अपने समय की टॉप महिला टेनिस खिलाड़ी रही अमेरिका की बिली जीन किंग ने 29 साल की उम्र में पूर्व नंबर एक पुरुष खिलाड़ी बॉबी रिग्स को हराया था. रिग्स पुरुषों की श्रेष्ठता में अपने विश्वास को खुलेआम जाहिर करते थे. रिग्स मानते थे कि महिलाएं पुरुषों से कमतर होती हैं और वे खेल का दबाव बर्दाश्त नहीं कर सकतीं. इसी विश्वास के साथ रिग्स ने यह खुली चुनौती दे डाली थी कि वह 55 साल की उम्र में भी किसी भी महिला खिलाड़ी को हराने का दमखम रखते हैं. जब बिली जीन किंग ने रिग्स की यह खुली चुनौती स्वीकारी तबसे ही यह खबर मीडिया में सुर्खियां बटोरने लगी. इस निर्णायक मैच को देखने 30 हजार से भी ज्यादा दर्शक स्टेडियम पहुंचे. दुनिया भर के करीब 5 करोड़ लोगों ने इस मुकाबले को टीवी पर देखा. मैच में बिली जीन ने रिग्स को 6-4, 6-3, 6-3 से हराया.
22 नवंबर, 1943 को कैलिफोर्निया में पैदा हुई बिली जीन बचपन में सॉफ्टबॉल खेला करती थीं. काफी बाद में उन्होंने टेनिस खेलना शुरु किया लेकिन 17 साल की उम्र तक आते आते ही इस खेल में महारत हासिल कर ली. इसी उम्र में बिली जीन ने विंबलडन में अपना पहला महिला डबल्स खिताब जीता. विंबलडन में कुल मिलाकर जीन ने 20 खिताब जीते. अपने खेल करियर के दौरान उन्होंने महिला और पुरुष खिलाड़ियों को दी जाने वाली इनाम राशि में भारी अंतर को लेकर विरोध जताया. उनकी कोशिशों के ही कारण 1973 के यूएस ओपन में पहली बार किसी बड़े खेल मुकाबले में पुरुष और महिला दोनों विजेताओं के लिए समान इनाम राशि की घोषणा हुई. 'मदर ऑफ मॉडर्न स्पोर्ट्स' कहलाने वाली बिली जीन किंग कुल 39 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतकर रिटायर हुईं.
टेनिस की दुनिया के कुछ बेहतरीन खिलाड़ी कोर्ट से अपना प्यार छिपा नहीं पाते. भले ही उनका करियर खत्म हो गया हो लेकिन टेनिस का कोर्ट उन्हें बार बार खींचता है. देखते हैं ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों की तस्वीरें.
तस्वीर: picture alliance/AP Photoमहिला टेनिस के पांच सबसे बड़े नामों में मार्टिना का नाम जरूर शामिल किया जाएगा. चारों ग्रैंड स्लैम जीतने वाली मार्टिना के नाम कुल 18 ग्रैंड स्लैम हैं. वह भी अब किसी खिलाड़ी की कोच बनना चाहती हैं.
तस्वीर: Allsport UK/Allsport/Getty Imagesपुरुषों के टेनिस के सबसे बड़े खिलाड़ी समझे जाने वाले स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर के साथ जब एडबर्ग जुड़े, तो जैसे एक जादुई जोड़ी का जन्म हुआ. फेडरर के खेल में भी अचानक कुछ शानदार बदलाव दिखे.
तस्वीर: picture alliance/AP Photoफेडरर की ही तरह स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस जब सिर्फ 33 साल की थीं, तो उन्होंने कोचिंग शुरू करने का फैसला किया. हिंगिस पेरिस की पैट्रिक मुरातोगले अकादमी को कोचिंग दे रही हैं.
तस्वीर: Getty Images/Michael Dodgeअचानक से टेनिस जगत में छा जाने वाले ब्रिटेन के एंडी मरे को कोचिंग देने वाले इवान लेंडल भी हिंगिस की तरह चेकोस्लोवाकियाई मूल के हैं. अब देखना है कि मरे खुद को कितना ढाल सकते हैं.
तस्वीर: imagoमार्टिना नवरातिलोवा के काल में टेनिस जगत पर राज करने वाली पैम श्राइवर ने वीन विलियम को गुर सिखाए. बाद में उन्होंने ब्रॉडकास्टिंग में करियर बनाया और कोर्ट के आस पास बनी रहीं.
तस्वीर: imagoलगातार तीन विंबलडन जीत कर तहलका मचा देने वाले जर्मनी के बोरिस बेकर टेनिस छोड़ कर ऐशो आराम के जीवन में लगे थे. लेकिन अचानक सर्बिया के स्टार नोवाक जोकोविच के लिए उन्होंने कोचिंग शुरू कर दी.
तस्वीर: picture-alliance/dpaटेनिस के दिग्गजों में शामिल जिमी कॉनर्स ने अमेरिका के एंडी रॉडिक के करियर को संवारने में अहम भूमिका निभाई. हालांकि उनका यह रिश्ता सिर्फ डेढ़ साल ही चला.
तस्वीर: Getty Imagesऑस्ट्रेलिया के पैट कैश 80 के दशक में किसी आंधी की तरह टेनिस की दुनिया में आए. जीता तो उन्होंने सिर्फ एक ग्रैंड स्लैम, पर नाम बहुत कमाया. बाद में मार्क फिलपोसिस के ट्रेनर भी बने.
तस्वीर: imagoटेनिस की कहानी भला इस सुनहरी जोड़ी के बिना कहां पूरी होती है. स्टेफी ग्राफ और आंद्रे अगासी अमेरिका में कोचिंग संस्था चला रहे हैं.
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