इतिहास में आज: 3 अगस्त
२ अगस्त २०१३बैजू बावरा, मुगले आजम, मदर इंडिया, गंगा जमुना और मेरे महबूब जैसी कामयाब फिल्मों के लाजवाब गाने लिखने वाले शकील बदायूंनी का जन्म उत्तर प्रदेश के बदायूं शहर में हुआ था. हालांकि उनका सीधा सीधा संबंध किसी शायरों के परिवार से नहीं है, लेकिन 1936 में वह पढ़ाई करने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय चले गए. वहां के माहौल का उन पर खासा असर पड़ा. कॉलेज और यूनिवर्सिटी के शायरी मुशायरों में वह खूब हिस्सा लिया करते थे. वहीं उन्होंने शायरी के गुर सीखे.
फिल्मों में उनकी और संगीत निर्देशक नौशाद की जोड़ी काफी मशहूर हुई. कुछ दिन दिल्ली में नौकरी करने के बाद जब बदायूंनी बंबई गए तो वहीं नौशाद से उनकी मुलाकात हुई और उनसे पहली ही मुलाकात में प्रभावित होकर नौशाद ने उन्हें काम का प्रस्ताव दे दिया. यह फिल्म थी दर्द. फिल्म के गाने सफल रहे, खासकर 'अफसाना लिख रही हूं' लोगों ने खूब पसंद किया. बस फिर क्या था एक के बाद एक उन्होंने लाजवाब गानों की झड़ी लगा दी. हालांकि वह 53 साल की उम्र में ही डायबिटीज के चलते 20 अप्रैल 1970 को उनकी मृत्यु हो गई.