एक रूसी यात्री विमान के कैप्टेन ने हवा में दोनों इंजनों के खराब होने के बावजूद विमान को सुरक्षित नीचे उतार लिया. विमान चिड़ियों के एक झुंड से टकरा गया था. विमान में 200 से ज्यादा लोग सवार थे.
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गुरुवार को रूस की उराल एयरलाइंस के विमान ने 226 यात्रियों और चालक दल के सात सदस्यों के साथ मॉस्को के झुकोव्स्की हवाई अड्डे से क्रीमिया के सिमफेरोपोल के लिए उड़ान भरी. उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड के बाद यह पक्षियों के एक झुंड से टकराया और इसके दोनों इंजन खराब हो गए. विमान के पायलट ने इसी खराब स्थिति में भी विमान को सुरक्षित नीचे उतार लिया. कुछ यात्रियों को चिकित्सा सहायता देनी पड़ी, केवल एक यात्री को अस्पताल में भर्ती किया गया.
पायलट के इस कारनामे की 2009 के "मिरैकल ऑफ हडसन" से तुलना की जा रही है. उस वक्त भी विमान चिड़िया से टकराने के कारण हादसे का शिकार होते होते बचा था क्योंकि पायलट ने विमान को हडसन नदी में सुरक्षित उतार कर यात्रियों की जान बचा ली. विमान के पायलट ने इसका जिक्र अपनी आत्मकथा में किया जिस पर एक फिल्म भी बनाई गई.
रूस के रोसावियात्सिया राज्य की एविएशन एजेंसी के प्रमुख आलेक्सांद्र नारोदको ने पत्रकारों को बताया कि चालक दल ने विमान के दोनों इंजन खराब होने के बाद उसे तुरंत रनवे से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर खेतों में उतारने का "बिल्कुल सही फैसला लिया." नारोदको ने कहा,"चालक दल ने हिम्मत और पेशेवर सूझबूझ दिखाई है और वो सरकार से उच्च सम्मान के हकदार हैं."
एयरलाइन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि पायलट ने विमान के इंजन को उतरते वक्त बंद कर दिया ताकि ईंधन से भरे जहाज को आग लगने से बचाया जा सके. उरल एयरलाइंस ने आपातकाल में विमान को उतारने और यात्रियों को जहाज से तुरंत निकालने की व्यवस्था करने के लिए चालक दल की सराहना की है. कंपनी ने बताया है कि 41 साल के कैप्टेन दामिर युसुपोव बेहद अनुभवी पायलय हैं और 3000 घंटे से ज्यादा की उड़ान भर चुके हैं.
रूसी टीवी चैनलों पर मक्के के खेत में विमान और उसके पास खड़े लोगों की तस्वीरें दिखाई जा रही हैं. ये लोग पायलट को गले लगाकर अपनी जान बचाने के लिए शुक्रिया कह रहे हैं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्को ने पायलटों को "नायक" बता कर उनकी तारीफ की है और कहा है कि सरकार उनका सम्मान करेगी.
देश के आपदा मंत्रालय ने कहा है कि 55 लोगों को इस घटना के बाद चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ी. पांच बच्चों समेत 23 लोगों को अस्पताल ले जाया गया लेकिन इनमें एक को छोड़ बाकी सभी को चेक आप और मामूली उपचार के बाद अस्पताल से भेज दिया गया.
विमान के इंजिन इस तरह डिजाइन किये जाते हैं कि वो कभी कभार चिड़ियों के टक्कर को झेल सकें लेकिन जब चिड़ियों का झुंड एक साथ टकराता है तो गंभीर समस्या पैदा हो जाती है. एयरपोर्ट पर बर्ड डिस्ट्रेस सिग्नल, एयर कैनन और दूसरे तरीकों से चिड़ियों को दूर भगाया जाता है लेकिन कई बार यह पर्याप्त नहीं होता. मीडिया में आई खबरों में कहा जा रहा है कि झुकोव्सकी की तरफ चिड़ियों का रुझान इस तरह हुआ क्योंकि पास ही में कचरा डालने की एक गैरकानूनी जगह है. हालांकि इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है.
एनआर/ओएसजे(एपी)
मौत के मुंह से लौटे लोग
हवाई हादसों में जिंदा बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं होता. कुछ मामलों में पायलटों का जबरदस्त हुनर जान बचाता है तो कभी कभी किस्मत साथ देती है. देखिये ऐसे ही चमत्कारों को.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/A. Thura
रसियन एयरलाइंस, मई 2019
78 लोगों को लेकर यात्रा कर रहा रसियन एयरलाइंस का विमान मॉस्को से मर्मास्क जा रहा था. तकनीकी खराबी के चलते उसे वापस मॉस्को हवाई अड्डे पर वापस लौटना पड़ा. लैंड करते समय विमान एक बार उछल गया जिससे उसमें आग लग गई. विमान में आग लगने से 41 लोगों की मौत हो गई. लेकिन 37 लोगों की जान बच गई.
