संगीत को जेब में पहुंचाने वाला, मोबाइल को टच स्क्रीन बनाने वाला और कंप्यूटर जगत को नई ऊंचाइयां देने वाला एक नाम आज ही के दिन 2011 में दुनिया को अलविदा कह गया.
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स्टीव जॉब्स को 20वीं सदी के महान आविष्कारकों में गिना जाएगा. पैंक्रियाज कैंसर से जूझते स्टीव जॉब्स ने 5 अक्टूबर 2011 को आखिरी सांस ली. इसके साथ ही दुनिया ने अद्भुत आविष्कारों से लोगों की जीवनशैली बदल देने वाली शख्सियत को खो दिया. एप्पल के सीईओ रह चुके स्टीव जॉब्स को आईपॉड, आईफोन, आईपैड और मैकिंटॉश या मैक कंप्यूटर बनाने के लिए याद किया जाता है.
46 साल की जिंदगी में स्टीव जॉब्स ने कई उतार चढ़ाव देखे. किशोरावस्था में ही उन पर कंप्यूटर बनाने की धुन सवार हो गई. पढ़ाई में मन न लगने की वजह से उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया. कॉलेज छोड़ने के बाद वो ज्ञान की तलाश में भी भटके. इस दौरान पैसे न होने की वजह से वो कोक की खाली कैन जमा करते, उन्हें बेचते और उससे खाना खरीदते. हफ्ते में एक बार हरे कृष्णा मंदिर में खाना खाते.
जीवन के अर्थ जैसे दार्शनिक सवाल को सुलझाने के लिए वो भारत में भटके. वैसे तो वह नीम करोली बाबा की तलाश में भारत गए, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही यह बाबा गुजर गए. वहां भटकने के दौरान उन्होंने महसूस किया कि पश्चिम के लोग तर्कों से चलते हैं और भारत के गांव के सीधे सरल लोग अंदर की आवाज से चलते हैं. हालांकि भारत यात्रा के दौरान उनका सामना कुछ लोगों से हुआ जिन्होंने आध्यात्म के नाम पर जॉब्स को ठगने की कोशिश की. इससे वो ऐसे झल्लाए कि उन्होंने कह दिया कि इंसानियत की ऐसे बाबाओं से ज्यादा आइनश्टाइन जैसे वैज्ञानिकों ने मदद की है. ये बात जॉब्स जेहन में भी बैठ गई.
कैसा है एप्पल का आईफोन 11 और आई पे
एप्पल अपने नए आईफोन 11 के साथ यूजर्स की दुनिया बदलने का सपना देख रहा है. जानिए एप्पल के नए प्रोडक्ट्स और नई सर्विसेज को.
कैलिफोर्निया में अपने वार्षिक इवेंट में एप्पल ने नए आईफोन के तीन मॉडल पेश किए. इनका नाम आईफोन 11, आईफोन 11 प्रो और आईफोन 11 प्रो मैक्स है. तीनों मॉडलों में A13 बायोनिक प्रोसेसिंग चिप लगी है. कंपनी का दावा है कि यह अब तक स्मार्टफोनों की सबसे तेज प्रोसेसिंग चिप है.
आईफोन 11 में दो रियर कैमरे हैं और एक फ्रंट कैमरा. सेल्फी मोड वाला कैमरा 12 मेगापिक्सल का है और फेस रिक्गनिशन तकनीक से लैस है. पीछे के दो कैमरे भी 12 मेगापिक्सल के हैं. ये वाइड और अल्ट्रा वाइड रेंज की तस्वीर एक साथ लेते हैं.
आईफोन 11 प्रो और आईफोन 11 प्रो मैक्स में पीछे तीन कैमरे लगे हैं. कैमरे एक साथ वाइड, अल्ट्रा वाइड और टेलीफोटो तस्वीर ले सकते हैं. आईफोन 11 की तरह ये कैमरे भी कम रोशनी में अच्छी तस्वीर और वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं.
तस्वीर: Apple
4K रिकॉर्डिंग और एडिटिंग
सितंबर 2019 में लॉन्च सभी आईफोन मॉडल 4K (अल्ट्रा एचडी) वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं. नए आईफोन में इन बिल्ट एडिंटिंग सिस्टम भी लगा होगा. अब बाहरी एडिटिंग ऐप की जरूरत नहीं पड़ेगी.
तस्वीर: Apple
वॉटर रेजिस्टेंट
एप्पल का दावा है कि आईफोन 11 के सभी मॉडल वॉटर रेजिस्टेंट हैं, यानि बारिश या बौछार की स्थिति में भी ये डिवाइसेस इस्तेमाल की जा सकती हैं. आईफोन 11 पूरी तरह वॉटर प्रूफ नहीं है, यानि पानी में डूबने पर फोन खराब हो सकता है.
तस्वीर: Apple
स्क्रीन
आईफोन 11 में 6.1 इंच की एलसीडी स्क्रीन है. आईफोन 11 प्रो में 5.8 इंच की ओएलईडी स्क्रीन है. आईफोन 11 प्रो मैक्स में 6.5 इंच की ओएलईडी स्क्रीन है.
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वजन
आईफोन 11 का वजन 194 ग्राम है. 11 प्रो 188 ग्राम भारी है. बड़ा आईफोन 11 प्रो मैक्स 226 ग्राम का है.
