इंडोनेशिया में इस्लामी स्पा
१६ फ़रवरी २०११
इंडोनेशिया की करीब 90 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है. दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम यहीं रहते हैं. यहां औरतों को बुर्का या हिजाब पहनने के लिए कोई सख्ती नहीं है. केवल पश्चिमी आचेह जिले में ही शरिया लागू होता है. ज्यादातर लोग बेहद खुले विचारों के हैं और पश्चिमी सभ्यता का असर भी साफ देखा जा सकता है. स्पा का चलन भी इन्हीं में से एक है. स्पा को आम तौर पर पश्चिमी सभ्यता का हिस्सा माना जाता है जहां औरतें मसाज इत्यादि के लिए जाती हैं. रुढ़िवादी इसे गलत नजरों से भी देखते हैं. लेकिन इंडोनेशिया की महिलाओं ने पारंपरिक चीजों से जोड़ कर स्पा को एक नई परिभाषा दे दी है. वैसे भी हमाम या सामूहिक स्नान का चलन तुर्की समेत कई इस्लामी देशों में बहुत पुराना है.
ऐसा देखा जा रहा है कि इन स्पा के लोकप्रिय होने के बाद से महिलाओं में हिजाब पहनने का चलन बढ़ गया है, क्योंकि अब हिजाब इस्लाम के साथ साथ फैशन और सुन्दरता से भी जुड़ गया है. इन स्पा में तरह तरह के डिजाइन में हिजाब मिलते हैं. महिलाएं खास तौर से पार्टियों में जाने से पहले यहां आ कर हिजाब बनवाती हैं, वैसे ही जैसे भारत में औरतें शादियों में जाने से पहले ब्यूटी पार्लर जा कर अलग अलग हेयर स्टाइल बनवाती हैं. सैलून नौरा में काम करने वाली सुरैया ने बताया, "औरतें खुद घर से कपड़ा ले कर आती हैं. हम उन्हें यहां अलग अलग तरह से मोड़ कर स्टाइल करते हैं." पिछले साल मिशेल ओबामा जब जकार्ता गईं थीं तो उन्हें भी हिजाब पहने देखा गया था.
इंडोनेशिया के सैलून मुस्लिमा में जाने वाली एका शांटी कहती हैं, "वहां बहुत अनोखे अंदाज से सब होता है. मैं जब पहली बार वहां गई तो मेरी आंखों से आंसू निकल रहे थे." सैलून मुस्लिमा में मर्दों को आने की इजाजत नहीं है. औरतें चाहें तो यहां बने जिम का भी प्रयोग कर सकती हैं और साथ ही एक कमरे में नमाज भी पढ़ सकती हैं. इसके अलावा यहां हलाल कॉस्मेटिक्स भी उपलब्ध हैं.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/ईशा भाटिया
संपादन: महेश झा