1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

इस्राएल में मिस्र से उम्मीद

१६ नवम्बर २०१२

मिस्र के प्रधानमंत्री हिशमान कांदिल ने कहा है कि वह गजा में संघर्ष विराम के लिए कोशिशों को तेज करेंगे. साथ ही उन्होंने विश्व के नेताओं से अपील की है कि वे गजा में इस्राएल के हमले को रोकें.

तस्वीर: Reuters

प्रधानमंत्री कांदिल के बयान ऐसे समय आए हैं जब इस्राएल ने कहा है कि वह गजा पट्टी में चार साल में पहली बार जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहे हैं और उसकी सेना ने 16 हजार अतिरिक्त सैनिकों को बुलाना शुरू कर दिया है.

इधर जर्मनी के विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने जर्मन रेडियो डॉयचलांडफुंक में फ्रीडरिष मॉयरर के साथ बातचीत में कहा कि इस हमले के लिए सिर्फ हमास जिम्मेदार है." इस विवाद का कारण गजा से हमास के रॉकेट हमले हैं. अपनी रक्षा करना इस्राएल का अधिकार है और अपने नागरिकों की रक्षा भी. लेकिन साथ ही इस विवाद को रोकने के लिए जरूरी कदम भी उठाए जाने चाहिए ताकि नागरिकों की जान को खतरा नहीं हो.   

तस्वीर: Reuters

उधर मिस्र के प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान किया गया संघर्ष विराम का वादा कुछ ही समय में धराशायी हो गया जब हमास ने इस्राएल में रॉकेट हमले किए. उधर इस्राएली अधिकारियों का कहना है कि उत्तरी गजा में इस्राएल के हवाई हमले से गजा में दो लोग मारे गए.

उधर गजा सिटी में दौरे के बाद मिस्र के प्रधानमंत्री ने कहा, "जो आज मैंने गजा के अस्पताल में देखा है उसे चुप रह कर नहीं देखा जा सकता. पूरी दुनिया को संघर्ष रोकने की जिम्मेदारी लेनी होगी."

मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी ने चेतावनी दी कि मिस्र गजा पट्टी में इस्राएल के हमले को स्वीकार नहीं करेगा. इस हिंसक विवाद की शुरुआत बुधवार दोपहर हुई जब इस्राएल ने हमास के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी अहमद जब्बारी को रॉकेट हमले में मार दिया.

तस्वीर: Reuters

यूरोपीय संघ ने हमास के इस्राएल पर रॉकेट हमलों की निंदा की है और इस्राएल के नेताओं को कहा है कि वह जवाबी कार्रवाई में संयम बरतें. यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी कैथरीन एश्टन ने कहा है, "गजा में हमास या दूसरे गुटों के हाल ही में शुरू हुए रॉकेट हमलों को कोई भी सरकार स्वीकार नहीं कर सकती. इन्हें रोका जाना चाहिए. इस्राएल को अपने नागरिकों की इस तरह के हमलों से रक्षा करने का पूरा अधिकार है. मैं अपील करती हूं कि इस्राएल जरूरत भर कार्रवाई करे. "

इस्राएल के उप प्रधानमंत्री मोशे यालोन कहते हैं, " चाहे मिस्र हो या कोई और देश उनके जरिए हम यही चाहते हैं हमास संकेतों को समझे और लंबे समय के युद्धविराम का वादा करे. हम शांत दक्षिण और मजबूत हल चाहते हैं. मिस्र संदेश देने का माध्यम रहा है. हमास हमेशा संघर्ष विराम का अनुरोध करता है. हम मिस्र के रक्षा मंत्रालय से बातचीत कर रहे हैं." 

अमेरिका के रक्षा मंत्री लियोन पनेटा ने वॉयस ऑफ अमेरिका को एक इंटरव्यू में कहा, "इस्राएल जो कर रहा है, उसका कारण मैं समझता हूं. वह ये है कि वह गजा के मिसाइलों का शिकार हो रहा है." 

तस्वीर: Mahmud Hams/AFP/Getty Images)

मिस्र के राष्ट्रपति मुर्सी (मुस्लिम ब्रदरहुड) को हमास संरक्षक के रूप में देखता है. उन पर कड़ी कार्रवाई का दबाव भी है. लेकिन मिस्र को अमेरिका से हर साल 1.3 अरब डॉलर की सैन्य सहायता भी मिलती है. और बीमार अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए भी वह अमेरिका से उम्मीद रखता है. मुर्सी को यह भी दिखाना है कि उनकी नीतियां अमेरिका का समर्थन करने वाले हुस्नी मुबारक से अलग हैं और अमेरिका के हित का भी ध्यान रखना है. 

उधर हमास के नेता इस्माइल हानिया ने गुरुवार को मिस्र से अपील की कि वह फलिस्तिनीयों की और मदद करें.

एएम/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स, डीपीए)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें