1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

इंग्लैंड को हराने की क्षमता रखते हैं- हरभजन

१२ जुलाई २०११

फिरकी के जादूगर हरभजन सिंह के मुताबिक भारत इंग्लैंड को हराने का दम रखता है. हरभजन कहते हैं कि वह अभी अगले 7-8 साल और क्रिकेट खेलना चाहते हैं और बहुत कुछ नया सीखने की चाहत रखते हैं.

तस्वीर: AP

भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा है कि शक्तिशाली भारतीय टीम संसाधनों का सही इस्तेमाल करके इंग्लैंड में होने वाली 4 टेस्ट मैचों की सीरीज पर कब्जा कर सकती है. आत्मविश्वास से भरपूर हरभजन ने कहा, "जहां तक मैंने पढ़ा और सुना है, वहां की पिच उछाल वाली और तेज होगी. मुझे लगता है कि हमें हरी पिच मिलेगी, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. हमें पता है कि हम किसी भी पिच पर जीतने के लिए सक्षम हैं. हम इंग्लैंड को हराने का माद्दा रखते हैं चाहे उनके घर पर या किसी और देश में मैच हो. विकेट जैसी भी हो हमें सही लेंथ पर गेंद डालनी होगी. मुझे योजना के मुताबिक गेंदबाजी करनी होगी और ज्यादा से ज्यादा विकेट लेने होंगे."

तस्वीर: DW

इंग्लैंड में जीत को बेकरार

चोट की वजह से हाल ही में वेस्ट इंडीज दौरे के लिए भारत को दूसरे दर्जे की टीम भेजनी पड़ी थी. फिर भी भारत ने टेस्ट और वन डे सीरीज जीत ली. भारतीय टीम इंग्लैंड के दौरे पर चार टेस्ट, एक टी20 और पांच वनडे खेलेगी जो 21 जुलाई से शुरु होगा. बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर टीम में शामिल हैं. जबकि गेंदबाजों में जहीर खान, एस श्रीसंत और ऑल राउंडर युवराज सिंह टीम में लौट रहे हैं. वेस्ट इंडीज में तीन टेस्ट में 11 विकेट झटकने वाले हरभजन कहते हैं, "उनकी (इंग्लैंड ) टीम अच्छी है, आशा है कि हम जो नतीजा चाह रहे हैं वह हमें मिलेगा. मैं उनमें से नहीं हूं जो एक खास विकेट लेने की बात करता हो. मैं इंग्लैंड के खिलाफ खेल रहा हूं. मैं चाहूंगा कि ज्यादा से ज्यादा विकेट ले सकूं."

अभी और सीखना हैं

हरभजन वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट पूरे करने वाले भारत के तीसरे और दुनिया के 11वें गेंदबाज बन गए हैं. वे अपने 96 वें टेस्ट में इस उपलब्धि पर पहुंचे. हरभजन कहते हैं, "वहां चार या पांच और विकेट मिल सकते थे, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुछ मौके मेरे पक्ष में नहीं आए. मैं एक क्रिकेटर के रूप में बड़ा हुआ हूं. अभी मेरे अंदर काफी क्रिकेट बचा है. मुझे अभी बहुत कुछ सीखना है. जब तक कोई सीखना चाहता है, इस खेल के पास बहुत कुछ है सिखाने को. मैं अगले सात आठ साल और खेलने के लिए उत्साहित हूं. अगर ऐसा हुआ तो मैं अनिल कुंबले या किसी महान खिलाड़ी के करीब पहुंच जाऊंगा."

रिपोर्ट: एएफपी/आमिर अंसारी

संपादन: महेश झा

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें