11 दिसंबर 1911 को ब्रिटिश सरकार ने दिल्ली दरबार का आयोजन किया था. दरबार का आयोजन बुराड़ी में हुआ था जो कि दिल्ली शहर से बाहर था. दरबार के लिए खास इंतजाम किए गए थे. देश के कोने कोने से राजा, महाराजा और उनकी महारानियां पहुंचीं थीं.
हजारों लोगों की मौजूदगी में ब्रिटेन के सम्राट जॉर्ज पंचम ने भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली लाने की घोषणा की. 1911 की उस ऐतिहासिक घोषणा के बाद अंग्रेजों ने नई दिल्ली की नींव रखी और इस शहर को देश की राजधानी बनाने का काम शुरू हुआ.
लेकिन दिल्ली का अपना इतिहास 3000 साल पुराना है. माना जाता है कि पांडवों ने इंद्रप्रस्थ का किला यमुना किनारे बनाया था, लगभग उसी जगह जहां आज मुगल जमाने में बना पुराना किला खड़ा है. हर शासक ने दिल्ली को अपनी राजधानी के तौर पर एक अलग पहचान दी, वहीं सैकड़ों बार दिल्ली पर हमले भी हुए.
13वीं शताब्दी में गुलाम वंश के कुतुबुद्दीन ऐबक और उसके बाद इल्तुतमिश ने कुतुब मीनार बनाया जो आज भी दिल्ली के सबसे बड़े आकर्षणों में से है. कुतुब मीनार को संयुक्त राष्ट्र ने विश्व के सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी घोषित किया है. दिल्ली कुल आठ शहरों को मिलाकर बनी है.
चार फरवरी 2014 को राष्ट्रपति भवन में सचिन तेंदुलकर और वैज्ञानिक सीएनआर राव को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारत रत्न से सम्मानित किया.
तस्वीर: UNIसचिन तेंदुलकर भारत रत्न पाने वाले सबसे युवा व्यक्ति हैं. इससे पहले खेल से जुड़े किसी व्यक्ति को भारत रत्न नहीं दिया गया है.
तस्वीर: UNIभारत के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रोफेसर सीएनआर राव को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया.
तस्वीर: UNIसचिन ने कहा कि वह भारत के लिए आगे भी बैटिंग करते रहेंगे और देशवासियों के होठों पर मुस्कान लाने के लिए काम करेंगे.
तस्वीर: Prakash Singh/AFP/Getty Imagesवैज्ञानिक प्रोफेसर सीएनआर राव ने इस मौके पर कहा, "मेरे जीवन में यह बहुत खुशी का मौका है कि भारत सरकार मुझे सम्मानित कर रही है."
तस्वीर: Prakash Singh/AFP/Getty Images1954 से अब तक 41 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है. लेकिन इस बार यह सम्मान पांच साल बाद किसी को मिला है.
तस्वीर: UNIराष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित समारोह में सचिन तेंदुलकर की पत्नी डॉक्टर अंजलि और बेटी सारा भी उपस्थित थीं.
तस्वीर: UNIइस समारोह में भाग लेने वालों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के अलावा कई कैबिनेट मंत्री भी शामिल थे.
तस्वीर: UNI