अमेरिका समेत कई देशों ने अरबों डॉलर खर्च कर एफ-35 लड़ाकू विमान बनाया. इसे सबसे घातक हथियार बताया गया. अब आलम यह है कि यह मशीनी परिंदा न तो मुड़ पा रहा है, न ही तेजी से ऊपर जा रहा है, किरकिरी का धुआं अलग छोड़ रहा है.
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एफ-35 लड़ाकू विमानों की उड़ानें बंद रखने का आदेश अमेरिकी सेना ने महीने भर बाद वापस ले तो लिया. लेकिन विमान ब्रिटेन के मशहूर फार्नबरो एयर शो में शिरकत नहीं कर सका. एयर शो में इस विमान का बड़ी बेसब्री से इंतजार हो रहा था.
लॉकहीड मार्टिन का एफ-35 दुनिया का सबसे खर्चीला हथियार प्रोजेक्ट है. अब तक इस पर 400 अरब डॉलर खर्च हो चुके हैं. लेकिन इंजन की नाकामी के चलते जून में सभी एफ-35 विमानों की टेस्ट उड़ान निलंबित कर दी गई. मंगलवार को अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने टेस्ट उड़ान बहाल करने की अनुमति दी, लेकिन साथ ही यह कहा कि उड़ान कड़ी निगरानी में होगी और हर तीन घंटे बाद इंजन की जांच की जाएगी.
अलग तरह का लड़ाकू विमान
जेट का ब्रिटेन के बड़े मिलिट्री एयर शो के बाद फार्नबरो एयर शो में भी न आना, अमेरिका और उसके अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के लिए बड़ा झटका है. माना जा रहा था कि फार्नबरो शो के बाद लॉकहीड मार्टिन को 3,000 एफ-35 के ऑर्डर मिलेंगे. अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, इटली, कनाडा, नीदरलैंड्स, नॉर्वे, डेनमार्क और तुर्की इस प्रोजेक्ट में साझेदार हैं. एयरोस्पेस विश्लेषक रिचर्ड एबोलाफिया कहते हैं, "इसे नजर लग गई है और जनसंपर्क के लिहाज से यह डरावना पल है."
अब ऐसी भी चर्चाएं हैं कि कनाडा और डेनमार्क जैसे देश एफ-35 के बजाए दूसरे लड़ाकू विमानों की ओर देखने लगे हैं. एफ-35 कई मायनों में अलग तरह का लड़ाकू विमान है. यह अकेला ऐसा विमान है जो रनवे पर बिना दौड़े सीधे मिसाइल की तरह ऊपर उठने लगता है. इसी तरह जहाज बिना दौड़े नीचे भी फटाक से एक जगह पर लैंड भी कर जाता है. लेकिन इसके आगे क्या, ये काम तो आजकल 100-200 यूरो में मिलने वाले ड्रोन भी करते हैं.
सबसे सुरक्षित एयरलाइंस
दुनिया भर की 407 एयरलाइंस की समीक्षा करने के बाद विशेषज्ञों ने सबसे सुरक्षित एयरलाइन कंपनियों का एलान किया है. देखिये कौन कौन सी एयरलाइंस टॉप 20 में शुमार हो सकीं.
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क्वॉन्टस
AirlineRatings.com ने ऑस्ट्रेलिया की एयरलाइन कंपनी क्वॉन्टस को 2016 में सबसे सुरक्षित एयरलाइन घोषित किया है. बीते तीन साल से यह सबसे सुरक्षित एयरलाइन बनी हुई है. कंपनी के नाम आज तक कोई हादसा नहीं है.
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अमेरिकन एयरलाइंस
दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी अमेरिकन एयरलाइंस दूसरे नंबर पर है. सेफ्टी के मामले में इसे सात में से सात अंक मिले हैं.
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केएलएम
हॉलैंड की केएलएम दुनिया की सबसे पुरानी एयरलाइन कंपनी है. 1919 में शुरू हुई केएलएम को यूरोप की सबसे सुरक्षित एयरलाइन करार दिया गया. एम्सटर्डम से चलने वाली यह कंपनी हर साल दो करोड़ लोगों को मंजिल तक पहुंचाती है.
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सिंगापुर एयरलाइंस
बेहतरीन सर्विस के लिए विख्यात सिंगापुर एयरलाइंस एशिया की सबसे सुरक्षित एयरलाइन है. सिंगापुर एयरलाइन भी हर साल अपने अच्छे सेफ्टी रिकॉर्ड के लिए रैंकिंग में ऊपर बनी रहती है
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एयर न्यूजीलैंड
2015 में एयरलाइन एक्सीलेंस अवॉर्ड जीतने वाली एयर न्यूजीलैंड ने इस बार भी काफी वाहवाही बटोरी. कीवी एयरलाइन को नई परंपरा शुरू करने वाली कंपनी माना जाता है.
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ईवीए एयर
ताइवान की ईवीए एयर ने भी सेवन स्टार रैंकिंग हासिल की है. AirlineRatings.com का सिस्टम ऐसा है कि यह दुनिया भर के देशों से आंकड़े लेती है, वह सरकारी ऑडिट व एयरलाइन के दुर्घटना रिकॉर्ड को भी परखती है.
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वर्जिन ऑस्ट्रेलिया
एयरलाइन के इतिहास, उसकी तकनीकी समीक्षा और रोज के ऑपरेशन के आधार पर बनाई जाने वाली रैंकिंग में सस्ती सेवा देने वाली वर्जिन ऑस्ट्रेलिया ने भी जगह बनाई है. 1999 में शुरू होने वाली यह एयरलाइन टॉप 20 में आने वाली सबसे नई कंपनी है.
