सीरिया में पश्चिमी देशों और रूस के बढ़ते हमलों के बीच आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने विद्रोहियों से एकजुट होने की अपील की है. एक ऑडियो अपील में इस्लामी कट्टरपंथियों ने मिलकर दुश्मन सेनाओं को नष्ट करने का आह्वान किया है.
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अमेरिका के नेतृत्व वाले सैनिक गठबंधन के अलावा सितंबर के अंत से रूस भी सीरिया में आईएस के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है. गृहयुद्ध से पीड़ित सीरिया में इस्लामी और जिहादी संगठनों के अलावा नरमपंथी विद्रोही सरकारी सेना के खिलाफ लड़ रहे हैं. पर्यवेक्षकों को डर है कि लड़ाई में रूस के शामिल होने के बाद सीरिया सरकारी इलाके के अलावा आईएस जिहादियों और पश्चिम समर्थित विद्रोहियों के बीच तीन हिस्सों में बंट सकता है.
ऑडियो संदेश में आईएस ने अपने विरोधियों के खिलाफ युद्धक रवैया अपनाया है. इसमें कहा गया है कि इस्लामिक स्टेट उनका इंतजार युद्ध क्षेत्र में कर रहा है. इसके अलावा जिहादी संगठन ने अपने दूसरे महत्वपूर्ण नेता हाजी मुतास की मौत की पुष्टि की है. अमेरिका ने दो महीने पहले कहा था कि मुतास इराक में एक हवाई हमले में मारा गया है. उसे आईएस के मुखिया अबु बकर अल बगदादी का अहम सहायक माना जाता था और वह इराक के लिए जिम्मेदार था. आईएस के लिए यह गंभीर क्षति है. रविवार को इराकी सेना ने अल बगदादी के काफिले पर हमले की बात कही थी.
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने राजनीतिक समाधान को सीरिया के लिए एकमात्र वैध नतीजा बताया है. दूसरी ओर सीरिया में आईएस विरोधी देशों के हवाई हमलों में तेजी के कारण अमेरिका और रूस के प्रतिनिधि एक दूसरे से बात करेंगे. अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने कहा है कि बुधवार को दोनों देशों के कमांडरों की बातचीत में यह तय किया जाएगा कि दोनों देशों की वायु सेना एक दूसरे से न टकराए. कार्टर ने रूस से सीरिया में पेशेवर ढंग से पेश आने और सुरक्षा कदमों का पालन करने की मांग की है. कार्टर ने कहा कि सीरिया नीति पर भले ही अमेरिका और रूस में मतभेद हों , लेकिन इस बात की गारंटी होनी चाहिए कि वायुसैनिक सुरक्षित रहें.
रूस सितंबर के अंत से सीरिया में अपने अनुसार आतंकवादियों को पीछे धकेलने के लिए बमबारी कर रहा है. लेकिन अमेरिका का मॉस्को पर आरोप है कि वह सीरिया के शासक बशर अल असद की मदद के लिए प्रमुख रूप से पश्चिमी देशों द्वारा विद्रोहियों को निशाना बना रहा है. अमेरिकी नेतृत्व वाला गठबंधन एक साल से आईएस के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है.
रूस का आरोप है कि अमेरिका उसके साथ खुफिया सूचनाओं को बांटने से इंकार कर रहा है और सहयोग नहीं करना चाहता है.
एमजे/आरआर (डीपीए, एएफपी)
कहां से आ रहे हैं शरणार्थी
यूरोप को अप्रत्याशित संख्या में आ रहे शरणार्थियों के व्यवस्थित पंजीकरण में कामयाबी नहीं मिली है. जर्मनी द्वारा सितबंर में शरणार्थियों के लिए सीमा खोलने से पहले अगस्त तक करीब छह लाख लोगों ने ईयू में शरण का आवेदन दिया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/V.Shevchenko
1. सीरिया
यूरोपीय सांख्यिकी दफ्तर के अनुसार सबसे ज्यादा शरणार्थी सीरिया से हैं. इस साल सीरिया के करीब सवा लाख लोगों ने शरण का आवेदन दिया है जो कुल आवेदन का 20 फीसदी है.
तस्वीर: Getty Images/AP Photo/D. Vranic
2. कोसोवो
दूसरे नंबर पर सर्बिया से अलग होकर देश बनने वाला कोसोवो हैं जहां से करीब 66 हजार लोगों ने शरण का आवेदन दिया है. वे आर्थिक मुश्किलों की वजह से यूरोपीय देशों में बसना चाहते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/V. Plesch
3. अफगानिस्तान
पिछले साल पश्चिमी सेनाओं की वापसी के बाद अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति बिगड़ी है और शरणार्थियों की संख्या बढ़ी है. इस साल करीब 63 हजार लोग यूरोप में शरण का आवेदन दे चुके हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/W. Kohsar
4. अलबानिया
यूरोपीय देशों में शरण चाहने वालों में चौथे नंबर पर अलबानिया के लोग हैं जहां के करीब 43 हडार लोगों ने आवेदन दिया है. अलबानिया के लोग भी आर्थिक मुश्किलों से भाग रहे हैं.
तस्वीर: Getty Images/T. Lohnes
5. इराक
जिन देशों के लोगों को शरण मिलने की सबसे ज्यादा संभावना है उनमें सीरिया और एरिट्रिया के अलावा इराक भी है. इराक के करीब 34 हजार लोगों ने शरण के लिए आवेदन दिया है.
तस्वीर: Reuters/A. Saad
6. एरिट्रिया
अफ्रीकी देश एरिट्रिया के करीब 27 हजार लोग यूरोपीय संघ के देशों में शरण लेना चाहते हैं. वे बेहतर जिंदगी की चाह में भूमध्य सागर के रास्ते जान की बाजी लगाकर यूरोप पहुंचने की कोशिश करते हैं.
तस्वीर: DW/Yohannes G/Egziabher
7. सर्बिया
कभी सर्बिया की वजह से शरणार्थी यूरोप आ रहे थे. अब सर्बिया के लोग भी ईयू में अपना भविष्य संवारना चाहते हैं. और रास्ता नहीं होने के कारण करीब 22 हजार लोगों ने शरण पाने के लिए आवेदन दिया है.
तस्वीर: DW/L. Scholtyssyk
8. पाकिस्तान
आतंकवाद और पिछड़ेपन में उलझे पाकिस्तान के बहुत से लोगों के लिए भी देश से भागना बेहतर जिंदगी का एकमात्र रास्ता है. शरण के आवेदकों में करीब 20 हजार पाकिस्तान से हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/A. Ali
9. सोमालिया
यूरोप आने वाले शरणार्थियों में चोटी के दस देशों में सोमालिया भी शामिल है. सोमालिया जहां सरकार का तंत्र पूरी तरह खत्म हो चुका है, वहां से 13 हजार लोगों ने शरण पाने के लिए आवेदन दिया है.
तस्वीर: Reuters/F. Oma
10. यूक्रेन
यूरोप में गृहयुद्ध झेल रहा यूक्रेन भी लोगों के भागने की समस्या से जूझ रहा है. वहां से भी करीब 13 हजार लोगों ने यूरोपीय संघ में शरण पाने की इच्छा जताई है.