इस्राएल के नेगेव रेगिस्तान में 1200 साल पुरानी मस्जिद मिलने का दावा किया गया है. पुरातत्वविदों का अनुमान है कि इसका इस्तेमाल उस समय के किसान करते रहे होंगे.
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पुरातत्वविदों ने दक्षिणी इस्राएल के नेगेव रेगिस्तान में 1200 साल पुरानी मस्जिद की खोज करने का दावा किया है. ये मस्जिद अरबी बिदुएन जनजातियों के शहर रहात के पास मिला है.
नेगेव रेगिस्तान में बिदुएन की बात करते हुए उत्खनन का जिम्मा संभाल रहे निर्देशक जॉन सेलिगमैन और शाहर जूर ने कहा, "7वीं और 8वीं शताब्दी की यह छोटी शहरी मस्जिद दुनिया में एक दुर्लभ खोज होगी, खासकर बीर शेवा के उत्तरी क्षेत्र में."
अब तक इस इलाके में ऐसी कोई संरचना नहीं मिली थी. यह मस्जिद एक आयताकार इमारत है जिसका ऊपरी सिरा खुला है. इसमें बना प्रार्थना स्थल आकार में गोल होने के साथ-साथ मक्का की दिशा में है. शोधकर्ताओं का अनुमान है कि इसका इस्तेमाल उस वक्त किसानों द्वारा किया जाता होगा.
इस खुदाई में एक खेत भी मिला है जिसके छठी या सातवीं शताब्दी के होने का अनुमान लगाया गया है. इसके साथ ही घरों के अंदर होने वाले बैठकखानों, आंगन, भंडार कक्ष और भोजन पकाने के लिए आग जलाई जलाने वाली कुछ जगहों के बारे में भी पुरातत्वविदों को यहां पता चला है.
पुरातत्वविज्ञानी गिडओन आवनी ने कहा कि यह आज के इस्राएल में सबसे पुरानी ज्ञात मस्जिदों में से एक है, क्योंकि इस क्षेत्र को सबसे पहले वर्ष 636 में अरबों ने विजय प्राप्त की थी.
क्या है इस्राएल
मुस्लिम देश इस्राएल को मध्यपूर्व में विवादों का केंद्र कहते हैं. एक तरफ उसके आलोचक हैं तो दूसरी तरफ उसके मित्र. लेकिन इस रस्साकसी से इतर बहुत कम लोग जानते हैं कि इस्राएल आखिर कैसा है.
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राष्ट्र भाषा
आधुनिक हिब्रू के अलावा अरबी इस्राएल की मुख्य भाषा है. ये दोनों 1948 में बने इस्राएल की आधिकारिक भाषाएं हैं. आधुनिक हिब्रू 19वीं सदी के अंत में बनी. पुरातन हिब्रू से निकली आधुनिक हिब्रू भाषा अंग्रेजी, स्लाविक, अरबी और जर्मन से भी प्रभावित है.
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छोटा सा देश
1949 के आर्मिस्टिक समझौते के मुताबिक संप्रभु इस्राएल का क्षेत्रफल सिर्फ 20,770 वर्ग किलोमीटर है. इस समझौते पर मिस्र, लेबनान, जॉर्डन और सीरिया ने दस्तखत किए थे. लेकिन फिलहाल पूर्वी येरुशलम से लेकर पश्चिमी तट तक इस्राएल के नियंत्रण में 27,799 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र है. इस्राएल के उत्तर से दक्षिण की दूरी 470 किमी है. देश का सबसे चौड़ा भूभाग 135 किलोमीटर का है.
अनिवार्य सैन्य सेवा
इस्राएल दुनिया का अकेला ऐसा देश है जहां नागरिकों और स्थायी रूप से रहने वाली महिला व पुरुषों के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य है. 18 साल की उम्र के हर इस्राएली को योग्य होने पर तीन साल सैन्य सेवा करनी पड़ती है. महिलाओं को दो साल सेना में रहना पड़ता है.
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फलीस्तीन के समर्थक
नेतुरेई कार्टा का मतलब है कि "सिटी गार्ड्स." यह 1939 में बना एक यहूदी संगठन है. यह इस्राएल की स्थापना का विरोध करता है. इस संगठन का कहना है कि एक "यहूदी मसीहा" के धरती पर आने तक यहूदियों को अपना देश नहीं बनाना चाहिए. इस संगठन को फलीस्तीनियों का समर्थक माना जाता है.
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राष्ट्रपति पद ठुकराया
महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइनस्टाइन भले ही पूजा नहीं करते थे, लेकिन जर्मनी में यहूदियों के जनसंहार के दौरान उनका यहूदी धर्म की तरफ झुकाव हो गया. उन्होंने यहूदी आंदोलन के लिए धन जुटाने के लिए ही अमेरिका की पहली यात्रा की. बुढ़ापे में उन्हें इस्राएल का राष्ट्रपति बनने का न्योता दिया गया, आइनस्टाइन ने इसे ठुकरा दिया.
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ईश्वर को चिट्ठियां
हर साल येरुशलम के डाक घर को 1,000 से ज्यादा ऐसे खत मिलते हैं, जो भगवान को लिखे जाते हैं. ये चिट्ठियां कई भाषाओं में लिखी होती हैं और विदेशों से भी आती हैं. ज्यादातर खत रूसी और जर्मन में होते हैं.
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येरुशलम की पीड़ा
इतिहास के मुताबिक येरुशलम शहर दो बार पूरी तरह खाक हुआ, 23 बार उस पर कब्जा हुआ, 52 बार हमले हुए और 44 बार शहर पर किसी और का शासन हुआ. गिहोन झरने के पास शहर का सबसे पुराना इलाका है, कहा जाता है कि इसे 4500-3500 ईसा पूर्व बनाया गया. इसे मुसलमानों, ईसाइयों और यहूदियों का पवित्र शहर कहा जाता है.
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पैसेंजर फ्लाइट का रिकॉर्ड
24 मई 1991 को इस्राएली एयरलाइन कंपनी एल अल का बोइंग 747 विमान 1,088 यात्रियों को लेकर इस्राएल पहुंचा. किसी जहाज में यह यात्रियों की रिकॉर्ड संख्या है. इथियोपिया के ऑपरेशन सोलोमन के तहत यहूदियों को अदिस अबाबा से सुरक्षित निकालकर इस्राएल लाया गया.
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खास है मुद्रा
इस्राएली मुद्रा शेकेल दुनिया की उन चुनिंदा मुद्राओं में से है जिनमें दृष्टिहीनों के लिए खास अक्षर हैं. दृष्टिहीनों की मदद करने वाली मुद्राएं कनाडा, मेक्सिको, भारत और रूस में भी हैं.