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बैटरी लाइफ
एप्पल का दावा है कि आईफोन 11 के सभी मॉडलों की बैटरी पुराने आईफोन से ज्यादा लंबी चलेगी. आईफोन 10 के मुकाबले आईफोन 11 की बैटरी एक घंटा ज्यादा और 11 प्रो और 11 प्रो मैक्स की बैटरी 3 से 5 घंटा ज्यादा टिकेगी.
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बेस मॉडल का दाम
अमेरिका में 64जीबी स्टोरेज वाले आईफोन 11 का दाम 699 डॉलर है. आईफोन 11 प्रो (64GB) की कीमत 999 डॉलर है. आईफोन 11 प्रो मैक्स (64GB) के लिए 1,099 डॉलर चुकाने होंगे. अलग अलग देशों में टैक्स की वजह से दाम अलग होंगे.
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सस्ता हुआ आईफोन 10
नए आईफोन पेश करने के साथ ही एप्पल ने पुराने आईफोनों के दाम कम कर दिए हैं. अमेरिकी बाजार में अब आईफोन 10आर की कीमत 629 डॉलर होगी. तस्वीर में पुराने दाम हैं.
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नई सर्विसेज
आईफोन के साथ साथ एप्पल ने 10 सितंबर को कुछ नई सर्विसेज भी लॉन्च की और एप्पल टीवी और आईन्यूज और गेमिंग जैसी सेवाओं को और विस्तार दिया गया है. एप्पल ने दिग्गज और विश्वनीय न्यूज मीडिया हाउसों के साथ साथ लाइव व्यू मैग्जीनों को भी अपनी सेवा का हिस्सा बनाया है.
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आई पे
अपने ज्यादातर प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को 'आई' नाम से शुरू करने वाली कंपनी ने क्रेडिट कार्ड और ऑनलाइन बैंकिंग सेक्टर में भी पैर डाल दिए हैं. एप्पल ने आई पे कार्ड लॉन्च किया है, जिसके तहत बिना नंबर और सीसीवी कोड वाला एप्पल का क्रेडिट कार्ड होगा. यह फोन में भी होगा और कार्ड की शक्ल में भी.
एप्पल का दावा है कि गोल्डमैन सैक्स बैंक के साथ मिलकर तैयार किया गया आई पे यूजर्स की जानकारी किसी और को नहीं देगा. आई पे बाकी क्रेडिट कार्डों के मुकाबले यूजर्स को सारे लेन देन और वित्तीय स्थिति की जानकारी साफ तरीके से देगा. उनकी मदद करेगा. जहां जहां मास्टर कार्ड चलता है, वहां आई पे भी चलेगा.
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प्वाइंट नहीं, कैश बैक
दुनिया भर में ज्यादातर क्रेडिट कार्ड कंपनियां अपने ग्राहकों को प्वाइंट्स देती है. एप्पल का कहना है कि यह प्वाइंट कहां आते हैं, कहां जाते हैं इसे लेकर बड़ा असमंजस रहता है. आई पे प्वाइंट्स के बजाए ग्राहकों की हर खर्च के साथ उसी दिन कैश बैक देगा. फिलहाल यह सेवा अमेरिका में शुरू की जाएगी.
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
एप्पल का दावा है कि उसकी ज्यादातर सेवाएं विशेषज्ञों की निगरानी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से की जाएंगी. कृत्रिम बुद्धि ही हर यूजर के व्यवहार को समझ कर उसकी मांग के मुताबिक सेवाएं मुहैया कराएगी. पूरी प्राइवेसी का दावा करते हुए कंपनी का कहना है कि यह डाटा एप्पल के विशेषज्ञ भी एक्सेस नहीं कर पाएंगे.
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जवानी के दौरान ही उन्होंने अपने दोस्त स्टीव वोजनियाक के साथ उन्होंने मैकिंटॉश कंप्यूटर बनाया. कंपनी खड़ी कर दी. इसी दौरान उनकी बिल गेट्स से दोस्ती हुई जो बाद में जबरदस्त प्रतिस्पर्द्धा में बदल गई. हर चीज में चरम खूबसूरती खोजने के आदी जॉब्स को जितने लोग पसंद करते थे, उतने ही लोग उन्हें नापंसद भी करते थे. लेकिन नापसंद करने वाले भी हमेशा ये जरूर कहते रहे कि जॉब्स विलक्षण प्रतिभा थे. बिल गेट्स के साथ उनकी प्रतिस्पर्धा छुपी नहीं थी. उन्होंने कई मौकों पर गेट्स और उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की आलोचना भी की. लेकिन जॉब्स के आखिरी दिनों में पुरानी दोस्ती फिर भावुक ढंग से सामने आ गई. जॉब्स के निधन के बाद अस्पताल में जब उनका तकिया हटाया गया. नीचे बिल गेट्स की लिखी एक चिट्ठी थी. खत में लिखा था, "तुमने जो काम किया और तुमने जो कंपनी तैयार की, उसे लेकर तुम्हें गर्व होना चाहिए."
जॉब्स आज भी अपनी मशीनों और अपने विचारों के साथ लोगों के जेहन में जिंदा हैं. 2005 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के दौरान कही गई जॉब्स की एक बात आज भी छात्रों के लिए प्रेरणा का काम करती है, "बीते 33 सालों में, मैं हर सुबह शीशा देखता हूं और खुद से पूछता हूं कि 'अगर ये मेरी जिंदगी का आखिरी दिन है तो क्या, मैं जो करना चाहता हूं वो मैं आज ही कर सकता हूं?' जब कभी लगातार बहुत दिनों तक इसका जवाब 'नहीं' होता है तो मुझे पता चल जाता है कि मुझे कुछ बदलना है."