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इंग्लैंड की दक्षिण अफ्रीका पर चमत्कारी जीत

६ मार्च २०११

वर्ल्ड कप में अजीबोगरीब नतीजे दे रही इंग्लैंड की टीम ने एक बार फिर अप्रत्याशित खेल खेला और दक्षिण अफ्रीका को छह रन से मात दे दी. सिर्फ 171 रन बनाने वाली इंग्लैंड की टीम ने ग्रेम स्मिथ की टीम को 165 पर बांध दिया.

इंग्लैंड के एंड्र्यू स्ट्रॉसतस्वीर: ap

दो बार 300 से ज्यादा रन बनाने पर जीत नहीं मिली, लेकिन 200 रन से कम स्कोर पर जीत हासिल हो गई. वर्ल्ड कप में इंग्लैंड का जलवा जारी है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जब टीम सिर्फ 171 पर आउट हो गई, तो उसकी हार तय मानी जाने लगी.

स्टुअर्ट ब्रॉड की शानदार गेंदबाजी की मदद से इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका के सभी 10 विकेट 102 रन के अंतर पर झटक लिए और अपनी टीम को किसी सपने के तरह की जीत दिला दी. 172 रन का पीछा करने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम को यकीन ही नहीं हो पाया कि वह यह मैच हार गए हैं.

स्मिथ की टीम जब बल्लेबाजी के लिए उतरी तो चार रन प्रति ओवर से भी कम गति से रन बनाने थे. खिलाड़ियों को 171 का आंकड़ा पार करना था और कप्तान ने हाशिम अमला के साथ मिल कर जब पहले विकेट के लिए 63 रन जोड़ दिए, तो चेन्नई स्टेडियम में जो भी दर्शक जमा हुए थे, निकलने लगे. दूसरा विकेट 75 पर और तीसरा 82 पर गिरा. लेकिन जब छोटा लक्ष्य हो तो ये मायने नहीं रखते.

लेकिन जब चौथा विकेट 124 पर गिरा और इसी स्कोर पर दो और विकेट गिर गए, तो दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों के बदन में झुरझुरी उठ गई होगी. फिर तो जैसे रन से ज्यादा विकेट गिरने लगे. दक्षिण अफ्रीका का स्कोर सात विकेट पर 127 रन. भारत को टाई पर रोक देने वाली और आयरलैंड से हार जाने वाली इंग्लैंड टीम के खेमे में खुशी दौड़ने लगी.

लेकिन मैच में ड्रामा बाकी था. आठवें विकेट के लिए दक्षिण अफ्रीका ने 33 रन की साझीदारी कर ली और जीत से सिर्फ 12 रन की दूरी पर जा खड़े हुए. यहां ब्रॉड कहर बन कर टूटे. पहले ब्रेसनेन ने फान वेक को आउट किया और फिर ब्रॉड ने धड़ाधड़ नौवां और दसवां विकेट निकाल दिया. इंग्लैंड जीत गया. दो ओवर पहले तक ब्रिटेन के खिलाड़ियों को कोस रहे इंग्लैंड के कमेंटेटरों के सुर बदल गए. वे टीम की तारीफ के पुल बांधने लगे. मैच में सबसे ज्यादा 60 रन बनाने वाले भारतीय मूल के इंग्लैंड के बल्लेबाज रवि बोपारा को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

इससे पहले इमरान ताहिर के चार और पीटरसन के तीन विकेट की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 171 रन पर रोक दिया. इंग्लैंड की टीम सिर्फ 45.4 ओवर ही खेल पाई. इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने 47.4 ओवर में 165 रन बनाए.

इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने ग्रुप में कंप्टीशन बढ़ा दिया है. दक्षिण अफ्रीका के हाथ पहली हार लगी है और पहले नंबर की जगह अब उसे खाली करनी पड़ सकती है. इंग्लैंड एक हार, दो जीत और एक टाई के साथ मुकाबले में मुस्तैदी से बना हुआ है.

इस वर्ल्ड कप के सबसे अजीबोगरीब नतीजे अभी तक इंग्लैंड की तरफ से ही आए हैं. पहले मैच में वह नीदरलैंड्स के सामने घुटने टेकने की स्थिति में आ गया, हालांकि बाद में उसे जीत मिली. दूसरे मैच में उसने भारत को परेशान करके रख दिया और 338 रन के विशाल स्कोर का भी पीछा बखूबी कर लिया और मैच टाई पर खत्म हुआ. तीसरे मैच में 328 रन बनाने के बाद भी वह आयरलैंड की पिद्दी टीम से हार गया और अब चौथे मैच में सिर्फ 171 रन बना कर जीत गया. अभी उसके दो मैच बाकी हैं. उसे वेस्ट इंडीज और बांग्लादेश से खेलना है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः एमजी

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