1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

आ गया नया साल 2011

३१ दिसम्बर २०१०

दुनिया ने नए साल की पहली घड़ी देख ली है. न्यूजीलैंड और आस पास के कुछ द्वीपों में रात के 12 बज चुके हैं और आतिशबाजी के साथ नए साल की शुरुआत हो गई. हालांकि भारत और यूरोप सहित ज्यादातर हिस्सों को अभी कुछ घंटों का इंतजार है.

तस्वीर: Fotolia/Gina Sanders

आम तौर पर क्रिकेट मैचों के लिए मशहूर न्यूजीलैंड का ऑकलैंड 2010 और 2011 के बीच की कड़ी का गवाह बना. सार्वजनिक जगहों पर हजारों लोगों ने जमा होकर नए साल का स्वागत किया.

घड़ी की सुइयों ने जैसे ही 12 बजाए, ऑकलैंड में एक ऊंची मीनार से आतिशबाजी की लड़ियां फूट पड़ीं. रंग बिरंगी किरणों से आधी रात में भी आसमान गुलजार हो गया. पास में ही न्यूजीलैंड के राष्ट्रीय चैनल टीवी न्यूजीलैंड का बड़ा सा बिलबोर्ड रोशनी में नहाता हुआ दिखा, मानो साल 2011 का रंगीन स्वागत कर रहा हो.

तस्वीर: Tomislav Krajcer

टेलीविजन चैनलों पर इस घड़ी का सीधा प्रसारण किया गया और पश्चिमी देशों के समाचार चैनलों ने भी इसके साथ ही अपने दर्शकों को नए साल की बधाई दे दी.

प्रशांत महासागर के इस हिस्से में सूर्य पहले निकलता है और टाइम जोन के हिसाब से इस हिस्से में दिन और रात पहले शुरू होते हैं. यहां की घड़ियां इनसे पश्चिमी के देशों से आगे चला करती हैं और यही वजह है कि यहां नया साल भी पहले आता है.

साल 2010 कुछ कड़वी और कुछ अच्छी यादों के साथ बीत गया. अगर चिली में 69 दिन के बाद भी खान से मजदूरों को जिंदा निकाल लिया गया, तो हैती में लाखों लोग भूकंप के शिकार हो गए. पाकिस्तान ने सदी का भयंकर बाढ़ देखा और भारत ने नक्सलियों का कहर.

विकीलीक्स ने अमेरिका के लाखों गुप्त दस्तावेज दुनिया के सामने लाकर तहलका मचा दिया तो भारत में नीरा राडिया टेप प्रकरण और 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की गूंज छाई रही.

बहरहाल, अब सबको उम्मीदें हैं 2011 से, जो आन पहुंचा है. हालांकि अमेरिका और लैटिन अमेरिकी देशों को अभी इसके लिए थोड़ा और इंतज़ार करना होगा, जो टाइम ज़ोन के मुताबिक़ सबसे पीछे चलते हैं.

रिपोर्टः अनवर जे अशरफ

संपादनः महेश झा

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें