम 2012 में शुरु हुआ. इस ऑपरेशन की मुख्य पुरातत्वविद् कातरीना पेरिस्तरी बताती हैं, "हम सर्जनों की तरह धीरे धीरे आगे बढ़ते हैं." यह मकबरा ग्रीस के मकदूनिया इलाके में स्थित है और आकार के मामले में सिकंदर के पिता की कब्र से भी बड़ा है. माना जाता है कि सिकंदर को मिस्र में कहीं दफ्न किया गया था.
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बारीकियों पर ध्यान
यह मार्बल पैनल उस जगह पर मिला जो मजार की बाहरी दालान जैसा लगता है. इस किस्म की नक्काशी देखकर अंदाजा लगता है कि इसे बनवाने वालों का धन और वैभव कैसा रहा होगा. माना जाता है कि ऐंफीपोलिस में ही सिकंदर की पत्नी और बेटे की हत्या हुई थी जब चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में मेसेडोनियन जनरल कास्सेंडर ने इस इलाके पर विजय हासिल की थी. संभव है कि यहां उन्हीं की कब्रें हों.
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संगमरमर की श्रृंखलाएं
यहां की दीवारों पर काफी दूरी तक मार्बल लगी मिली है. विशेषज्ञों ने बताया है कि इस तरह की संरचना में सिकंदर महान के मुख्य आर्किटेक्ट दाइनोक्रेट्स ऑफ रोंस की छाप मिलती है. इसी आर्किटेक्ट ने आलेक्जांड्रिया शहर का निर्माण किया था.
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जुड़ी हैं बड़ी उम्मीदें
यह ऐंफीपोलिस का हवाई नजारा है जो ग्रीस के सेरिस शहर के दक्षिण में स्थित है. ग्रीस सरकार इसे पुरातत्व और इतिहास के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण खोज मान रही है. यहां किनकी कब्रें हैं यह पता करने की कोशिशें जारी हैं. मगर खुद सिकंदर की कब्र कहां है यह आज भी रहस्य है.