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यूनाइटेड एयरलाइन
लगातार टॉप 20 में रहने वाली एक और अमेरिकी एयरलाइन कंपनी. रैंकिंग में चार अमेरिकी एयरलाइंस हैं, जिनमें से यूनाइटेड भी एक है. 407 एयरलाइन कंपनियों को होड़ में यह जगह बनाना आसान नहीं.
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एमिरेट्स
एमिरेट्स भी दुनिया की सबसे सुरक्षित एयरलाइन कंपनियों में शामिल है. अच्छी सेवा और जबरदस्त कनेक्टिविटी वाली एमिरेट्स पहली कंपनी है जिसके ए380 विमानों के फर्स्ट क्लास में शावर भी है.
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लुफ्थांसा
टॉप 20 में हमेशा बरकरार रहने वालों में यूरोप की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी लुफ्थांसा भी है. जर्मन कंपनी लुफ्थांसा की सस्ती सेवा जर्मनविंग्स है.
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जापान एयरलाइंस
जापान की दूसरी बड़ी एयरलाइन कंपनी जापान एयरलाइंस भी सबसे सुरक्षित कंपनियों में शामिल है.
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अल निपॉन एयरवेज (एएनए)
जापान की अल निपॉन एयरवेज भी जान माल की सुरक्षा के लिहाज से बेहद चौकस एयरलाइन है. 2015 में फिल्म स्टार वॉर्स के रिलीज होने पर एयरलाइन ने इसे अपनी थीम भी बनाया.
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हवाईयन एयरलाइंस
अमेरिका और हवाई के बीच बहुत ज्यादा उड़ान भरने वाली हवाईयन एयरलाइंस की इस लिस्ट में है. इस एयरलाइन को इकॉनमी क्लास में सबसे अच्छी सेवाएं देने के लिए भी सम्मानित किया गया.
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इतिहाद एयरवेज
संयुक्त अरब अमीरात की इतिहाद एयरवेज भी बेहतरीन कनेक्टिविटी और अच्छे ऑफरों के लिए मशहूर है. एयर बर्लिन भी इसी की सेवा है. फ्लाइट के अंदर यात्रियों को शॉपिंग कराने में भी इतिहाद एयरवेज उस्ताद है.
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वर्जिन अटलांटिक
ब्रिटेन की वर्जिन अटलांटिक भी सेफ्टी और ग्राहक संतुष्टी के मामले में पूरी तरह खरी उतरी.
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अलास्का एयरलाइंस
सिएटल बेस वाली अलास्का एयरलाइंस को अच्छी सुरक्षा के साथ साथ सभी विमानों में वाईफाई सुविधा के लिए भी जाना जाता है.
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कैथे पैसिफिक एयरवेज
2014 में स्काईट्रैक्स का बेस्ट एयरलाइन अवॉर्ड जीतने वाली एशियाई एयरलाइन कैथे पैसिफिक भी टॉप 20 में शामिल है.
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फिनएयर
अच्छे सेफ्टी रिकॉर्ड के साथ साथ ग्राहकों की सुविधा, फिनएयर इसमें खासी कामयाब है. 2014 में हेलसिंकी एयरपोर्ट में फिनएयर ने अपने प्रीमियम लाउन्ज में यूनिसेक्स सॉना की शुरुआत की.
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स्कैंडिवियन एयरलाइन सिस्टम (एसएएस)
स्वीडन की एयरलाइन एसएएस को सुरक्षित के साथ साथ दुनिया की सबसे अनुशासित एयरलाइन बताया गया है. बिल्कुल टाइम से निकलने और टाइम से मंजिल तक पहुंचने के मामले में इसका रिकॉर्ड जबरदस्त है.
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स्विस
2002 की दुर्घटना के अलावा स्विस का रिकॉर्ड भी बेदाग है. टॉप 20 में शुमार स्विस को अच्छी पेशेवर सेवा के लिए भी जाना जाता है.
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सिंगल इंजन जेट
इंजीनियरों के लग रहा है कि ईंधन भरने के बाद 35 टन भार एफ-35 के सिंगल इंजन के लिए बहुत ज्यादा है. इसमें लगा दुनिया का सबसे शक्तिशाली फाइटर जेट इंजन इसे 20 टन की ताकत देता है, लेकिन इतने भार को तेज रफ्तार से ढोने के लिए काफी नहीं. भार की वजह से इंजन पर इतना दबाव पड़ता है कि उसमें गड़बड़ी होने लगती है और सिंगल इंजन जेट में उड़ान के दौरान ऐसी गड़बड़ी का मतलब है क्रैश. स्ट्रॉस मिलिट्री रिफॉर्म प्रोजेक्ट के डायरेक्टर विनस्लो व्हीलर कहते हैं, "एफ-35 जरूरत से ज्यादा भारी और जरूरत से ज्यादा कमजोर पावर वाला है."
विमान के प्रदर्शन को लेकर लीक हुई एक अंदरूनी रिपोर्ट में चेतावनी दी गई कि नया विमान "न मुड़ सकता है, न तेजी से ऊपर उठ सकता है और न ही तेज रफ्तार से आगे बढ़ सकता है."
वहीं दूसरी ओर रूस का सुखोई टी-50, चीन का जे-20 और जे-25 एक के बाद एक सफल परीक्षण उड़ाने भरते जा रहे हैं. एफ-35 में हो रही देरी के बीच अमेरिका के कुछ सहयोगी देशों में रूस के सुखोई एस-35 की खरीद को लेकर भी दिलचस्पी जग रही है.