डेनमार्क के सारे खिलाड़ियों ने पैसे जमा किए. फिर एक प्राइवेट जेट बुक लिया और अपने साथी को दो दिन के लिए परिवार के साथ खुशी मनाने के लिए भेज दिया.
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डेनमार्क की टीम के डिफेंडर योनास क्नुसन के घर में एक बिटिया का जन्म हुआ. बच्ची का जन्म समय से पहले हो गया. 16 जून को पेरु के खिलाफ पहला मैच जीतने के बाद योनास को बेटी के जन्म की खबर मिली. जीत की खुशी में झूम रही टीम ने जब योनास को देखा तो उनके चेहरे पर घर की याद दिखाई दी.
इसके बाद पूरी टीम ने पैसा जमा किया और योनास को एक प्राइवेट जेट से घर भेजने का फैसला किया. डेनमार्क के गोलकीपर कास्पर श्माइकेल के मुताबिक, "मुझे लगता है कि आपको हमेशा यह याद रखना चाहिए कि हम फुटबॉलर होने के साथ साथ इंसान भी हैं. एक पिता होने के नाते मैं समझ सकता हूं कि उस संदेश के आने के बाद योनास के लिए घर पर मौजूद न रहना कितना मुश्किल होता."
डेनमार्क की टीम की इस एकजुटता की दुनिया भर में तारीफ हो रही है. श्माइकेल कहते हैं, "टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो पिता भी हैं. हम चाहते थे कि मानवीय पक्ष को देखा जाए और उसे अपनी बेटी को देखने का मौका देने के लिए जो मुमकिन हो, वह किया जाए."
प्राइवेट जेट से घर पहुंचे योनास आखिरकार अपनी नवजात बेटी से मिल पाए. परिवार के साथ 48 घंटे बिताने के बाद योनास वापस रूस लौट आए. उन्होंने 18 जून को टीम के अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया.
पेरु के खिलाफ 1-0 से जीतने वाली डैनिश टीम को अगला मैच ऑस्ट्रेलिया से खेलना है. टीम की पूरी कोशिश है कि दूसरी जीत योनास की बेटी के नाम की जाए.
(चैरिटी एड फाउंडेशन चैरिटीज हर साल सबसे ज्यादा दान और समाजिक गतिविधियों में खूब समय खर्च करने वाले देशों की सूची बनाती है. देखिये सूची में कौन कौन शुमार है.)
दूसरे की मदद करने में अव्वल देश
चैरिटी एड फाउंडेशन चैरिटीज हर साल सबसे ज्यादा दान और समाजिक गतिविधियों में खूब समय खर्च करने वाले देशों की सूची बनाती है. देखिये सूची में कौन कौन शुमार है.
तस्वीर: Fotolia
1. म्यांमार
3.56 करोड़ की आबादी वाले म्यामांर की 91 फीसदी जनता ने 2016 में गरीबों को पैसा दान करने का दावा किया. 55 फीसदी लोगों ने स्वयंसेवक के तौर पर सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लिया. अंजान लोगों की मदद करने के मामले में म्यांमार सबसे आगे है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/Y. Aung Thu
2. अमेरिका
हर साल अमेरिका के लोग सामाजिक गतिविधियों के लिए 265 अरब डॉलर की राशि दान करते हैं. 2016 में 63 फीसदी अमेरिकियों ने पैसा दान किया. 73 फीसदी लोगों ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो वह अपरिचित की मदद जरूर करेंगे.
तस्वीर: Getty Images
3. ऑस्ट्रेलिया
बीते साल 73 फीसदी ऑस्ट्रेलियाई लोगों ने पैसा दान किया. दान की गई कुल रकम 12 अरब डॉलर थी. दोस्ताना स्वभाव के बवाजूद सिर्फ 40 फीसदी लोगों ने सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लेने की इच्छा जताई.
तस्वीर: P. Parks/AFP/Getty Images
4. न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड की 71 फीसदी आबादी ने अच्छे कामों के लिए पैसा दान किया. लेकिन ऑस्ट्रेलिया की ही तरह वहां भी सामाजिक कार्यों से जुड़ने की इच्छा रखने वाले लोग 44 फीसदी ही थे.
तस्वीर: Reuters/A. Phelps
5. श्रीलंका
गरीबी के बावजूद श्रीलंका के लोग गरीबों की मदद करने में आगे हैं. देश की 61 फीसदी जनता समय समय पर पैसा दान करती. अंजान लोगों की मदद भी वह बढ़ चढ़कर करते हैं. 49 फीसदी लोगों ने कहा कि वह सामाजिक गतिविधि से जुड़ भी चुके हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/E. Jayawerdena
6. कनाडा
कनाडा के लोग हर साल 9 अरब डॉलर के बराबर रकम दान करते हैं. बीते साल 63 फीसदी लोगों ने दानार्थ पैसा दिया. लेकिन चैरिटी से जुड़े कुछ संगठनों की कम होती विश्वसनीयता के चलते यह संख्या गिर रही है.l.
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7. इंडोनेशिया
.दयालुता के मामले में इंडोनेशिया ने इंग्लैंड, भारत और यूएई जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को पछड़ा है. 75 फीसदी इंडोनिशाई नागरिकों ने बीच बीच में दान देने की बात कही. 50 फीसदी ने समाजिक कार्य भी किया. देश के 43 फीसदी लोग अंजान शख्स की मदद के लिए तैयार दिखे.