ओएत्सी द आइसमैन के नाम से मशहूर ये ममी 22 साल पहले 19 सितंबर 1991 के दिन दो जर्मन पर्यटकों को मिली. न्यूरेम्बर्ग के दो पर्यटक हेल्मुट और एरिका ऑस्ट्रियाई, इटैलियन सीमा पर आल्प्स पहाड़ियों की ओएत्स घाटी में घूम रहे थे कि 3,210 मीटर की उंचाई पर बर्फ में दबी यह ममी उन्हें मिली.
अगले दिन इसे बाहर निकालने की कोशिश की गई लेकिन खराब मौसम के कारण यह नहीं हो सका. 22 सितंबर को आखिरकार इसके बाहर निकाले जाने की अनौपचारिक खबर आई.
इसके बाद इसे इन्सब्रुक यूनिवर्सिटी ले जाया गया. जहां से पता चला कि वह पाषाण युग का है.
जेनेटिक रिसर्च के बाद यूरोपीय अकादमी ऑफ बोल्जानो (यूरैक), जारलांड यूनिवर्सिटी, कील यूनिवर्सिटी और बाकी सहयोगियों ने जून 2013 में बताया कि उन्होंने ओएत्सी के मस्तिष्क के ऊतक के बहुत ही छोटे सैंपल से प्रोटीन निकाला और उसका विश्लेषण किया. उनके परीक्षण से उस थ्योरी की पुष्टि हुई कि इस व्यक्ति की मौत मस्तिष्क की चोट के कारण हुई थी.
ब्रान का ड्रैकुला महल या प्रिप्याट का सुनसान शहर, इन जगहों पर पहुंचने पर रोंगटे खड़े हो जाते हैं. यह हैं दुनिया भर की कुछ डरावनी जगहें.
तस्वीर: cc-by-sa/Matthew Bordignonकुछ जगहों पर हैलोवीन के बिना भी दिल दहल जाता है. मसलन मेक्सिको के इसला डे ला मुनेकास में पेड़ों पर सैकड़ों टूटी फूटी पुतलियां लटकी हैं. यहां डूबी एक लड़की की आत्मा के डर से द्वीप के एक निवासी ने गुड़िया जमा करना शुरु किया था. कहते हैं कि बाद में वह खुद भी डूब मरा.
तस्वीर: cc-by-sa/Troels Myrupभयावह जगहों में बर्लिन के निकट बेलित्स के सैनिटोरियम की इमारतें भी हैं. फेफड़े का यह क्लीनिक 1902 में खोला गया था. यह दोनों विश्व युद्धों के दौरान सैनिक अस्पताल रहा. इसके सिर्फ एक हिस्से का जीर्णोद्धार हुआ है, बाकी ध्वस्त हो रहा है और पर्यटकों को बीते दिनों की भयावह याद दिलाता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpaयह हार्त्स पर्वत श्रृंखला का सबसे ऊंचा पहाड़ ही नहीं है. लोग इसे ब्लॉक पहाड़ भी पुकारते हैं. कहते हैं कि अप्रैल महीने की अंतिम रात को यहां भूत प्रेत और चुड़ैलें जमा होती हैं. हालांकि इसे अब तक किसी ने देखा नहीं है लेकिन पर्यटक वहां अजीबोगरीब चीजें मिलने की बात कहते हैं.
तस्वीर: Imagoरुमानिया के ट्रांस सिल्वेनिया में ब्रान का महल है. ब्राम स्टोकर की कहानियों का काउंट ड्रैकुला यहां दरबार लगाया करता था. और सचमुच यह महल स्टोकर की कहानियों के वर्णन जैसा ही दिखता है. रात गिरते ही यहां का माहौल भयावह हो जाता है.
तस्वीर: Ddaniel Mihailescu/AFP/Getty Imagesप्राग से करीब 70 किलोमीटर दूर एक गिरजा शांति के बदले भय की वजह बनता है. सेडलेच शहर में स्थित इस गिरजे के भूतल में क्रॉस, शैंडेलियर और कप प्लेट इंसानी हड्डियों से बनाए गए हैं. विचार सिविल इंजीनियर फ्रांटिचेक रिंट का था. गिरजा अब विश्व धरोहर है.
इटली के पालेरमो शहर में कापुचीन ईसाई धर्मगुरुओं की कब्रगाह कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है. सिलिसी के इस शहर के नीचे दर्जनों लाशें टंगी हैं.1599 से 1881 के बीच यहां रईश नागरिकों को दफनाया जाता था. कब्र में ममी बनाकर रखा जाना समृद्धि का प्रतीक माना जाता था.
तस्वीर: gemeinfreiयूक्रेन में प्रिप्याट शहर सिर्फ 16 साल अस्तित्व में रहा. उसके बाद चेरनोबिल परमाणु दुर्घटना ने 43,000 निवासियों वाले इस शहर को भुतहा शहर बना दिया. 1986 से यह शहर दुर्घटनाग्रस्त परमाणु संयंत्र के आसपास के प्रतिबंधित इलाकों में शामिल है. यहां समय थम गया है.
तस्वीर: picture alliance/dpaब्रिटेन के कॉर्नवेल में बॉडमिन मूर्स के बाहरी इलाके में 1779 में बनी जेल है, जिसका इस्तेमाल फांसी देने के लिए भी किया जाता था. 1929 में बंद यह जेल अब खंडहर में तब्दील हो गई है. कुछ लोग यहां पराभौतिक गतिविधियों की बात कहते हैं.
तस्वीर: picture alliance/Mary Evans Picture Libraryजापान में फूजी पहाड़ियों की तलछटी में आओगाहारा का घना डरावना जंगल है. 1960 के दशक से यह आत्महत्या करने वालों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. उस समय छपी एक किताब में यहां आत्महत्या किए जाने का वर्णन किया गया था.
तस्वीर: cc-by-sa/ajariऑस्ट्रेलिया में भी एक डरावना क्लीनिक है. विक्टोरिया प्रांत के बीचवर्थ के पूर्व ल्यूनेटिक असायलम की दीवारें 19वीं सदी में मनोरोग के शिकार लोगों की चिकित्सा की कहानी कहती हैं. गाइड उस समय इलाज के डरावने तरीकों के बारे में बताते हैं.
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