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इंडियन कोच के साथ फ़्राइबुर्ग

२१ अगस्त २००९

जर्मनी के दक्षिण पश्चिम कोने का छोटा सा शहर फ़्राइबुर्ग, जो अपने विश्वविद्यालय के लिए सारे देश में प्रसिद्ध है. इस शहर का क्लब है एससी फ़्राइबुर्ग, जिसकी स्थापना सन 1904 में की गई थी.

कोच रोबिन दत्ततस्वीर: picture-alliance/ dpa

पांच साल तक दूसरी लीग में रहने के बाद अब वह फिर से बुंडेसलीगा में लौटा है. क्लब के 2500 सदस्य हैं. उसके स्टेडियम बाडेनोवा में 24 हज़ार दर्शकों के लिए जगह है.

एससी फ़्राइबुर्ग जर्मन फ़ुटबॉल के इतिहास में पहला क्लब है, जिसके कोच भारतीय मूल के हैं - रोबिन दत्त. 2007 के सत्र के अंत में उन्होंने टीम की ज़िम्मेदारी ली.

उससे पहले फ़ोल्कर फ़िंके 16 वर्षों तक टीम के कोच थे, जो जर्मन पेशेवर फ़ुटबॉल के इतिहास में एक रेकार्ड है. रोबिन दत्त का कहना है कि उनकी टीम को अब भी फ़िंके के कामों का फ़ायदा मिल रहा है.

इस सत्र में फ़्राइबुर्ग का पहला खेल हैम्बर्ग की टीम के ख़िलाफ़ था. चैंपियन के तौर पर दूसरी लीग से आने वाली नई टीम के कोच का कहना था कि उन्हें जीत के तीन अंक चाहिए. लेकिन मैच ड्रॉ रहा, यानी मिला सिर्फ़ एक अंक.

दूसरे मैच में हार के बाद अब फ़्राइबुर्ग 16वें, यानी नीचे से तीसरे स्थान पर है. दूसरी लीग में हमेशा अच्छा नतीजा लाने वाले क्लब व उसके कोच को अभी यह बाद गले से उतारनी होगी कि बुंडेसलीगा का मसला कुछ अलग ही है.

लेखक: उज्ज्वल भट्टाचार्य

संपादन:एस जोशी

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