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समाज

इंसानी अंगों के कारोबार का कानून

१३ दिसम्बर २०१८

नीदलैंड्स की सरकार एक कानून का मसौदा तैयार कर रही है, जिसमें मानव अंगों के व्यापार के नियम कायदे तय किए जाएंगे. कई डच अस्पताल कई अमेरिकी कंपनियों से सिर, घुटने और कंधे जैसे अंग खरीद रही हैं. आखिर क्यों?

Berlin und darüber hinaus: Organspende
तस्वीर: DW/T. Walker

इंसानी अंगों का व्यापार करने वाली कंपनियों को आम तौर पर 'बॉडी ब्रोकर' कहा जाता है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने पिछले दिनों खबर दी कि दो डच अस्पताल अमेरिकी कंपनियों से मानव अंग खरीदना बंद कर रहे हैं.

इसकी वजह एक तरफ इस तरह के कारोबार को लेकर नैतिक चिंताएं हैं, तो दूसरी तरफ इससे जुड़ी कंपनियां भारी मुनाफा कमा रही हैं. अधिकारियों का कहना है कि यह बात स्पष्ट होनी जरूरी है कि जिन अंगों का कारोबार हो रहा है उन्हें किसने और कैसे दान दिया है.

डच कानून में इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि शरीर का कोई भी अंग बिना इजाजत के ना लिया जाए और अंग दान देने वाले परिवार को पता रहे कि उसका उपयोग मुनाफे कमाने के लिए होगा या नहीं.

जरूरी है अंगदान

यह कानून ऐसे समय में बनाया जा रहा है जब अमेरिका में बॉडी ब्रोकर कंपनियों के खिलाफ जांच चल रही है. ये कंपनियां आम तौर पर मृत शरीर को ले लेती हैं जो अकसर दान मिलते हैं. फिर ये उन्हें काटती हैं और उनके अंगों को निकाल कर बेच देती हैं. कई परिवारों को पता भी नहीं होता है कि उनके प्रियजनों के अंगों को मोटा मुनाफा कमाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

डच संसद में एक सांसद हंके ब्रुइन्स स्लॉट ने कहा कि नीदरलैंड्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि शरीर के अंग आम व्यावसायिक उत्पाद बन कर ना रह जाएं.  उन्होंने कहा, "जहां तक विदेशी अंगों के इस्तेमाल की बात है तो नीदरलैंड्स में इस बात को लेकर कानूनी रूप से कोई स्पष्टता नहीं है और कंपनियां इसका पूरा फायदा उठा रही हैं."

यहां कुत्ते रक्तदान करते हैं

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स्वास्थ्य मंत्री ह्यूगो डी युंगे का कहना हैं, "नए कानून के मुताबिक जो लोग इंसानी (अंगों के) नूमूनों के साथ काम करते हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि अंग दान करने वालों ने उनके व्यावसायिक इस्तेमाल की सहमति दी है."

डी युंगे ने यह भी कहा कि लोगों को पता नहीं होता की उनको क्या उम्मीद करनी चाहिए या उन्होंने किस बात के लिए अपनी सहमति दी हैं. उनके मुताबिक, "चूंकि मृत शरीर के लिए पैसा मिल रहा होता है, इसलिए जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और जो अंतिम संस्कार तक का खर्च नहीं उठा सकते हैं, उन्हें तो यह विकल्प अच्छा ही लगेगा. लेकिन हम इंसानी शरीर के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकते."

डच अस्पताल एम्सटरडम मेडिकल सेंटर (एएमसी) का कहना हैं कि उसने 2008 से अमेरिकी कंपनियों मेडक्योर और साइंस केयर से लगभग 500 सिर खरीदे है. वहीं रॉटरडैम के इरास्मस मेडिकल सेंटर ने कहा कि उसने घुटने और कंधे खरीदे हैं.

स्वास्थ्य मंत्री डी युंगे ने कहा कि वह खुद रिसर्च करेंगे कि नीदरलैंड में 'बॉडी ब्रोकर' का कारोबार कितना फैला हुआ हैं और इसके तौर तरीकों की समीक्षा करने के बाद वापस संसद को इस बारे में सूचित करेंगे.

एन राय/एके (रॉयटर्स)

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