तस्वीर: Getty Images/AFP/V. Marchukaites
एमिरेट्स, अगस्त 2016
300 लोगों के साथ भारत के तिरुअनंतपुरम से दुबई के लिए निकले एमिरेट्स के विमान को पायलटों की सूझबूझ ने बचा लिया. विमान के लैंडिंग गियर में खराबी आई. उतरने से पहले उसके पहिये नहीं खुले. इसके बावजूद पायलटों ने विमान को उतार दिया. इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान विमान में आग जरूर लगी, लेकिन उसे काबू कर लिया गया. विमान में 226 भारतीय सवार थे.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/EPA/Str
सिंगापुर एयरलाइंस, जून 2016
222 यात्रियों और चालक दल के 19 सदस्यों के साथ सिंगापुर से मिलान के लिए निकले विमान को टेक ऑफ के दो घंटे बाद इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. पायलटों को लगातार ऑयल वॉर्निंग मिल रही थी. इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान विमान में आग लग गई. संयोग से सभी लोग बाल बाल बचे.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/L. Yaohui
टर्किश एयरलाइंस, मई 2015
97 लोगों के साथ इटली के मिलान शहर से तुर्की के लिए निकले टर्किश एयरलाइंस के एक विमान में आग लग गई. दाहिने इंजन में लगी आग के बाद पायलटों ने इंस्ताबुल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग की. रनवे पर फिसलता हुआ विमान बहुत मुश्किल से काबू हुआ. हादसे में किसी की जान नहीं गई.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Str
एयर कनाडा, मार्च 2015
भारी बर्फबारी के बाद हैलीफैक्स एयरपोर्ट उतर रहा विमान रनवे पर फिसल गया. क्रैश लैंडिंग में 23 लोगों को चोट आई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ.
तस्वीर: Transportation Safety Board of Canada/Handout via Reuters
एशियाना एयरलाइंस, जुलाई 2013
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर लैंड करने से ठीक पहले विमान के पिछले पहिये एयरपोर्ट और समुद्र के बीच बनी दीवार से टकराये. पायलटों की गलती के कारण हुए इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई. 314 लोग बाल बाल बचे.
तस्वीर: Reuters
एंतोनोव-30, मई 2012
रूसी सेना का एएन-30 विमान प्राग में उतरने की तैयारी कर रहा था, तभी विमान में आग लग गई. पायलटों ने जबरदस्त क्षमता का प्रदर्शन करते हुए आग के गोले में तब्दील विमान को पास के खेतों में उतार दिया. हादसे में 23 लोगों की जान बची. सात जख्मी हुए.
तस्वीर: dapd
लोट पोलिश एयरलाइंस, नवंबर 2011
220 यात्रियों और 11 क्रू मेम्बरों के साथ पोलैंड का यह विमान जैसे ही उतरने को तैयार हुआ तभी पायलटों को पता चला कि विमान के पिछले पहिये नहीं खुल रहे हैं. काफी कोशिश करने के बाद भी लैंडिंग गियर नहीं खुला. इसके बाद पायलटों ने बिना पहियों के इमरजेंसी लैंडिंग की तैयारी की. पायलटों ने बहुत ही खूबसूरती से विमान को घिसटाते हुए लैंड करा दिया. विमान में सवार सभी लोगों को नया जीवन मिला.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
यूएस एयरवेज, जनवरी 2009
न्यू यॉर्क से उड़ान भरते ही विमान से पंछी टकराये, इसकी वजह से एक इंजन फेल हो गया. थोड़ी देर बाद दूसरा इंजन भी फेल हो गया. विमान की कमान संभाल रहे पूर्व एयरफोर्स पायलट चेस्ली सुलेनबर्ग ने विमान को वापस एयरपोर्ट पर लाने की कोशिश की. लेकिन जब उन्हें लगा कि यह मुमकिन नहीं है तो सुलेनबर्ग ने बेहद सावधानी से विमान को हडसन नदी में उतार दिया. विमान में सवार सभी 155 लोग बाल बाल बचे.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/S. Day
एयर कनाडा, जुलाई 1983
एयर कनाडा के पायलट ने अपना जबरदस्त हुनर दिखाते हुए 69 लोगों की जान बचाई. 41,000 फुट की ऊंचाई पर विमान का तेल खत्म हो गया. ग्लाइडर उड़ाने का लंबा अनुभव रखने वाले कैप्टन रॉबर्ट पीयर्सन ने विमान को ग्लाइडर की तरह उड़ाते हुए एक रेसिंग ट्रैक पर उतार दिया.